सेंटर ऑफ मीडिया स्टडीज व‌र्ल्ड टेलीविजन डे पर संगोष्ठी में मीडिया के चैलेंजेज पर चर्चा

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PRAYAGRAJ: मीडिया के समक्ष सामाजिक और राजनीतिक चुनौतियां लगातार बढ़ रही हैं। देश, सोसायटी, एन्वायर्नमेंट, एजुकेशन और हेल्थ जैसे इश्यूज पर बेहतर समाचार प्रस्तुति की मांग कर रहे हैं। इलेक्ट्रानिक मीडिया का बड़ा हिस्सा इस काम में पिछड़ रहा है। यह बातें नई दिल्ली दूरदर्शन के पूर्व उपमहानिदेशक डॉ। अशोक त्रिपाठी ने सेंटर ऑफ मीडिया स्टडीज में आयोजित हुए संगोष्ठी के दौरान कहीं। मौका था मीडिया स्टडीज में व‌र्ल्ड टेलीविजन डे पर हुए आयोजन का। उन्होंने कहा कि आज की हालत को देखते हुए जरूरी है कि यंग जर्नलिस्ट अपनी क्षमताओं को बढ़ाकर जनता की आवाज बनने का प्रयास करें। डॉ। त्रिपाठी ने स्टूडेंट्स द्वारा तैयार किए गए वीडियो को देखा और उसे अधिक बेहतर करने के लिए टिप्स भी दिए। इस दौरान उन्होंने बताया कि किस प्रकार टेलीविजन की दुनिया सृजन की दुनिया है और इसमें बहुत कुछ नया किया जा सकता है।

डिमांड के हिसाब से करें तैयार

व‌र्ल्ड टेलीविजन डे के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने पहुंची इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज की डायरेक्टर प्रो। नीलम यादव ने भी अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि मीडिया स्टूडेंट्स को समय के हिसाब से खुद को तैयार करने की जरूरत है। जिससे वह सामाजिक जिम्मेदारियों को बखूबी पूरा कर सकें। सेंटर के कोर्स को-ऑर्डिनेटर डॉ। धनंजय चोपड़ा ने कहा कि यह समय विजुअल कम्यूनिकेशन के विस्तार का समय है। टेलीविजन के साथ-साथ वेब सीरिज और इंटरनेट पर निजी चैनलों की बहार सी आई है। यह स्टूडेंट्स को नया रचने के लिए प्रेरित कर रही है।

पुरस्कृत हुए स्टूडेंट्स

इस दौरान वार्षिक मोबाइल वीडियो चैलेंज कॉम्पटीशन में हिस्सा लेने वाले स्टूडेंट्स को पुरस्कृत किया गया। कॉम्पटीशन में जल संरक्षण विषय पर दो मिनट का वीडियो तैयार करना था। बीवोक इन मीडिया स्टडीज प्रथम सेमेस्टर के सिद्धार्थ को प्रथम, अच्युतानंद जयसवाल को द्वितीय स्थान मिला। प्रतियोगिता के संयोजक विद्यासागर मिश्र ने स्वागत व अमित मौर्या ने आभार ज्ञापित किया। इस मौके पर एसके यादव, शशांक त्रिपाठी व डॉ। ऋतु माथुर मौजूद रहीं।