प्रयागराज ब्यूरो । बिजली कर्मियों की 72 घंटे की हड़ताल रविवार दोपहर बाद भले ही समाप्त हो गई लेकिन परेशानियां कम नहीं हुई। पूरी तरीके से बिजली आपूर्ति बहाल होने में कुछ घंटों का वक्त लग सकता है। शनिवार को हुई बारिश के कारण कई जगह लाइन में फॉल्ट भी आई। हड़ताल से लौटे कर्मचारी रविवार देर शाम तक फॉल्ट मरम्मत करने में जुटे रहे। ऐसे में पानी और मोबाइल चार्जिंग को तरस रहे लोगों को देर शात तक राहत के लिए इंतजार करना पड़ा। हड़ताल के दौरान जिले में कहीं 30 तो कहीं 40 तो कहीं 60 घंटे तक बिजली नहीं रही। शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक हाहाकर मच गया। बिजली-पानी की समस्या को लेकर रविवार को जमकर हंगामा भी हुआ। कई जगह रास्ताजाम कर दिया गया। तेलियरगंज चौराहे पर किए गए रास्ताजाम के चलते प्रयागराज-लखनऊ राजमार्ग पर करीब छह घंटे तक आवागमन बंद रहा। पुलिस ने समझा-बुझाकर लोगों को हटाया। वहीं, रामबाग, बहादुरगंज, करेली में भी लोग सड़क पर उतरे। कई क्षेत्रों में 40-50 घंटे से बिजली गुल होने के कारण लोग नहाने-खाने तक के पानी के लिए परेशान रहे।
समझाने पर भी समझने को तैयारी नहीं थे लोग
सुबह आठ बजे से शुरू हुआ बवाल
तेलियरगंज चौराहे पर रविवार सुबह करीब आठ बजे सैकड़ों लोग पहुंचे और सीढ़ी लगाकर रास्ताजाम कर दिया। इससे प्रयागराज-लखनऊ राजमार्ग पर आवागमन ठप हो गया। बिजली और प्रशासनिक विभाग के खिलाफ लोग नारेबाजी करने लगे। मौके पर पहुंची शिवकुटी पुलिस ने समझाने की कोशिश की तो लेकिन लोग बिजली बहाल होने तक वापस न लौटने की बात पर अड़े रहे। लगभग 12 बजे कर्नलगंज समेत आसपास के थाने की पुलिस भी पहुंची। एक बार फिर लोगों को समझाने का सिलसिला शुरू हुआ। लेकिन आक्रोशित लोग कुछ सुनने को तैयार नहीं हुए। करीब दो बजे बिजली विभाग के अधिकारियों ने जल्द बिजली आपूर्ति बहाल कराने का आश्वासन दिया, तब जाकर लोगों ने सड़क छोड़ी। करीब छह घंटे तक चले रास्ताजाम से सड़क के दोनों छोर पर करीब तीन किलोमीटर तक वाहनों की कतार लग गई थी।

समाधान के बाद हटने की कहते रहे बात
दोपहर में रामबाग रेलवे ओवरब्रिज पर लोगों ने मोबाइल बैरियर लगाकर रास्ताजाम कर दिया। नारेबाजी की गई। पुलिसकर्मियों ने हटाने की कोशिश की तो लोगों ने कहा कि तीन दिन से बिजली-पानी के संकट से जूझ रहे हैं। समस्या के समाधान के बाद ही हटेंगे। हालांकि, दो घंटे बाद पुलिस ने सभी को सड़क से हटाया। बहादुरगंज पुलिस चौकी के पास भी रास्ताजाम किया गया। इसमें महिलाएं भी शामिल रहीं। कहा गया कि लोग बिजली-पानी से परेशान हैं और कोई सुनने वाला नहीं है। पुलिस ने जैसे-तैसे लोगों को यहां से हटाया।


उपकेंद्रों पर जुटी रही भीड़
पावर हाउस, मो। अली पार्क, गऊघाट, फोर्ट रोड, दारागंज, केंद्रांचल, कसारी-मसारी, चौफटका, करैलाबाग, कल्याणी देवी, टैगोर टाउन, विश्वविद्यालय, बमरौली समेत कई अन्य उपकेंद्रों पर सुबह से ही भीड़ जुटी रही। पुलिसकर्मी लोगों को समझाते रहे, लेकिन कोई कुछ सुनने को तैयार नहीं था।

लाठी के जोर पर खदेड़ा
रामबाग उपकेंद्र पर शनिवार देर रात करीब दो बजे जुटी भीड़ को पुलिस ने पहले समझाने की कोशिश की, लेकिन हो हल्ला होने लगा। माहौल बिगड़ता देख पुलिसकर्मियों ने डंडे के जोर पर सभी को वहां से खदेड़ा। इसे लेकर लोगों में खासा आक्रोश रहा।