पूर्व सैनिकों ने इंडियन आर्मी की कार्रवाई का किया स्वागत

कहा अब आतंकियों के ट्रेनिंग कैंप को निशाना बनाए सेना

ALLAHABAD: भारतीय सेना ने पीओके में पाकिस्तानी आतंकियों के लांचिंग पैड तबाह कर देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया। यह अच्छा आगाज रहा। अब सेना आतंकियों के ट्रेनिंग कैंप को तबाह कर उनको उनके अंजाम तक पहुंचा दे। आईनेक्स्ट डिबेट में पूर्व सैनिकों ने कहा कि हमें अपनी आर्मी पर गर्व है। सेना की इस कार्रवाई से सवा अरब देशवासियों के कलेजे को ठंडक पहुंची है।

आसान नहीं होते ऐसे ऑपरेशन

पूर्व सैनिकों ने कहा कि सर्जिकल ऑपरेशन टफ टास्क होता है। इसमें दुश्मन उसके घर में घुसकर तबाह करने में अपने जवानों की जिंदगी का भी रिस्क रहता है। लेकिन इंडियन आर्मी ने इसे बखूबी अंजाम दिया।

जड़ से खत्म करना होगा आतंक

लांचिंग पैड एलओसी के नजदीक बनाए जाते है, जिससे आतंवादी मौका मिलते ही घुसपैठ कर सकें। इस कार्रवाई के बाद सेना और इंटेलिजेंस को सतर्क रहना होगा। पाकिस्तानी ट्रेनिंग कैंप व लांचिंग पैड्स को नेस्तनाबूत करने की ठोस रणनीति बनानी होगी। हमारी सरकार को भी उसकी कूटनीति का परिचय देना होगा।

जोश से लबरेज हैं सेना के जवान

उड़ी की घटना के बाद से ही सेना के जवान बदले की आग में तप रहे थे। जैसे ही उन्हें मौका मिला उन्होंने अपने इरादों को जता दिया। एक्स आर्मी मैंस ने कारगिल घटना की याद दिलाते हुए कहा कि पूर्व में भी पाकिस्तान ने ऐसी ही हरकत की थी। घुसपैठियों की शक्ल में अपनी सेना को कारगिल में तैनात कर दिया था और बाद में उनकी पहचान से इंकार किया था। बाद में जब उनके देश में बवाल मचा तो उन्होंने माना कि मारे गए जवान उनकी आर्मी के थे।

वर्जन

- प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्रालय को ऐसे ऑपरेशंस पर रोक नही लगानी चाहिए। समय-समय पर पड़ोसी देश को सबक सिखाना जरूरी है। ताकि वह दोबारा उड़ी घटना को दोहराने का साहस न कर सके।

श्याम सुंदर सिंह पटेल, पूर्व सूबेदार

- अब सेना को मुस्तैद रहना होगा। पाकिस्तान ऐसी हरकत से बाज आने वाला नही है। लांचिंग पैड के साथ आतंकियों के ट्रेनिंग कैंप को भी तबाह करना चाहिए। जिससे आतंकियों को बनाने वाली फैक्ट्रियों पर लगाम लगाई जा सके।

विष्णु कुमार सिंह, पूर्व सूबेदार

- सेना को बड़ी सफलता मिली है। अगर लांचिंग पैड तबाह करने के साथ 38 आतंकियों को मार न गिराया गया होता तो यह इंडिया में घुसपैठ कर किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते थे।

ईश्वरचंद्र तिवारी, पूर्व सूबेदार

- देश की सवा अरब जनता केंद्र सरकार और सेना की ओर आशा भरी नजरों से देख रही थी। अब जाकर लोगों को शांति और शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि नसीब हुई है। आतंकी किसी के नही होते, वह केवल दहशत फैलाते हैं।

रणजीत सिंह, पूर्व हवलदार