प्रयागराज (ब्यूरो)। बता दें कि मूलरूप से कानपुर के रहने वाले डॉ .दीपेंद्र सिंह चित्रकूट में तैनात थे। उनको लीवर की प्राब्लम थी। उनका परिवार प्रयागराज में रहता है। उन्होंने स्वासथ्य विभाग से यहां ट्रांसफर की मांग की थी। जिसकी जीवित रहते सुनवाई नही हुई। उनकी मृत्यु के बाद सरकारी आदेश आया और उन्हें प्रयागराज मं तैनाती दी गई। यह लेटर डॉ। दीपेंद्र की तेरहवी के एक दिन बाद आया था। इसकी जानकारी मिलने के बाद परिजनों को खासी निराशा हुई। उनका कहना था कि समय रहते ऐसा होता तो डॉक्टर दीेपेंद्र को बचाया जासकता था।

बोले, हम आपके साथ हैं.

डॉ। दीपेंद्र के घर पहुंचने के बाद डिप्टी सीएम ने उनके बेटे, पत्नी और अन्य सदस्यों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि चिंता मत करिए, हम आपके साथ हैं। बेटे से कहा कि मम्मी और अपने छोटे भाई का भी ख्याल रखना। डॉ। दीपेंद्र की पत्नी आभा सिंह ने डिप्टी सीएम को बताया कि वह प्राइवेट डॉक्टर हैं। उन्होंने डिप्टी सीएम को ज्ञापन देकर अपने लिए सरकारी नौकरी की मांग की। जिस पर डिप्टी सीएम ने उन्हें सरकारी नौकरी का आश्वासन दिया।

तबादले को लेकर डिप्टी सीएम असंतुष्ट

बताया जा रहा है कि हाल ही में स्वासथ्य विभाग में हुए तबादलों को लेकर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक असंतुष्ट हैं। वह इसमें हुई अनियमितताओं को खंगाला जाएगा। गड़बड़ मिलने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। इस मौके पर डॉ। दीपेंद्र की पत्नी आभा सिंह और एएमए के पदाधिकारियों ने डिप्टी सीएम को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान एएमए के पदाधिकारी भी डॉ। दीपेंद्र की पत्नी को नौकरी दिए जाने की पैरवी करने के लिए पहुंचे थे। जिसमें अध्यक्ष डॉ। सुजीत सिंह, सचिव डॉ। आशुतोष गुप्ता, डॉ। युगांतर पांडेय, डॉ। अशोक अग्रवाल, डॉ। शार्दूल, डॉ। उत्सव सिंह आदि उपस्थित रहे।