Allahabad: बेटा या बेटी की शादी करने के लिए पैरेंट्स को दो चीजों का बेसब्री से इंतजार रहता है। पहला लग्न के लिए शुभ मुहूर्त और दूसरा सस्ता सोना-चांदी का। सोना पिछले एक माह से सस्ता चल रहा है। लोगों ने इस दौरान धड़ाधड़ खरीदारी की। शादी की तैयारी में जुटे लोगों के लिए यह गोल्डेन मंथ जैसा रहा। अक्षय तृतीया से ज्यादा सुनहरा मौका मिल नहीं सकता। यह दिन इतना शुभ माना गया है कि इस लोग बिना पुरोहित से विचार करवाए भी शादी की तिथि तय कर लेते हैं। इसीलिए मंडे को खूब बारातें आईं। हर तरफ शहनाई गूंजी। लेकिन, इससे सिटी का ट्रैफिक बुरी तरह प्रभावित हुआ। लोग जगह-जगह जाम में फंसे रहे और बाराती अपनी धुन में डांस और म्यूजिक पर झूमते रहे.

300 शादियां थी सिटी में
अक्षय तृतीया पर सिटी में करीब 300 शादियां थी। जिधर, निकलो उधर बैंड बाजे की धुन पर नाचते गाते लोग। बीच रोड पर बजता डीजे, उस डांस करते ब्वायज और गल्र्स के ग्रुप। पीछे-पीछे लाइटिंग और डेकोरेशन का सामान लादे लोग और इन सबके बीच कराहता ट्रैफिक। सिटी की हर गली, हर रोड पर मंडे को यही सीन था। नार्मल डेज में जाम की प्रॉब्लम से जूझ रहे सिटी में मंडे को ट्रैफिक तो जैसे ठहर सा गया। हर तरफ बज रहे बैंड बाजे ने जहां लोगों में खुशी का एहसास कराया वहीं लोग ट्रैफिक जाम में फंसकर बेहाल रहे. 

No entry खुलते ही बढ़ा pressure
रात नौ बजे नो इंट्री खुलते ही सिटी की पोजीशन और खराब हो गई। सिटी को अन्य शहरों से कनेक्ट करने वाले चारों हाइवे से नो इंट्री रात नौ बजे खोली जाती है। सिटी को इलाहाबाद-लखनऊ हाइवे, इलाहाबाद-कानपुर हाइवे, इलाहाबाद-मिर्जापुर हाइवे और इलाहाबाद-रीवा हाइवे कनेक्ट करते हैं। रात नौ बजे नो एंट्री खुलने के बाद ट्रकों और हैवी वेहिकल की सिटी में एंट्री शुरू हो जाती है। लेकिन अक्षय तृतीया पर हर गली-मुहल्ले में शादी थी। इस कारण ज्यादातर रोड पर बाराती गाजे-बाजे के साथ डांस करने के लिए डटे थे। एक बारात में अमूमन 200 लोग तो होते ही हैं। इनकी वजह से हाइवे से सिटी में आने वाला ट्रैफिक बुरी तरह से प्रभावित हुआ. 

Full हुए guest house
सिटी में करीब 80 गेस्ट हाउस और मैरिज हॉल ऐसे हैं जो नगर निगम में रजिस्टर्ड हैं। इनमें से ज्यादातर गेस्ट हाउस और मैरिज हॉल मंडे को बुक थे। इनकी बुकिंग पार्टियों ने काफी पहले से करवा ली थी। बंपर लग्न होने के कारण बहुत से लोगों को गेस्ट हाउस और मैरिज हॉल नहीं मिले तो उन लोगों वैकल्पिक व्यवस्था की। लेकिन शादी तो करनी ही थी. 

हर काम के लिए शुभ है यह दिन
अखिल भारतीय ब्राह्मण चेतना समिति के अध्यक्ष पंडित भगतराज पांडेय ने बताया कि आज का दिन शादी-व्याह के लिए बहुत ही शुभ दिन माना जाता है। अक्षय तृतीया पर शादी करने के लिए तो लोग इंतजार करते हैं। अन्य अच्छे कार्यों के लिए भी इस दिन को काफी शुभ माना जाता है। गाड़ी खरीदना, नया मकान खरीदना, गृह प्रवेश आदि के लिए भी यह दिन बहुत शुभ है। हिंदू धर्म में मान्यता है कि अक्षय तृतीया पर ली गई किसी भी वस्तु का कभी क्षय नहीं होता है। यानि कि आज के दिन प्राप्त की गई हर चीज पूरी लाइफ आपके पास रहेगी। इसीलिए आज के दिन लोग सबसे ज्यादा सोने की खरीददारी करते हैं.

