करेंसी एक्सचेंज में मनमानी कर कई बैंकर्स ने की है मोटी कमाई

नौ से 23 नवंबर तक बैंकों में जमा फार्मो की आरबीआई करा रहा जांच

फार्म से अधिक बदली गई है करेंसी तो फसेंगे बैंक कर्मचारी और अधिकारी

balaji.kesharwani@inext.co.in

ALLAHABAD: नोटबंदी के बाद करेंसी एक्सचेंज में पद का दुरुपयोग कर मनमाने तरीके से नोट बदलकर मोटी कमाई करने वाले बैंकर्स के बुरे दिन आने वाले हैं। बीस से तीस फीसद कमीशन लेकर करेंसी एक्सचेंज की आड़ में लोगों की ब्लैकमनी को व्हाइट में बदलने वाले इन बैंकर्स की जल्द ही पोल खुल जाएगी। क्योंकि कई बैंकों में इस गोरखधंधे के उजागर होने के बाद आरबीआई नौ से 23 नवंबर तक करेंसी एक्सचेंज के दौरान जमा किए गए फार्मो की जांच करा रहा है।

आरबीआई ने बैंकों को दिया आदेश

रिजर्व बैंक ने सभी बैंक के हेड ऑफिसों को लेटर लिखा कि नौ से 23 नवंबर तक करेंसी एक्सचेंज के दौरान जमा किए गए फार्म व आईडी की जांच की जाए। आरबीआई के इस आदेश के बाद करेंसी एक्सचेज में 'ब्लैक' गेम खेलने वाले बैंकर्स की नींद उड़ गयी है।

होता गया खेल पर खेल

प्रधानमंत्री द्वारा आठ नवंबर को पांच सौ व हजार के नोट को बंद करने की घोषणा के बाद करेंसी एक्सचेंज कराने में पब्लिक को खूब धक्का खाना पड़ा। इसके ठीक उलट धन कुबेरों ने दिहाड़ी पर लोगों को हायर कर काला धन सफेद कराने का खेल खेला। भेद खुलने पर सरकार ने नोट एक्सचेंज कराने वालों के हाथ में चुनाव वाली स्याही लगानी शुरू की तो बैंकों से भीड़ छंटने लगी। सरकार के इस कदम के बाद धन कुबेरों ने पैसा मिट्टी होता देखा तो बैंकर्स को ही सेट कर लिया। बैंकर्स ने भी मौके पर चौका मारते हुए धन कुबेरों से मिलीभगत कर खूब धन बटोरा।

दूध-का दूध और हो पानी का पानी

इस गोरखधंधे में कई बैंकर्स बेनकाब हुए तो आरबीआई ने सभी बैंकों से करेंसी एक्सचेंज की डिटेल तलब कर लिया है। आरबीआई ने सभी बैंकों से नौ से 23 नवंबर तक नोट बदलने वालों की सूची तलब की है। निर्देश में साफ लिखा है कि इस अवधि में जितने लोग भी नोट बदलने आए हैं, उनकी आईडी, कितने 500 व एक हजार रुपये के नोट बदले गए हैं, उसका विवरण, इस अवधि में एकाउण्ट में जमा हुए पैसे व छोटे नोटों की जानकारी उपलब्ध कराएं। इसके बाद करेंसी एक्सचेंज में ब्लैक गेम खेलने वाले बैंकर अपने आप बेनकाब हो जाएंगे। आरबीआई को पता चल जाएगा कि बैंक में कितने छोटे व बड़े नोट एक दिन में आए थे और इनका एक्सचेंज किन लोगों ने किया है। आरबीआई के नए निर्देश से बैंक के लोगों में हड़कंप मचा है।

यूबीआई ने भेजी रिपोर्ट

यूबीआई सूत्रों के मुताबिक आरबीआई के आदेश पर यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया ने नवंबर महीने में होने वाले लेन-देन का कांक्रीट ऑडिट कराया। ऑडिटर की टीम ने नौ नवंबर के बाद से करेंसी बदलने के लिए जमा किए गए फार्म और उसमें लगे आईडी की जांच की। बैंक की करेंसी की भी जांच हुई। इसमें 500 व एक हजार रुपये के एक नोट में भी गड़बड़ी नहीं मिली है। इसकी रिपोर्ट यूनाईटेड बैंक ऑफ इंडिया के रीजनल और हेड ऑफिस भेज दी गई है। वहां से रिपोर्ट आरबीआई और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को भेजी जाएगी।

जिन बैंकों में करेंसी एक्सचेंज के दौरान एब्नार्मल फिगर सामने आए हैं, वहां पर जांच हो सकती है। वैसे सभी बैंकों के फीगर उनके रीजनल ऑफिस और हेड ऑफिस भेजे जा रहे हैं। जहां पर जांच के बाद फिगर डिफरेंस मिलने पर आरबीआई और आईटी को सूचना दी जा सकती है। फिलहाल हमारे बैंक में ऐसी स्थिति नहीं है।

नरायण ताताचारी

एजीएम, इलाहाबाद बैंक