प्रयागराज ब्यूरो । माफिया अशरफ के साले सद्दाम को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। सद्दाम की गिरफ्तारी दिल्ली से हुई है। सद्दाम अपनी लवर से मिलने दिल्ली आया था। इस दौरान वह पकड़ा गया। एसटीएफ को उसकी कई महीने से तलाश थी। कई महीने की मशक्कत के बाद एसटीएफ ने उसे खोज निकाला। सद्दाम के खिलाफ कई केस दर्ज हैं। उसकी गिरफ्तारी बरेली में दर्ज केस में की गई है। सद्दाम पर उमेश पाल हत्याकांड की साजिश में शामिल होने का आरोप है। सद्दाम पर बरेली पुलिस ने एक लाख का इनाम घोषित किया था।
पूरामुफ्ती का रहने वाला है सद्दाम
माफिया अशरफ की ससुराल हटवा पूरामुफ्ती में है। अब्दुल समद उर्फ सद्दाम अशरफ का साला है। अशरफ की शादी के बाद सद्दाम को भी माफिया बनने का शौक हो गया। धीरे धीरे वह अशरफ के इशारे पर काम करने लगा। बरेली जेल में अशरफ को रखा गया तो सद्दाम भी बरेली पहुंच गया। सद्दाम बरेली में बारादरी थाना क्षेत्र के खुशबू इनक्लेव में मोहम्मद यासीन के मकान में किराए पर रहने लगा। इस दौरान वह अशरफ के इशारे पर जमीन कब्जाने और रंगदारी वसूलने का काम करने लगा। बरेली में वह अशरफ के इशारे पर लाला गद्दी, नाजिश, सैयद साहब, फुरकान के साथ मिलकर गैंग चला रहा था।

उमेश पाल हत्याकांड के आया चर्चा में
24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या हुई। इसके बाद जांच पड़ताल में सद्दाम का नाम चर्चा में आया। पुलिस की तहकीकात में पता चला कि बरेली में अशरफ के जेल में रहने के दौरान सद्दाम भी वहीं रहता था। जिस पर बरेली के थाना बिथरी चौनपुर में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। इस दौरान सद्दाम फरार हो गया। काफी तलाश के बाद भी सद्दाम नहीं मिला तो बरेली पुलिस ने उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर दिया।

जगह बदल कर रह रहा था सद्दाम
अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए सद्दाम जगह बदल कर रहने लगा। उसने कर्नाटक और मुम्बई में ठिकाना बना रखा था। कई बार उसके दिल्ली में रहने की बात चर्चा में आई। पुलिस ने दांव लगाया मगर उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी। जिस पर पुलिस को उसकी सरगर्मी से तलाश थी।
प्रेमिका से मिलने आया दिल्ली
इधर पुलिस उसकी गिरफ्तारी को लेकर ठंडी पड़ गई तो सद्दाम बेफ्रिक हो गया। मगर उसे शायद ये पता नहीं था कि उसके पीछे एसटीएफ लग गई है। बुधवार को सद्दाम मुंबई से दिल्ली पहुंचा। दिल्ली में उसकी लवर अनस रहती है। सद्दाम दिल्ली में मालवीय नगर डीडीए के फ्लैट में पहुंचा तो रात करीब दो बजे एसटीएफ ने घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया। पूछताछ में पता चला कि वह अपनी लवर अनस से मिलने आया था। उसके कब्जे से दो मोबाइल और प्रयागराज एक नंबर की एक कार मिली।
अतीक गैंग का सक्रिया सदस्य
अब्दुल समद उर्फ सद्दाम अतीक अहमद गैंग का सक्रिय सदस्य है। साला होने की वजह से अशरफ उस पर काफी भरोसा करता था। अशरफ के मार्फत होने वाले लेनदेन का सारा हिसाब किताब सद्दाम के पास रहता था। बरेली जेल में अशरफ की सारी व्यवस्था सद्दाम देखता था।

सद्दाम पर दर्ज है ये मुकदमें
सद्दाम पर धूमनगंज थाने में 2015, 2016, 2020 में केस दर्ज हुए। ये मुकदमें रंगदारी और 420 की धारा के हैं। तीन केस बरेली में दर्ज हैं। यहां उसके खिलाफ उमेश पाल हत्याकांड में साजिश में शामिल होने के केस दर्ज किए गए हैं।

सद्दाम के खिलाफ उमेश पाल हत्याकांड की साजिश में शामिल होने का आरोप है। उसके खिलाफ अन्य कई केस भी दर्ज हैं। एसटीएफ ने उसकी गिरफ्तारी दिल्ली मालवीय नगर से की है। वह अपनी प्रेमिका से मिलने आया था। इस दौरान उसकी गिरफ्तारी हुई।
अब्दुल कादिर, पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ बरेली यूनिट