सोना खरीदने वालों की चांदी
मंडे को गोल्ड के रेट में गिरावट का असर सिटी में भी दिखा। इसका लोगों ने खूब फायदा भी उठाया। मंडे को सिटी में 24 कैरेट सोने का रेट 27,210 रुपए प्रति 10 ग्राम रहा। इस महीने में सोने का यह अब तक का मिनिमम रेट है। वहीं, सिटी में पिछले तीन दिन से 47,065 रुपए पर किलोग्राम चल रहा चांदी का रेट मंडे को भी स्थिर रहा। चांदी का भी यह इस महीने का अब तक का मिनिमम रेट है। इस मौके पर ज्वैलरी की दुकानों पर जबरदस्त भीड़ देखने को मिली। लोगों ने मैरिज के परपज से भी सोने-चांदी के ऑर्नामेंट्स की जमकर खरीदारी की. 

300 शादियां थी सिटी में

अक्षय तृतीया पर सिटी में करीब 300 शादियां थी। जिधर, निकलो उधर बैंड बाजे की धुन पर नाचते गाते लोग। बीच रोड पर बजता डीजे, उस डांस करते ब्वायज और गल्र्स के ग्रुप। पीछे-पीछे लाइटिंग और डेकोरेशन का सामान लादे लोग और इन सबके बीच कराहता ट्रैफिक। सिटी की हर गली, हर रोड पर मंडे को यही सीन था। नार्मल डेज में जाम की प्रॉब्लम से जूझ रहे सिटी में मंडे को ट्रैफिक तो जैसे ठहर सा गया। हर तरफ बज रहे बैंड बाजे ने जहां लोगों में खुशी का एहसास कराया वहीं लोग ट्रैफिक जाम में फंसकर बेहाल रहे. 

No entry खुलते ही बढ़ा pressure

रात नौ बजे नो इंट्री खुलते ही सिटी की पोजीशन और खराब हो गई। सिटी को अन्य शहरों से कनेक्ट करने वाले चारों हाइवे से नो इंट्री रात नौ बजे खोली जाती है। सिटी को इलाहाबाद-लखनऊ हाइवे, इलाहाबाद-कानपुर हाइवे, इलाहाबाद-मिर्जापुर हाइवे और इलाहाबाद-रीवा हाइवे कनेक्ट करते हैं। रात नौ बजे नो एंट्री खुलने के बाद ट्रकों और हैवी वेहिकल की सिटी में एंट्री शुरू हो जाती है। लेकिन अक्षय तृतीया पर हर गली-मुहल्ले में शादी थी। इस कारण ज्यादातर रोड पर बाराती गाजे-बाजे के साथ डांस करने के लिए डटे थे। एक बारात में अमूमन 200 लोग तो होते ही हैं। इनकी वजह से हाइवे से सिटी में आने वाला ट्रैफिक बुरी तरह से प्रभावित हुआ. 

Full हुए guest house

सिटी में करीब 80 गेस्ट हाउस और मैरिज हॉल ऐसे हैं जो नगर निगम में रजिस्टर्ड हैं। इनमें से ज्यादातर गेस्ट हाउस और मैरिज हॉल मंडे को बुक थे। इनकी बुकिंग पार्टियों ने काफी पहले से करवा ली थी। बंपर लग्न होने के कारण बहुत से लोगों को गेस्ट हाउस और मैरिज हॉल नहीं मिले तो उन लोगों वैकल्पिक व्यवस्था की। लेकिन शादी तो करनी ही थी. 

हर काम के लिए शुभ है यह दिन

अखिल भारतीय ब्राह्मण चेतना समिति के अध्यक्ष पंडित भगतराज पांडेय ने बताया कि आज का दिन शादी-व्याह के लिए बहुत ही शुभ दिन माना जाता है। अक्षय तृतीया पर शादी करने के लिए तो लोग इंतजार करते हैं। अन्य अच्छे कार्यों के लिए भी इस दिन को काफी शुभ माना जाता है। गाड़ी खरीदना, नया मकान खरीदना, गृह प्रवेश आदि के लिए भी यह दिन बहुत शुभ है। हिंदू धर्म में मान्यता है कि अक्षय तृतीया पर ली गई किसी भी वस्तु का कभी क्षय नहीं होता है। यानि कि आज के दिन प्राप्त की गई हर चीज पूरी लाइफ आपके पास रहेगी। इसीलिए आज के दिन लोग सबसे ज्यादा सोने की खरीददारी करते हैं।

सोना खरीदने वालों की चांदी

मंडे को गोल्ड के रेट में गिरावट का असर सिटी में भी दिखा। इसका लोगों ने खूब फायदा भी उठाया। मंडे को सिटी में 24 कैरेट सोने का रेट 27,210 रुपए प्रति 10 ग्राम रहा। इस महीने में सोने का यह अब तक का मिनिमम रेट है। वहीं, सिटी में पिछले तीन दिन से 47,065 रुपए पर किलोग्राम चल रहा चांदी का रेट मंडे को भी स्थिर रहा। चांदी का भी यह इस महीने का अब तक का मिनिमम रेट है। इस मौके पर ज्वैलरी की दुकानों पर जबरदस्त भीड़ देखने को मिली। लोगों ने मैरिज के परपज से भी सोने-चांदी के ऑर्नामेंट्स की जमकर खरीदारी की.