-एसआरएन हॉस्पिटल में ठप किया कामकाज

-बोले जितना काम करवाते हैं, उतने पैसे भी दिए जाएं

PRAYAGRAJ: कोविड महामारी के बीच एमएलएन मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस इंटर्न ने मंगलवार को स्टाइपेंड बढ़ाए जाने की मांग को लेकर आंदोलन छेड़ दिया। उन्होंने कामकाज बंद कर एसआरएन हॉस्पिटल कैंपस में प्रदर्शन किया और स्टाइपेंड बढ़ाए जाने की मांग की। उनका कहना था कि पिछले एक दशक से इंटर्न का स्टाइपेंड बढ़ाया नहीं गया। जबकि अन्य प्रदेशों में इस राशि में बढ़ोतरी कर दी गई है।

7500 में काम कर रहे इंटर्न

मंगलवार को अचानक एमबीबीएस इंटर्न ने काम करना बंद दिया। उन्होंने एसआरएन हॉस्पिटल कैंपस में तख्ती लेकर स्टाइपेंड बढ़ाए जाने की मांग शुरू कर दी। उनका कहना था कि केंद्रशासित प्रदेशों के मेडिकल कॉलेजेस में अच्छा मानदेय दिया जा रहा है। जबकि यूपी में महज 7500 रुपए प्रतिमाह देकर काम लिया जा रहा है। केंद्र सरकार के अंतर्गत चिकित्सा कालेजों में 23500 स्टाइपेंड है। जबकि असम में 31500, कर्नाटक में 30000 और पश्चिम बंगाल में यह मानदेय 28050 रुपए प्रतिमाह है। यूपी में इसी रेशियों में मानदेय बढ़ाया जाना चाहिए।

जनरल से लेकर कोविड ड्यूटी तक

मेडिकल कॉलेज में 150 एमबीबीएस इंटर्न मौजूद हैं। इनमें से कुछ जनरल तो कुछ इंटर्न कोविड ड्यूटी में तैनात हैं। इनको कई घंटे तक काम करना पड़ता है। उनका कहना है कि कोविड संक्रमण के दौरान इंटर्न को कई तरह के खतरों का भी सामना करना पड़ रहा है। बावजूद इसके सरकार हमारा स्टाइपेंड नहीं बढ़ा रही है। सरकार को इस दिशा में भी सोचना होगा।

पहले भी कर चुके हैं मांग

इसके पहले भी इंटर्न की ओर से स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग की जा चुकी है, जिसे सरकार ने नहीं माना है। इस बार भी इंटर्न अपनी मांग को लेकर मैदान में आ चुके हैं। उनका कहना है कि इंटर्न से अधिक मानदेय मनरेगा के मजदूरों का है। सरकार को इस तर्क पर भी ध्यान देना होगा।