तीन लाख 89 हजार से अधिक अभ्यर्थियों ने किया है आवेदन

बीटीसी 2015 में एक पद पर पांच दावेदारों के बीच होगी टक्कर

ALLAHABAD: प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक पद पर तैनाती के लिए टीईटी के साथ बीटीसी को अनिवार्य कर दिया गया है। इस बदलाव ने अभ्यर्थियों में बीटीसी का क्रेज बढ़ा दिया है। यही वजह है कि बीटीसी 2015 में दाखिले के इस बार प्रदेश भर से तीन लाख 89 हजार 976 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। यह उपलब्ध सीटों के सापेक्ष लगभग पांच गुना है। इससे हर सीट के लिए अभ्यर्थियों में कांटे की टक्कर तय है।

पांच लाख ने कराया था रजिस्ट्रेशन

सत्र 2015 में सूबे के बीटीसी कालेजों में दाखिले के लिए पांच लाख के करीब अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। इसके सापेक्ष तीन लाख 89 हजार 976 ने आवेदन पत्र भरा है। इन आवेदनों के जरिए अभ्यर्थी सूबे के सभी जिलों में मौजूद डायट व प्राइवेट बीटीसी कालेजों में से किसी एक में दाखिला करा सकेंगे।

दाखिले में होगी कांटे की टक्कर

सूबे में अभी तक कुल 65 जिला शिक्षा व प्रशिक्षण संस्थान (डायट) व 1426 प्राइवेट बीटीसी कालेज हैं। डायट में कुल 10,500 सीटे हैं, जबकि प्राइवेट कालेजों को 50-50 सीटें एलाट हैं। इस हिसाब से प्राइवेट कालेजों में सीटों की संख्या 71300 है। अगर डायट और बीटीसी के प्राइवेट कालेजों की टोटल सीटों पर नजर डाले तो इनकी संख्या 81800 हो जाती है। इन सीटों पर तीन लाख 89 हजार 976 अभ्यर्थी अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। ऐसे में प्रत्येक सीट के पांच दावेदारों में टक्कर होना तय है। 14 जुलाई को आवेदन शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि समाप्त होने के बाद अब आगे की प्रक्रिया को पूरी किया जाना है। इसमें ऑन लाइन आवेदन में नियमानुसार संशोधन करने की प्रक्रिया 20 जुलाई से शुरू होगी, जो 22 जुलाई को शाम छह बजे तक संचालित की जाएगी।

फैक्ट फाइल

सूबे में 65 डायट और 1426 प्राइवेट बीटीसी कालेज हैं

सभी डायट में 10,500 व प्राइवेट कालेजेस में हैं 71300 सीटें

आवेदन के लिए कुल रजिस्ट्रेशन 500756

कुल 389976 अभ्यर्थियों ने दाखिले के लिए किया है आवेदन

दिव्यांग अभ्यर्थियों की संख्या 17173

ऑनलाइन किए गए हैं आवेदन, 22 जुलाई तक होगा संशोधन

क्यों बढ़ा बीटीसी का क्रेज

प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक बनने के लिए टीईटी के साथ बीटीसी अनिवार्य

हर साल प्राथमिक विद्यालयों में सृजित होते हैं 16 हजार नए पद

2002, 2006, 2009, 2011 में निकली थी भर्ती

भविष्य में रिक्त पदों का बढ़ता जाएगा ग्राफ