एनसीजेडसीसी में पहली बार दिखाई देगी कैशलेस इकोनामी

शिल्पकारों को अपने साथ लाना होगा स्वैप मशीन

ALLAHABAD: आठ नवम्बर मध्य रात्रि के बाद कालेधन के खिलाफ शुरू हुए अभियान के बाद कैशलेस इकोनामी का प्रचलन देशभर में तेज हो गया है। यही वजह है कि इलाहाबाद में भी किसी बड़े आयोजन के लिए कैशलेस इकोनामी की शुरुआत होने जा रही है। उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र ने बड़ी पहल की है। केन्द्र में प्रतिवर्ष लगने वाला राष्ट्रीय शिल्प मेला इस बार पूरी तरह से कैशलेस होगा।

एनसीजेडसीसी देगा डिजिटल लिंक

जिसकी वजह से न शिल्पकारों को दिक्कत होगी और न ही शहरियों को खरीदारी में नोकझोक करनी पड़ेगी। केशलेस इकोनामी के अन्तर्गत मेले में आने वाले शिल्पकारों को स्वैप मशीन लाना अनिवार्य होगा। किसी भी सामान की खरीद फरोख्त सिर्फ मशीन के जरिए दिए जाने की सुविधा दी जाएगी। मेले में लगने वाले हर स्टॉल पर एक मशीन रखी जाएगी। जिसका डिजिटल लिंक उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से देशभर से आने वाले शिल्पकारों को दिया जाएगा।

24 फरवरी से लगेगा शिल्प मेला

केन्द्र प्रशासन की ओर से 13 नवम्बर को राष्ट्रीय शिल्प मेला स्थगित किए जाने की घोषणा की गई थी। स्थगित किए जाने के पीछे पांच सौ व एक हजार की नोट को कारण माना जा रहा था लेकिन अब नए सिरे से शिल्प मेले की तैयारियां शुरु की गई है। निदेशक गौरव कृष्ण बंसल ने बताया कि शिल्प मेला 24 फरवरी से पांच मार्च 2017 के बीच कराने का प्रस्ताव बनाया गया है। इस बार का मेला दस दिनों का ही कराया जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की अर्थव्यवस्था को नकदविहीन अर्थव्यवस्था बनाने का बड़ा प्रयास किया है। उसी से प्रेरित होकर पहली बार शिल्प मेले में ई-पेमेंट की व्यवस्था की जाएगी। क्योंकि डिजिटल लेनदेन हर लिहाज से सुरक्षित होता है।

गौरव कृष्ण बंसल, निदेशक उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र