पूर्व विधायक अनुग्रह पर कांग्रेस लगा सकती है दांव

भाजपा में अभी भी जारी है घमासान, सपा ने भी अभी तक नहीं खोले हैं पत्ते

जबकि एक नवंबर से शुरू होगा मेयर के लिए नामांकन

<पूर्व विधायक अनुग्रह पर कांग्रेस लगा सकती है दांव

भाजपा में अभी भी जारी है घमासान, सपा ने भी अभी तक नहीं खोले हैं पत्ते

जबकि एक नवंबर से शुरू होगा मेयर के लिए नामांकन

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद इलाहाबाद में द्वितीय चरण में मतदान होना है। वहीं मेयर पद पर दावेदारी के लिए एक नवंबर यानी बुधवार से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होनी है, लेकिन भाजपा, सपा, कांग्रेस के साथ ही बसपा ने भी अभी तक मेयर प्रत्याशी को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले हैं। आशंकाओं के साथ ही संभावनाओं का दौर जारी है। क्योंकि सभी राजनैतिक दलों में दिग्गजों के साथ ही पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ताओं ने भी अपनी दावेदारी की है।

लिस्ट से अलग चल रहा नाम

कांग्रेस की बात करें तो इलाहाबाद नगर निगम में मेयर पद पर अपना प्रत्याशी उतारने के लिए जिला और शहर कांग्रेस कमेटी ने तीन-तीन प्रत्याशियों की अलग-अलग लिस्ट प्रदेश मुख्यालय को भेजी है। जिन्होंने पार्टी की ओर से अपनी मजबूत दावेदारी की है। वहीं सूत्रों की मानें तो कांग्रेस प्रदेश कमेटी लिस्ट से अलग मजबूत प्रत्याशी को मेयर पद पर चुनाव लड़ा सकती है। जिसमें इलाहाबाद से पूर्व विधायक अनुग्रह नारायण सिंह का नाम सबसे अधिक चर्चा में है। जिस पर पार्टी विचार कर रही है।

भाजपा में जारी है घमासान

मेयर पद को लेकर सबसे अधिक दावेदारी और घमासान भारतीय जनता पार्टी में है। जहां भ्ख् लोगों ने मेयर पद पर दावेदारी की है। जिनमें कई दिग्गज प्रत्याशी शामिल हैं। पार्टी किस के नाम पर मुहर लगाए और किन-किन के नाम को रिजेक्ट करे, इस बात को लेकर असमंजस की स्थिति है। वहीं लिस्ट से अलग कुछ खास प्रत्याशियों के नाम की भी चर्चा है। जिन्हें अपने प्रभाव के बल पर चुनाव मैदान में उतारने की चर्चा तेजी से चल रही है।

सपा ने रखा वेटिंग लिस्ट में

जब भाजपा और कांग्रेस ने पत्ता नहीं खोला है तो फिर सपा भी पीछे चल रही है। समाजवादी पार्टी ने रविवार को प्रदेश के सात नगर निगमों के लिए अपने प्रत्याशियों के नामों की लिस्ट जारी की। लेकिन इलाहाबाद का नाम उस लिस्ट में नहीं था। सेकेंड लिस्ट में इलाहाबाद नाम शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है। वहीं सपा से भी करीब एक दर्जन प्रत्याशियों ने अपनी दावेदारी की है।

बसपा है सबसे शांत

भाजपा, सपा और कांग्रेस में जहां खलबली मची है। वहीं बहुजन समाज पार्टी में सबसे अधिक शांति चल रही है। पार्टी से जुड़े नेताओं ने अपनी दावेदारी तो कर दी है, लेकिन कुछ नामों पर ही चर्चा हो रही है।