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जुलाई की रात होलागढ़ क्षेत्र में हुई थी चार लोगों की हत्या

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दिन बाद एसएसपी के नेतृत्व में इस जघन्य वारदात का हुआ खुलासा

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जुलाई की रात क्राइम ब्रांच की टीम ने कातिलों को गिरफ्तार किया

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गुर्गे छेमार गैंग के और एक गांव का शख्स भी पकड़ा गया

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लूटे गए रुपए भी पुलिस ने इनके पास से बरामद किए

-होलागढ़ एरिया में हुए चार लोगों के कत्ल का पुलिस ने खुलासा किया

-लूट के इरादे से पहुंचे फकीर समुदाय से बिलांग करने वाले छेमार गैंग ने वारदात को अंजाम दिया था

PRAYAGRAJ: होलागढ़ में चार लोगों की मौत के मामले का पुलिस ने शुक्रवार को खुलासा कर दिया। तीन जुलाई की रात हुई इस सनसनीखेज वारदात को फकीर समुदाय से आने वाले 'छेमार गैंग' ने होलागढ़ के शुक्ल का पूरा बरईहरखपुर गांव में अंजाम दिया था। घटना में सरगना समेत कुल छह लोग शामिल थे। कत्ल के बाद यहां से भागे सरगना को बदायूं पुलिस ने मुठभेड़ में दबोच लिचा है। शेष पांच लोगों को जिले की गंगापार व यमुनापार क्राइम ब्रांच टीम ने गिरफ्तार किया। पुलिस ने गांव के उस शख्स को भी पकड़ लिया है जिसने बदमाशों द्वारा लूटी गई मोबाइल को पाने के बाद साक्ष्य मिटाने की कोशिश की थी। इस तरह कुल छह लोग इस मामले में गिरफ्तार किए गए। इनके कब्जे से लूट के हजारों रुपये व चापड़ आदि औजार भी पुलिस को मिले हैं।

गैंग के पांच गुर्गे समेत छह गिरफ्तार

शुक्रवार को घटना का खुलासा करते हुए एसएसपी ने क्राइम सीन से पर्दा उठाया। उन्होंने बताया कि वारदात को छेमार गैंग ने लूट के इरादे से अंजाम दिया था। घटना वाली रात विमलेश का परिवार सो रहा था। बेटी सोनम की 12 फरवरी को विमलेश ने शादी की थी। इसलिए घर की रंगाई-पुताई हुई थी। रेकी कर रहे छेमार गैंग को लगा कि कुछ कार्यक्रम है, इस घर में रुपए एवं सोने चांदी जरूर होंगे। तीन जुलाई की रात 12 से एक के बीच सरगना मोबीन निवासी सैदपुर थाना बिसौली जिला बदायूं गैंग के पांच अन्य गुर्गो के साथ उसके घर के पीछे पहुंचा। इन गुर्गो में होलागढ़ के रामपुर खास बाग से पकड़ा गया सारिक पुत्र रफीक, शहरुख पुत्र अजी जान, डाबर पुत्र अशरफ, वारिश खान पुत्र जफर खान व फरमान पुत्र आलम दीन निवासीगण भुडि़या थाना पटवारी जिला रामपुर शामिल थे। शहरुख घर के बाहर लोगों पर नजर रखे हुए था। जबकि अन्य पांच बदमाश विमलेश के घर में लूटपाट के इरादे से घुस गए।

इस तरह दिया था वारदात को अंजाम

-सभी अपराधी विमलेश के घर के पीछे से छत के रास्ते जीने से होते हुए कमरे में पहुंचे।

-पहुंचते ही फरमान ने विमलेश की पत्नी रचना, वारिश ने बेटे प्रिंस, डाबर ने बेटी सीबू और सारिक ने श्रेया का मुंह दबाकर चापड़ से सभी का गला रेत दिया।

-जबकि सरगना मोबीन ने सो रहे विमलेश के ऊपर वार किया था।

-सभी को मृत समझ घर में जो भी कैश और गहने थे, उन्हें समेटकर उसी रास्ते बाहर आए और साथी शहरुख के साथ हाईवे पर जा पहुंचे।

-भागते वक्त विमलेश के साधारण मोबाइल को बदमाशों ने सुरेंद्र यादव निवासी लाल का पूरा होलागढ़ के दरवाजे पर फेंक दिया।

-मोबाइल पाने वाले सुरेंद्र को जब पता चला कि यह मारे गए विमलेश का मोबाइल है तो उसे उठाकर तालाब में फेंक दिया था।

-पुलिस ने इसे साक्ष्य मिटाने का अपराध मानते हुए सुरेंद्र को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।