हाई पावर कमेटी करेगी मामले की जांच, हो सकता है निष्कासन

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह, उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह और महामंत्री सिद्धार्थ सिंह गोलू को वीसी का विरोध करना भारी पड़ गया है। तीनो के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। पीआरओ डॉ। केएन उत्तम ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि विवि की परीक्षाओं के दौरान शोरगुल करना, कार्यालयों को बंद करवाना, सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने जैसी चीजें मर्यादित आचरण का प्रतीक नहीं है।

डॉ। उत्तम ने बताया कि छात्रसंघ पदाधिकारियों समेत छात्रों के पूरे प्रदर्शन की जांच के लिए एक हाई पावर कमेटी का गठन किया गया है, जो पूरे प्रकरण की जांच करेगी। जिसे भी दोषी पाया गया उसके खिलाफ निलंबन से लेकर निष्कासन तक की कार्रवाई होगी।

हम तो यूजीसी के निर्देश पर काम कर रहे

इस संबंध में पीआरओ की ओर से समाचार पत्र के दफ्तर में दो मेल में दो पत्र अटैच करके भेजे गए हैं। एक मेल यूजीसी की ओर से वीसी को भेजी गई है। इसमें नए सत्र से यूजी और पीजी की इंट्रेंस परीक्षा आनलाइन कराने को कहा गया है। दूसरी मेल में वीसी की ओर से जारी की गई अपील में कहा गया है कि छात्रसंघ पदाधिकारी एवं छात्र विवि की शैक्षिक प्रगति एवं क्रियाकलापों को सुचारु रूप से चलने में सहयोग प्रदान करें। कहा गया है कि प्रवेश परीक्षाओं को ऑनलाइन करने का निर्णय यूजीसी के डायरेक्शन के बाद लिया गया है। जिसे विद्वत परिषद एवं संकाय परिषद ने भी मंजूरी दी है। इसकी सूचना यूजीसी को भी भेज दी गई है। छात्रों के ऑफलाइन प्रवेश का विकल्प देने की मांग तर्कसंगत नहीं है।