प्रयागराज (ब्‍यूरो)। सौहार्द पूर्ण वातावरण में बात करने से बिगड़ी बड़ी से बड़ी बातें बन जाती हैं। फिर वर्षों से टूटे हुए रिश्ते हों या कट्टर दुश्मनी। शुक्रवार को कुछ ऐसा ही हुआ शहर के दारागंज थाने में। छह साल से पति व पत्नी एक दूसरे को फूटी आंख नहीं भा रहे थे। पति पत्नी के बीच बढ़ी दूरियों का खामियां मां के साथ रहे दो मासूम बच्चे भुगत रहे थे। उनके कोमल दिमाग पर इस विवाद की पपड़ी जमती जा रही थी। किसी बात को लेकर महिला बच्चों संग थाने जा पहुंची। सुबकते हुए अपनी वेदना बताने लगी तो बच्चे भी फफक कर रो पड़े। यह सब देखकर थाना प्रभारी की वर्दी में छिपे इंसान का दिल करुणा से मोम सा पिघल गया। दम्पत्ति के दिलों की खाई पाटने का संकल्प वह पूरा करक के ही दम लिए।

बातों से जख्मों पर मरहम लगाई पुलिस
दम्पति को दारागंज थाने में बैठाकर पुलिस के द्वारा मोटिवेशन का काम शुरू किया गया। दोनों के दिल में एक दूसरे के प्रति वर्षों पुराने जख्मों पर पुलिस बातों का मरहम लगाना शुरू की। बताते हैं कि करीब स्टेप दर स्टेप करीब छह घंटे तो अलग-अलग पुलिस कर्मियों के द्वारा दम्पति को समझाने की कोशिश की गई। छह घंटे बाद पुलिस द्वारा लगाए गए बातों के रहम से दोनों के दिल में छह साल का पुराना जख्म भर गया। पुलिस के सामने थाने में दोनों फूट-फूट कर रो पड़े। एक दूसरे से गिले शिकवे दूर हुए तो थाने में ही गले मिलकर दोनों एक दूसरे से क्षमा मांगे। एक दूसरे के लिए दोनों की आंख में छलकते अश्क में दोनों के रंजो-गम बह गए। लिखित रूप से दोनों साथ रहने का वादा किए और पुलिस को दुआएं देते हुए बच्चों को लेकर घर चले गए। दारागंज पुलिस के मुताबिक यह दंपत्ति क्षेत्र के बक्सी खुर्द सरैया के निवासी हैं। शादी के बाद महिला जुड़वा एक बेटी व बेटे को जन्म दी थी। पिछले छह वर्षों से विवाद के चलते दोनों अलग रह रहे थे। माता पिता को एक साथ वर्षों बाद देखकर बच्चों के चेहरे पर मुस्कान थिरने लगी।