Allahabad: मां मुझे माफ करना.भैया-भाभी मुझे माफ करनाइसके सिवाय अब कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा था। एक ही पेपर में दोनों सहेलियों ने सुसाइड नोट लिखा और थर्सडे की सुबह पहुंच गई नैनी नए यमुना पुल। इससे पहले कि किसी को कुछ समझ में आता दोनों सहेलियों ने पुल से मौत की छलांग लगा दी। यमुना नदी में मौजूद नाव वाले उन्हें बचाने के लिए नदी में कूद गए। एक युवती को तत्काल बचा लिया गया लेकिन दूसरे को बचाने में देर हो गई.
जॉब करती थी दोनों
पुलिस रिकार्ड के मुताबिक प्रकाश चौहान केपी इंटर कालेज के पास छीतपुर एरिया का रहने वाला है। उसकी बेटी रिचा चौहान जार्जटाउन एरिया के राजू के यहां जॉब करती थी। रिचा के साथ ही उसकी पड़ोस में रहने वाली सहेली बरखा(काल्पनिक नाम) भी राजू के यहां काम करती थी और वहीं पर साथ-साथ रहने भी लगी थीं.
मौत से लड़ रही है बरखा
सब कुछ नॉर्मल था। बरखा और रिचा ने थर्सडे की सुबह एक सुसाइड नोट लिखा। बरखा ने लिखा कि मां मुझे माफ करना। अब इसके अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा है। वहीं उसी लेटर पर रिचा ने अपने भैया-भाभी का संबोधित करते हुए माफी मांगी। सुबह करीब आठ बजे दोनों नए यमुना पुल पर पहुंचीं और एक साथ दोनों ने मौत की छलांग लगा दी। दोनों के यमुना नदी में गिरते देख यमुना नदी में नाव चल रहे मल्लाह उन्हें बचाने के लिए नदी में कूद पड़े। कुछ ही देर में उन्होंने बरखा को बचा लिया। बरखा की सांसें चल रही थीं। मौके पर पुलिस भी पहुंच चुकी थी। पुलिस ने उसे शहर के प्राइवेट हॉस्पिटल में पहुंचा दिया जहां वह मौत से लड़ रही है। वहीं दूसरी ओर रिचा की तलाश करते-करते काफी देर हो गई। दोपहर में उसकी बॉडी नदी से निकाली गई। तब तक उसकी सांसें थम चुकी थीं। कीडगंज पुलिस ने रिचा की बॉडी को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
इज्जत के लिए मौत चुनी
कीडगंज पुलिस दोनों सहेलियों की एक साथ मौत चुनने की बात को लेकर सुबह से ही हैरान थी। जांच में यह बात पता चल गया था कि दोनों राजू के यहां रहती हैं और वहीं पर जॉब भी करती हैं। राजू से पूछताछ करने के लिए पुलिस ने उसे बुलाया। राजू ने कीडगंज पुलिस को बताया कि कुछ दिनों पहले उन्हें सूचना मिली थी कि दोनों में किसी से मिलने एक युवक उनके कमरे में आता जाता है। रात में उन्होंने जब यह सीन खुद ही देख लिया तो उन्होंने दोनों सहेलियों के पैरेंट्स से बता दिया। वेडनसडे की इवनिंग उसकी मां जार्जटाउन पहुंची थी। उनके सामने ही प्रेम कहानी की बात कही गई। इस बात पर उसकी मां ने दोनों सहेलियों को जमकर डांट पिलाई थी। राजू के इस बयान के बाद पुलिस को शक है कि अपनी इज्जत पर आंच आने के बाद दोनों ने मौत चुनने का फैसला किया। रिचा की सांसें तो थम गई लेकिन बरखा बचा ली गई.
जॉब करती थी दोनों
पुलिस रिकार्ड के मुताबिक प्रकाश चौहान केपी इंटर कालेज के पास छीतपुर एरिया का रहने वाला है। उसकी बेटी रिचा चौहान जार्जटाउन एरिया के राजू के यहां जॉब करती थी। रिचा के साथ ही उसकी पड़ोस में रहने वाली सहेली बरखा(काल्पनिक नाम) भी राजू के यहां काम करती थी और वहीं पर साथ-साथ रहने भी लगी थीं.
मौत से लड़ रही है बरखा
सब कुछ नॉर्मल था। बरखा और रिचा ने थर्सडे की सुबह एक सुसाइड नोट लिखा। बरखा ने लिखा कि मां मुझे माफ करना। अब इसके अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा है। वहीं उसी लेटर पर रिचा ने अपने भैया-भाभी का संबोधित करते हुए माफी मांगी। सुबह करीब आठ बजे दोनों नए यमुना पुल पर पहुंचीं और एक साथ दोनों ने मौत की छलांग लगा दी। दोनों के यमुना नदी में गिरते देख यमुना नदी में नाव चल रहे मल्लाह उन्हें बचाने के लिए नदी में कूद पड़े। कुछ ही देर में उन्होंने बरखा को बचा लिया। बरखा की सांसें चल रही थीं। मौके पर पुलिस भी पहुंच चुकी थी। पुलिस ने उसे शहर के प्राइवेट हॉस्पिटल में पहुंचा दिया जहां वह मौत से लड़ रही है। वहीं दूसरी ओर रिचा की तलाश करते-करते काफी देर हो गई। दोपहर में उसकी बॉडी नदी से निकाली गई। तब तक उसकी सांसें थम चुकी थीं। कीडगंज पुलिस ने रिचा की बॉडी को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
इज्जत के लिए मौत चुनी
कीडगंज पुलिस दोनों सहेलियों की एक साथ मौत चुनने की बात को लेकर सुबह से ही हैरान थी। जांच में यह बात पता चल गया था कि दोनों राजू के यहां रहती हैं और वहीं पर जॉब भी करती हैं। राजू से पूछताछ करने के लिए पुलिस ने उसे बुलाया। राजू ने कीडगंज पुलिस को बताया कि कुछ दिनों पहले उन्हें सूचना मिली थी कि दोनों में किसी से मिलने एक युवक उनके कमरे में आता जाता है। रात में उन्होंने जब यह सीन खुद ही देख लिया तो उन्होंने दोनों सहेलियों के पैरेंट्स से बता दिया। वेडनसडे की इवनिंग उसकी मां जार्जटाउन पहुंची थी। उनके सामने ही प्रेम कहानी की बात कही गई। इस बात पर उसकी मां ने दोनों सहेलियों को जमकर डांट पिलाई थी। राजू के इस बयान के बाद पुलिस को शक है कि अपनी इज्जत पर आंच आने के बाद दोनों ने मौत चुनने का फैसला किया। रिचा की सांसें तो थम गई लेकिन बरखा बचा ली गई.
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