प्रयागराज ब्यूरो । पीठ के लंबे समय तक होने वाले दर्द को अनदेखा नही करना चाहिए। हो सकता है आगे चलकर यह आपके लिए घातक हो जाए। इसलिए बिना देरी किए रीढ़ के दर्द का डाक्टरी इलाज लेना चाहिए। एंकिलाङ्क्षजग स्पाइंडिलाइटिस (एएस) एक प्रकार का गठिया है जो मुख्य रूप से ऐसे लोगों की रीढ़ को प्रभावित कर सकता है। यह अक्सर 40 साल की उम्र से पहले ही शुरू हो जाता है। यह बातें रविवार को इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन में हुई वैज्ञानिक संगोष्ठी में न्यूरो सर्जन डा। पंकज गुप्ता ने कहीं। बताया कि एंकिलाङ्क्षजग स्पांडिलाइटिस महिलाओं की तुलना में पुरुषों को अधिक प्रभावित करता है। प्रत्येक 10 में से आठ लोगों को इस तरह का दर्द होता है। कहा कि दवाओं से यह दर्द जल्दी ठीक हो जाता है। गर्दन के दर्द के संबंध में बताया कि यह एक सामान्य समस्या है जो कई कारणों से हो सकती है। यह गर्दन से कंधे और पीठ के ऊपरी हिस्से तक फैलता है। इससे सिर दर्द भी होता है। इस अवसर पर एएमए के अध्यक्ष डा। कमल ङ्क्षसह, सचिव डा। आशुतोष गुप्ता, पूर्व अध्यक्ष डा। सुबोध जैन आदि उपस्थित रहे।