इलाहाबाद में मूल्यांकन केन्द्र पर अव्यवस्था ने बढ़ाई परीक्षकों की मुश्किलें

क्लास रूम में परीक्षकों को बैठने में हो रही असुविधा, कैसे करें मूल्यांकन

ALLAHABAD: यूपी बोर्ड परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन को लेकर बोर्ड प्रशासन व शासन भले ही गंभीर दिखने की बात करता हो, लेकिन मूल्यांकन केन्द्रों की हकीकत कुछ और ही कहती है। 17 मार्च से शुरू मूल्यांकन के तीसरे दिन सिटी के एक मूल्यांकन केन्द्र पर अव्यवस्थाओं का मायाजाल देखने को मिला। अग्रसेन इंटर कालेज में बने मूल्यांकन केन्द्र पर एक ही सीट पर चार से पांच परीक्षकों को मजबूरी में एक साथ बैठकर मूल्यांकन का कार्य करना पड़ रहा है। यह स्थिति स्कूल के सभी मूल्यांकन कक्षों में देखने को मिल रही है। इससे मूल्यांकन में जुटे परीक्षकों को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। इसकी जानकारी अधिकारियों को है, लेकिन वे कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।

21 कमरों में 1727 परीक्षक

अग्रसेन इंटर कालेज में मूल्यांकन का कार्य स्कूल के 21 कमरों में संचालित हो रहा है। यहां कुल 1570 परीक्षकों को लगाया गया है। मूल्यांकन के लिए तैनात डीएचई की संख्या 157 है। ऐसे में कई कमरों में मूल्यांकन में लगे परीक्षकों के सही प्रकार से बैठने तक की जगह नहीं है। मूल्यांकन केन्द्र के प्रभारी से जब परीक्षक अव्यवस्था की बात कहते है तो वे कुछ भी करने में असमर्थता जता देते हैं। अग्रसेन इंटर कालेज की तरह ही केसर विद्या पीठ इंटर कालेज और भारत स्काउट एंड गाइड इंटर कालेज में भी अव्यवस्थाओं का जाल फैला है।

40 लाख कॉपियों का मूल्यांकन

सूबे में बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के दौरान तीन दिन में चालीस लाख कापियों के मूल्यांकन का कार्य हो चुका है। बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि मूल्यांकन में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी नहीं होने को लेकर लगातार डीआईओएस को निर्देश जारी किए जा रहे है। जहां दिक्कत सामने आ रही है दूर कराई जा रही है।

अव्यवस्था पर बुलंद की आवाज

मूल्यांकन के दौरान स्कूलों में अव्यवस्था को लेकर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने आवाज बुलंद की। संघ ने मूल्यांकन के दौरान स्कूल में पीने के पानी की सही व्यवस्था न होने, व्यवस्था से अधिक परीक्षक लगाने जैसे मुद्दों को उठाया। संघ के प्रदेश महामंत्री लालमणि द्विवेदी ने बताया कि ठकुराई गुट की तरफ से प्रतिनिधि मंडल सभी केन्द्रों का सघन दौरा करेगा और शिक्षकों की समस्याओं की जानकारी लेगा। उन्होंने कहा कि अगर दो दिन के भीतर अव्यवस्थाओं को दुरुस्त नहीं किया गया तो संगठन मूल्यांकन का बहिष्कार करेगा।

शिक्षकों का बहिष्कार है जारी

बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का बहिष्कार कर रहे वित्त विहीन शिक्षकों का प्रदर्शन सोमवार को भी जारी रहा। इस मौके पर माध्यमिक वित्त विहीन शिक्षक महासभा की ओर से सीएवी इंटर कालेज में कोठार के सामने पहुंचकर सुबह नौ बजे से ही प्रदर्शन शुरू कर दिया। इससे कोठार का ताला नहीं खुल सका। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के मीडिया प्रभारी जेपी यादव ने बताया कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं की जाएगी वित्त विहीन शिक्षक कार्य बहिष्कार जारी रखेगे। इस मौके पर जिलाध्यक्ष ननकेश बाबू, शिक्षक महासभा के प्रदेश महासचिव राम सेवक त्रिपाठी समेत अन्य लोग मौजूद रहे।