हर बुखार व जुकाम और बदन में दर्द नहीं है कोरोना पर बना कर रखें दूरी

मौसमी बीमारी से पीडि़त जागरूक लोग करा रहे कोरोना जांच, बड़ी संख्या में अब भी लोग लापरवाह

PRAYAGRAJ: करवट बदल चुके मौसम के बीच तापमान में उतार चढ़ाव बॉडी के मूड को डिस्टर्ब कर रहा है। कोरोना की दूसरी लहर के बीच सर्दी, बुखार और बदन में दर्द को लेकर हर तीसरा या चौथा व्यक्ति परेशान है। यह स्थित दिमाग में कोरोना के सस्पेंस को क्रिएट कर रही है। डर से ही सही तमाम लोगों में कोरोना से सेफ्टी को लेकर जागरूकता दिख रही है। वह स्वयं हॉस्पिटलों में जांच कराने के लिए पहुंच रहे हैं। हालांकि एक बड़ा तबका अब भी कोविड-19 के दूसरे हमले को लेकर सचेत नहीं है।

मौसम चेंज पर लाइफ स्टाइल वही

तापमान के उतार चढ़ाव से इन दिनों शरीर में दर्द और बुखार जैसी बीमारियों से हजारों लोग ग्रसित हैं। डॉक्टर कहते हैं कि हर बुखार और खासी व सर्दी कोरोना नहीं होती है। उनके मुताबिक बदले मौसम में लोगों द्वारा लाइफ स्टाइल में चेंज न करना इस स्थिति की वजह है। दरअसल तापमान फ्लैक्चुएट कर रहा है। ऐसे में सर्दी और गर्मी का असर बॉडी पर तेजी से पढ़ रहा। टेंप्रेचर के प्रभाव और खानपान में अनियमितता शरीर को अंदर से वीक बना दे रही है। ऐसी स्थिति में थकावट यानी बदन में दर्द, हरारत, बुखार व सर्दी का होना आम है।

तकलीफ में हों तो रखें डिस्टेंस

- मौसमी बीमारियों को कोरोना समझ कर परेशान होने के बजाय सतर्कता बढ़ाने की जरूरत है।

- बाहर ज्यादा निकलने व लोगों से मिलने जुलने में परहेज करें।

- भीड़भाड़ वाले स्थान पर न जाएं, यदि मजबूरी है तो सोशल डिस्टेंस बनाए रखें और मास्क का प्रयोग करें। - क्योंकि सर्दी जुकाम या बदन दर्द से पीडि़त व्यक्ति किसी भी कोरोना संक्रमित के टच में आया तो उसकी बॉडी इस वायरस को बर्दाश्त नहीं कर पाएगी।

- चूंकि शरीर ऑलरेडी कमजोर होगी इस लिए कोरोना उसकी बॉडी में तेजी से असर दिखाएगा। जिसके परिणाम घातक हो सकते हैं।

- इस लिए खानपान में संयम व नियम के साथ कोविड नियमों का पालन जरूर करें।

इस तरह करें खुद की सेफ्टी

- डॉक्टर कहते हैं बदन में दर्द और सर्दी एवं बुखार की इस मौसम में कई बड़ी वजह हैं

- गर्मी ज्यादा है लिहाजा लोग एसी व कूलर चलाकर कमरे में बैठना ज्यादा मुनासिब समझते हैं

- ठंडे कमरे और बाहर के टेंप्रेचर में बड़ा अंदर होता है जब आप कूल रूम से निकलते हैं तो शरीर बाहरी तापमान नहीं झेल पाती

- परिणाम बुखार, खांसी और सर्दी व बदन में दर्द जैसी शिकायतें शुरू हो जाती हैं, धूम में रहें तो चिल्ड वाटर न लें

- क्योंकि धूम में बॉडी का तापमान गर्म रहता है ऐसे में अचानक ठंडा पानी या कोल्डड्रिंक पीने से भी समस्याएं होती हैं

- कमरे में एसी है तो कोशिश करें कि उसे 26 या 27 पर ही रखें, इससे ज्यादा ऐसी नुकसान देह है

डेट मैक्सिमम मिनिमम

29.3.2021 37.0 21.0

31.3.2021 38.0 24.0

1.4.2021 38.0 22.0

2.4.2021 39.0 21.0

3.4.2021 36.0 20.0

4.4.2021 37.0 19.0

5.4.2021 37.0 20.0

6.4.2021 38.0 21.0

7.4.2021 41.0 25.0

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तापमान का डाटा डिग्री सेल्सियस में है

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मौसमी बीमारियों को कोरोना समझने के बजाय सावधानी बरतना शुरू करें। यदि बदन में दर्द और बुखार व खांसी जैसी तकलीफ हो तो पहले सोशल डिस्टेंस के साथ घर में भी मास्क लगाएं। दवा लेने के बाद भी आराम न हो गले में दिक्कत समझें तो कोरोना जांच करवा लें।

डॉ। आनन्द कुमार सिंह, फिजीशियन