भ्रांतियों के शिकार है लोग, दोबारा दोनों डोज लेने की कर रहे हैं वकालत

वैक्सीनेशन को लेकर अभी भी लोग तमाम भ्रांतियों के शिकार हैं। कई लोग हैं जो तय शेड्यूल पर कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं ले पाए हैं और अब दोबारा दोनों डोज लेने की प्लानिंग कर रहे हैं। ऐसा करने की जरूरत नही है। अगर दूसरी डोज लेने में देर हो रही है तो भी चिंता करने की जरूरत नहीं है। वैसे हम बता दें कि अभी पहली डोज के 4 से 6 हफ्ते बाद दूसरी डोज लेने के लिए कहा जा रहा है।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

जिले में अभी कोविशील्ड और कोवैक्सीन ही लगाए जा रहे हैं। नियम यह भी है कि जिस वैक्सीन की पहली डोज ली है, उसी की दूसरी डोज भी लेनी है। एक्सप‌र्ट्स का मानना है कि अगर आपने इन दोनों में से कोई वैक्सीन लगवाई है और 4 से 6 हफ्ते से ज्यादा समय हो गया है। लेकिन, दूसरी डोज नहीं ले पाए तो यह बिल्कुल न सोचें कि पहली डोज भी बेकार चली गई। पहली वैक्सीन लेने के 6 हफ्ते बाद भी दूसरी डोज नहीं ले पाए तो भी आपको अब एक बार ही वैक्सीन लगानी है।

जिले में वैक्सीन की डबल सप्लाई

इस समय जिले में कोरोना वैक्सीनेशन की डबल सप्लाई हो रही है। 18 से 44 साल के लोगों के लिए यूपी सरकार केंद्र से वैक्सीन खरीदकर दे रही है, जबकि 45 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए केंद्र सरकार नि:शुल्क वैक्सीनेशन करा रही है। यही कारण है कि 18 से 44 साल के वैक्सीनेशन में दिक्कतें पेश आ रही हैं।

वैक्सीनेशन को लेकर लोगों में काफी भ्रांतियां हैं। बहुत से लोग ऐसे हैं जो किसी कारण से दूसरी डोज समय नही लगवा पाए। वह फिर से वैक्सीनेशन की बात कर रहे हैं। ऐसा नही है। लेट भी हो गए हैं तो भी दूसरी डोज लगवा सकते हैं।

डॉ। तीरथ लाल

एसीएमओ व वैक्सीनेशन इंचार्ज प्रयागराज

वैक्सीनेशन से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य

पहली डोज से जो इम्यूनिटी पैदा हुई, वो चार से पांच महीने बाद घटनी शुरू होगी।

कोविशील्ड वैक्सीन की दो डोजों के बीच का अंतर 4 से बढ़ाकर 12 हफ्ते कर दिया गया।

अगर कोई व्य्क्ति वैक्सीन की पहली डोज लेने के बाद संक्रमित हो जाता है और 6 से 10 हफ्ते में उसकी रिकवरी हो जाती है तब भी उसे दूसरी डोज ले लेनी चाहिए।

जिले में अब तक 409595 लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जा चुकी है।

इसमें पहली डोज का वैक्सीनेशन 316290 है

जिले में कुल 93014 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई गई है।