प्रयागराज ब्यूरो । कॅरियर को लेकर फिक्रमंद कुछ युवाओं ने प्रयाग रेलवे स्टेशन पर रविवार को ट्रेन रोकने की बात कही थी। इससे यहां ट्रैक पर सुबह होते ही टेंशन बढ़ गई। सुरक्षा व शांति व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस और जीआरपी के अफसर एक्टिव हो गए। स्टेशन से लेकर आसपास एरिया में बड़ी संख्या में फोर्स तैनात कर दी गई। सुबह से तैनात जवान शाम चार बजे तक बवर्दी मुस्तैद रहे। फोर्स के एक्टिव हो जाने से यहां ट्रेन रोकना तो दूर यात्री को छोड़कर एक भी युवा रेलवे स्टेशन पर नजर नहीं आया। फोर्स के साथ अफसर रेलवे स्टेशन से लेकर आसपास के ट्रैक पर भी गश्त करते रहे। फायर ब्रिगेड की गाडिय़ां भी स्टेशन के बाहर किसी भी स्थिति से निपटने के लिए खड़ी रहीं। हालांकि सब कुछ सामान्य और माहौल शांति पूर्ण रहा।

जवानों के साथ गश्त करते रहे अफसर
सुरक्षा ड्यूटी में तैनात कुछ जवानों ने बताया कि रेलवे में भर्ती और आवेदनों में पदों की संख्या बढ़ाए जाने की मांग को लेकर कुछ युवा ट्रेन रोकने का प्लान तैयार किए थे। पता चला था कि वह प्रयाग रेलवे स्टेशन या इसके आसपास ट्रेन रोकने का काम कर सकते हैं। यह बात मालूम चलने के बाद अफसर सुरक्षा को लेकर एक्टिव हो गए थे। अफसरों के आदेश पर ही वह सभी यहां सुरक्षा के मद्देनजर तैनात किए गए हैं। प्रयाग रेलवे स्टेशन पर पुलिस व जीआरपी सहित पीएसी के जवान भी लगाए गए थे। रेलवे स्टेशन पर भारी संख्या में फोर्स को काम्बिंग करते देख आसपास के दुकानदार सकते में आ गए थे। वह ये बात नहीं समझ पा रहे थे कि आखिर सुबह होते ही इतनी संख्या में फोर्स रेलवे स्टेशन परिसर में क्यों आ गई। हालांकि बाद में उन्हें भी फोर्स की तैनाती की वजह मालूम चली। तब जानकर उनकी बेचैनी खत्म हुई। सुरक्षा में तैनात जवान रेलवे स्टेशन से लेकर आसपास काफी दूर तक ट्रैक पर नजर बनाए रहे। जवानों के साथ अफसर काम्बिंग करते हुए दिखाई दिए।

फोर्स देख ट्रेन रोकने नहीं पहुंचा कोई
यहां रेलवे स्टेशन पर भारी संख्या में फोर्स तैनात है, यह बात शायद ट्रेन रोकने की बात करने वाले युवाओं को मालूम चल गई थी। यही वजह रही कि ट्रेन रोकने के लिए रेलवे स्टेशन या आसपास कोई नहीं पहुंचा। रेलवे स्टेशन पर सिर्फ यात्री ही नजर आ रहे थे। बताते हैं कि सुबह से तैनात पुलिस व पीएसी एवं जीआरपी के जवान शाम चार बजे तक सक्रिय और मुस्तैद रहे। जब चार बज गया और जवान पूरी तरह अश्वस्त हो गए कि कोई नहीं आएगा इसके बाद ही जवानों को रेलवे स्टेशन से हटाया गया। जवानों को हटाने के बाद भी जीआरपी के जवान प्रयाग रेलवे स्टेशन पर एक्टिव रहे।