प्रयागराज (ब्‍यूरो)। हाई कोर्ट बार एसोसिएशन इलाहाबाद के पूर्व महासचिव सत्यधीर सिंह जादौन की अगुवाई में शुक्रवार को हुई बैठक में कतिपय अधिवक्ताओं ने बार एसोसिएशन की वर्तमान कार्यकारणी पर जिम्मेदारियों से मुंह मोढऩे का आरोप लगाए। क्रिमिनल लॉ प्रैक्टिसनर हाल में आयोजित बैठक में अधिवक्ताओं ने हाई कोर्ट बार एसोसिएशन की अकर्मण्यता पर रोष व्यक्त किया। कहा कि बार, अपनी जिम्मेदारी से मुंह फेर कर कर्मचारियों के कथन से संचालित हो रही है।

अग्रसारित करके जमा नहीं करा रहे सीओपी आवेदन
कहा गया कि यूपी बार कौंसिल के आदेश के अनुपालन में समस्त बार एसोसिएशन को सीओपी के फॉर्म 30 नवंबर तक भर कर बार एसोसिएशन के माध्यम से 250 रुपये के साथ अग्रसारित कर यूपी बार कौंसिल में जमा कराना है, किंतु ऐसा नहीं हो रहा है। जादौन ने कहा कि वरिष्ठ अधिवक्ताओं के कहने पर उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर बार एसोसिएशन ऑफिस में उपरोक्त प्रस्ताव रखा लेकिन उस पर सकारात्मक पहल नहीं हुई। बताया गया कि कर्मचारीगण कह रहे हैं कि किसी का फॉर्म अपूर्ण रहा तो जिम्मेदारी कौन लेगा? इससे ऐसा प्रतीत होता है कि बार अपनी जिम्मेदारी से मुंह फेर कर कर्मचारियों के कथन से संचालित हो रही है। पूर्व में भी बार एसोसिएशन द्वारा ही सीओपी फॉर्म अग्रसारित कर यूपी बार कौंसिल भेजे गए थे। अब भी समस्त जिला बार एसोसिएशन, अधिवक्ताओं के फॉर्म अपने बार के माध्यम से भेज रही है। न्यायिक कार्य करते हुए अधिवक्ता यूपी बार कौंसिल जाकर समय नहीं दे सकता है। बार एसोसिएशन को सीओपी फॉर्म हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के काउंटर से भेजा जाना अपेक्षित है और एसोसिएशन की जिम्मेदारी भी। इस मौके पर अंकित सरन, अंकुर टंडन, राजेंद्र पांडेय, साकिब मिजान, नौशाद सिद्दीकी, अमित वर्मा, गौरव पांडेय, राकेश दुबे, ओमकार मलिक, राकेश श्रीवास्तव, पुष्कर श्रीवास्तव,सत्य प्रकाश तिवारी,मनीष टंडन,आनंद द्विवेदी, आनंद द्विवेदी राजेश चौहान वीएस परमार, विजय बहादुर शिवहरे, हैप्पी तिवारी शिव प्रताप सिंह,कविता तोमर, राखी, विनय कुमार, संजीव शर्मा अरविंद श्रीवास्तव इत्यादि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।