प्रयागराज (ब्यूरो)। गिरफ्तार किए गए शातिरों में गैंग के सरगना का नाम रवि पांडेय पुत्र महेंद्र निवासी कौवा थाना करछना बताया गया। जबकि गुर्गों में अखिलेश कुमार दुबे पुत्र साहब लाल दुबे निवासी थोथा पियरा थाना हलिया जिला मीरजापुर और दिनेश कुमार पुत्र बड़े लाल निवासी मुंगारी थाना औद्योगिक क्षेत्र शामिल है। पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ प्रयागराज ने शनिवार को इस गिरफ्तारी का खुलासा किया।

बताया कि पूछताछ में तीनों ने क्लोन तैयार करने के पूरे तरीकों के बारे में जानकारी दिए। शातिरों ने कहा कि एटीएम कार्ड के क्लोनिंग का काम वह कई वर्षों से करते आ रहे हैं। तीनों ऐसे एटीएम बूथ को तलाशते हैं जहां पढ़े लिखे लोग कम जाते हैं। ऐसे बूथ पर रुपये निकालने वालों के पीछे वह खड़े हो जाते हैं। रुपये निकाल रहे लोगों से मदद के नाम कार्ड अपने हाथ में ले लेते हैं। इसके बाद अपने पास छिपाए गए एटीएम कार्ड स्कीमर के जरिए लोगों के कार्ड को स्कैन कर लेते हैं। इसी बीच झांसे से कार्ड का पिनकोड भी देख लेते हैं। इतना करने के बाद लैपटॉप के जरिए साफ्टवेयर के सहारे एटीएम कार्ड का क्लोन तैयार कर लोगों के खाते से रुपये निकाल लिया करते थे। यह भी राज उगले कि एक ही कार्ड का कई बार क्लोन तैयार कर लेते थे।

तीनों बेहद शातिर किस्म के फ्राड हैं। एसटीएफ टीम बारा क्षेत्र के गन्ने टोल प्लाजा पर गश्त कर रही थी। इसी बीच शक होने पर टीम ने उनकी कार को रोक लिया। रोकते ही तीनों सकपका गए। इस पर शक हुआ। पूछताछ की गई तो पूरा मामला सामने आ गया।

नावेन्दु कुमार, पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ प्रयागराज