-दारागंज का रहने वाला था संक्रमित, दो दिन पहले हुआ था एडमिट

-एसआरएन हॉस्पिटल के दो जेआर भी चपेट में आए

-डफरिन हॉस्पिटल की दो नर्सो में भी कोरोना की हुई पुष्टि

PRAYAGRAJ: कोरोना से होने वाली मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा है। बुधवार को दारागंज के रहने वाले एक व्यक्ति की जान कोरोना संक्रमण के चलते हो गई। डॉक्टर्स के मुताबिक संक्रमित को निमोनिया हो चुका था और वह डायबिटीज से पीडि़त था। इसके चलते उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। इसके अलावा कोरोना ने एसआरएन हॉस्पिटल के दो जेआर को भी अपनी चपेट में ले लिया। डफरिन की दो नर्से भी बीमारी की चपेट में आ चुकी हैं।

पहले निगेटिव, फिर आई पाजिटिव

दारागंज निवासी व्यक्ति की पूर्व में मेडिकल कॉलेज में कराई गई जांच निगेटिव आई थी। इसके बाद उसे पेट में दर्द के चलते प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। बाद में प्राइवेट लैब की जांच में उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो छह जुलाई को इलाज के लिए एसआरएन में भर्ती कराया गया। यहां बुधवार सुबह 11 बजे उसकी मौत हो गई। डॉक्टर्स का कहना था कि निमोनिया की चपेट में आने से संक्रमित को बचाया नहीं जा सका।

बिना लक्षण वाले पेशेंट ने दिया संक्रमण

उधर एमएलएन मेडिकल कॉलेज में कुछ दिन पूर्व हड्डी रोग विभाग में एक फ्रैक्चर का मरीज भर्ती किया गया था। कोविड का कोई लक्षण नहीं होने पर जेआर ने उसका इलाज शुरू करा दिया। बाद में सर्जरी की जरूरत हुई तो एहतियातन उसकी कोरोना जांच कराई गई, इसमें वह पॉजिटिव आ गया। उसकी चपेट में आने से विभाग के दो जूनियर डॉक्टर्स भी कोरोना पाजिटिव हो गए हैं।

बेली में भर्ती हो सकती हैं दोनों नर्स

डफरिन की दो नर्सो की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। उनको बेली हॉस्पिटल में भर्ती कराया जा सकता है। बुधवार को जांच में उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है। जबकि कोरोना संक्रमण के कुल आठ नए मामलों ने दस्तक दी है। 12 कुल मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है। इसमें से कोटवा से चार और एसआरएन हॉस्पिटल से आठ मरीजों को स्वस्थ होने पर घर भेजा गया है।

दिनभर में कुल आठ नए मरीज सामने आए हैं। एक मरीज की एसआरएन में इलाज के दौरान मौत हुई है। एक दर्जन मरीजों को घर भेजा गया है। इसके अलावा 155 बैंक कर्मचारियों की जांच की गई है।

-डॉ। मेजर गिरिजाशंकर बाजपेई, सीएमओ प्रयागराज