आंगनबाड़ी वर्कर्स ने बोला धावा, चैंबर से नदारद हुए अधिकारी

घंटों चला ड्रामा, मेन गेट पर किया कब्जा, कर्मचारियों से धक्का-मुक्की

अपनी मांगों को लेकर भारी संख्या में ग्राम प्रधान भी रहे मौजूद

ALLAHABAD: दूर-दराज से आने वाली जनता को शुक्रवार को जिला मुख्यालय का नजारा किसी रणक्षेत्र से कमतर नहीं लगा। यहां हजारों की संख्या में पहुंची आंगनबाड़ी वर्कर्स ने जमकर बवाल काटा। पहले उन्होंने कलेक्ट्रेट पर मनमानी की और फिर विकास भवन पहुंच गई। यहां पर मेन गेट पर कब्जा कर अधिकारियों के चैंबर का घेराव किया। कलेक्ट्रेट से लेकर विकास भवन तक बवाल होता देख कर्मचारी भी आक्रोशित हो गए और दोनों ओर से धक्का-मुक्की और बहस होने लगी। इस बीच चैंबर छोड़कर निकले अधिकारियों के इंतजार में पब्लिक शाम तक भटकती रही।

गेट से सड़क तक कब्जा

आंगनबाड़ी वर्कर्स दो सितंबर से राज्य कर्मचारी घोषित किए जाने और न्यूनतम वेतन 18 हजार देने की मांग पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। सरकार द्वारा उनकी मांग पर विचार नहीं किए जाने से आक्रोशित हजारों वर्कर्स आज सड़क पर उतर आई। शुक्रवार को उन्होंने सबसे पहला हमला कलेक्ट्रेट परिसर पर किया। यहां पर भारी संख्या में पहुंचकर घंटों नारेबाजी की। यह देखकर पब्लिक और कर्मचारी-अधिकारी सकते में आ गए। यहां से निकली वर्कर्स ने विकास भवन पर अपना कब्जा जमा लिया। माहौल बिगड़ता देख निचले तल के अधिकारी चैंबर से निकल गए। इसके बाद आंगनबाड़ी वर्कर्स ने यहां घंटों नारेबाजी की। मेन गेट को अंदर से बंद कर दिया। जिससे काफी देर तक लोग मजबूरी में फंसे रहे। कुछ कर्मचारियों और वर्कर्स के बीच गेट खुलवाने को लेकर धक्का-मुक्की और तीखी बहस भी हुई। इस बीच सड़क पर लंबा जाम लगने से राहगीरों को भी दिक्कत का सामना करना पड़ा।

मंत्रियों के आवास पर दिखाए तेवर

इस दौरान आंगनबाड़ी वर्कर्स से उप्र सरकार के मंत्रियों लल्लन राय, इंदु प्रकाश मिश्रा और उज्जवल रमण के आवास भी धरना प्रदर्शन किया। इस आपाधापी में आधे दिन तक विकास भवन और कलेक्ट्रेट का कामकाज भी बाधित रहा। हजारों की संख्या में पब्लिक को निराश होकर वापस लौटना पड़ा। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ उप्र के प्रदेश प्रभारी श्याम सूरत पांडेय, मंडल अध्यक्ष संतोष मिश्रा, जिलाध्यक्ष मौजीलाल रावत ने कहा कि राज्य और केंद्र की सरकार को केवल विधानसभा चुनाव नजर आ रहे हैं। उन्हें आंगनबाड़ी वर्कर्स की आवाज सुनाई नहीं पड़ रही। उन्होंने मांगे नहीं माने तक अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रखने की चेतावनी दी।

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पहले दिन फुस्स हुआ आधार नामांकन

डीएम संजय कुमार के निर्देश पर शुक्रवार से कौडि़हार ब्लॉक में पांच वर्ष तक के बच्चों का आधार नामांकन प्रक्रिया की शुरुआत होनी थी। लेकिन, आंगनबाड़ी वर्कर्स की हड़ताल के आगे यह अभियान पहले दिन ही फ्लाप हो गया। कई गांवों में कैंप लगाकर आधार कार्ड बनाए थे। लेकिन, चिंहित बच्चों की सूची नहीं मिल पाने से इस प्रक्रिया की शुरुआत में कई बाधाएं सामने आ गई।

प्रधानों ने दिनभर की सभा

विकास भवन परिसर में ही शुक्रवार को कई गांव के प्रधानों ने बजहा गांव प्रकरण को लेकर सांकेतिक धरना दिया। उन्होंने एबीएसए और सीओ को निलंबित किए जाने समेत शिक्षिका के साथ मारपीट और बदसुलूकी के आरोपियों के खिलाफ दर्ज मुकदमों को वापस लिए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि मांगें नहीं माने जाने पर प्रधान और सचिव बेमियादी हड़ताल पर चले जाएंगे। प्रधान संघ के नेताओं ने कहा कि वह अपने सम्मान की लड़ाई में पीछे नहीं हटेंगे।