प्रयागराज ब्यूरो । Dengue Cases in Prayagraj: कुछ तो गड़बड़ है? वरना डेंगू के केसेज रोजाना कम आ रहे हैं लेकिन प्लेटलेट्स की डिमांड बनी हुई है। आखिर इनका यूज कौन कर रहा है। क्या आपको पता है कि बिना आवश्यकता प्लेटलेट्स चढ़वाने के साइड इफेक्ट भी झेलने पड़ सकते हैं। हालांकि डॉक्टर्स का कहना है कि इस बार फीवर के मरीजों की भी प्लेटलेट कम हो रही है। जिसकी वजह से उनको भी ब्लड बैंक का सहारा लेना पड़ सकता है।

चार सौ यूनिट की रोजाना है डिमांड

शहर में इस समय चार सौ यूनिट प्लेटलेट की रोजाना डिमांड है। हालांकि इसका असर प्राइवेट ब्लड बैंकों पर कम पड़ रहा है। सरकारी ब्लड बैंकों पर अधिक मारामारी मची है। बता दें कि प्राइवेट ब्लड बैंकों की रोजाना प्लेटलेट बनाने की कैपिसिटी अधिक होती है और वह पूरी तरह से प्रोफेशनली ब्लड डोनेशन कराते हैं। वहीं सरकारी ब्लड बैंकों में प्लेटलेट के बदले अधिकतर लोग खून दान नही करते हैं। वह येन केन प्रकारेण अपनी आवश्यकता को पूरा कर लेते हैं। इस समय केवल एसआरएन ब्लड बैंक से प्रतिदिन 40 और बेली ब्लड बैंक से रोजाना 25 यूनिट प्लेटलेट की सप्लाई की जा रही है। जबकि डिमांड इसकी दोगुनी हो रही है।

क्या है डेंगू और प्लेटलेट का कनेक्शन

वर्तमान में रोजाना डेंगू के औसतन चार से पांच मरीज सामने आ रहे हैं। यह वह मरीज हैं जिनका एलाइजा टेस्ट में पुष्टि हो रही है। इन मरीजों को अधिकतम प्लेटलेट चढ़ेगी तोू 20 से 25 यूनिट, वह भी जरूरी नही है। क्योंकि मेडिकल टम्र्स में जब तक बॉडी मं प्लेटलेट की मात्रा 20 हजार से कम न हो जाए, बाहर से चढ़वाना जरूरी नही होता है। प्लेटलेट की कमी बॉडी खुद से पूरा कर लेती है।

माहौल को बनाया जा रहा पैनिक

बता दें कि फीवर के मरीजों में प्लेटलेट जरा भी कम होने पर उन्हे ब्लड बैंक भेज दिया जा रहा है। सोर्सेज का कहना है कि यह काम सबसे ज्यादा झोला छाप कर रहे हैं। लेकिन इन पर स्वास्थ्य विभाग की नजर नही है। बहुत से नर्सिंग होम और अस्पताल ऐसे हैं जो अपने यहां भर्ती डेंगू के सस्पेक्टेड मरीजों की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को नही दे रहे हैं। ये लोग मरीजों से अवैध वसूली करने के लिए माहौल पैनिक बना रहे हैं और बाहर से प्लेटलेट मंगवाकर मरीज को जबरन चढ़वा रहे हैं।

प्लेटलेट चढ़वाने के साइड इफेक्ट

- शरीर में दाने पडऩा

- ब्लीडिंग होने लगना

- मरीज को फीवर आना

- तेज ठंड के साथ कंपकंपी आना

- अन्य लक्षण भी सामने आ सकते हैं

फीवर के मरीजों में भी प्लेटलेट कम होने के मामले सामने आ रहे हैं। लेकिन कुछ ही मरीजों में पैनिक सिचुएशन हो रही है। सभी में चढ़ाने की जरूरत नही है। डेंगू के भी कुछ ही मरीजों के लिए प्लेटलेट ब्लड बैंक से मंगवानी पड़ रही है।

डॉ। मंसूर, फिजीशियन, बेली अस्पताल

प्लेटलेट की डिमांड तो रोजाना 50 से 60 यूनिट की है, लेकिन सप्लाई 20 से 25 यूनिट की हो रही है। स्टाक के हिसाब से प्लेटलेट तैयार की जा रही है। लोगों से अपील है कि बेवजह घबराने की जरूरत नही है। जब तक जरूरी न हो प्लेटलेट मत चढ़वाएं।

हेमंत शुक्ला, स्टोर इंचार्ज बेली ब्लड बैंक प्रयागराज