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थोक पटाखा की दुकानें हैं एंग्लो बंगाली कॉलेज के ग्राउंड में।

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बजे शाम एक दुकान में लगी आग की वजह बताई गई शार्ट सर्किट।

-एंग्लो बंगाली कॉलेज ग्राउंड के पटाखा मार्केट स्थित एक गोदाम में लगी आग

-पटाखों की गूंज व धुएं को देख ग्राहकों में मची भगदड़, शॉर्ट सर्किट मानी जा रही वजह

PRAYAGRAJ: एंग्लो बंगाली कॉलेज ग्राउंड के पटाखा मार्केट में दीपावली की शाम बड़ा हादसा होने से बच गया। मार्केट में स्थित कादिर भाई की दुकान में लगी आग से सुरक्षा के इंतजाम धुआं हो गए। फायर विभाग के किए गए इंतजाम की भी पोल खुल गई। शुक्र था कि आग भड़की नहीं, वर्ना जानमाल के नुकसान का अंदाजा भी लगा पाना मुश्किल हो जाता। अन्य दुकानों में जो नुकसान होता वह अलग था। खैर आग से पटाखों की गूंज और धुएं को देख ग्राहकों के बीच भगदड़ मच गई। सूचना पर पहुंचे फायर ब्रिगेड के जवान आग तो बुझाए मगर घटना को छिपाने की कोशिश में लगे रहे।

हमने पहले किया था आगाह

थोक पटाखा मार्केट लगने के पहले ही दिन दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने रियलिटी चेक किया था। इसमें सुरक्षा इंतजामों की पोल खुल गई थी। बावजूद इसके प्रशासन से लेकर दुकानदार तक संजीदा नहीं हुए। फायर ब्रिगेड का दमकल सिर्फ एक दिन के लिए नजर आया। लेकिन रविवार को एंग्लो बंगाली कॉलेज मैदान से दमकल फिर नदारद था। अनदेखी व लापरवाही का आलम यह था कि इस थोक पटाखा मार्केट में स्थित कादिर भाई की दुकान में आग लग गई। पटाखों की गूंज व उठते धुएं को देख ग्राहकों के बीच भगदड़ मच गई। सिर्फ खरीदार ही नहीं दूसरे दुकानदार भी दहशत में आ गए। गनीमत यह रही कि भगदड़ में कोई हताहत नहीं हुआ और न ही आग बहुत ज्यादा फैली।

इतना होता नुकसान

-पटाखों की कुल 11 दुकानें लगी हैं एंग्लो बंगाली स्थित थोक पटाखा मार्केट में।

-करोड़ों रुपए के पटाखे यहां रखे गए थे बेचने के लिए।

-अगर इस दुकान में आग लगती तो बहुत बड़े पैमाने पर नुकसान होता।

-यदि ऐसा हो गया होता तो थोड़ी दूर स्थित आवासीय मकान भी होते प्रभावित

-इस तरह प्रशासनिक व दुकानदार की लापरवाही से हो जाता बड़ा नुकसान

ऐसी कोई सूचना विभाग के पास नहीं है। पटाखा मार्केट में फायर के जवान भी लगाए हैं। उन्होंने भी इस तरह की कोई खबर नहीं दी है। फिर भी ऐहतियात के तौर पता करा लिया जा रहा है।

-आरएस मिश्र, सीएफओ प्रयागराज