मकान मालिक व उसकी बेटी एवं बेटा सहित हलवाई भी आंशिक रूप से झुलसा

सिटी के शाहगंज पानदरीबा एरिया में हुई घटना, फायर ब्रिगेड के जवानों ने कइयों को बचाया

PRAYAGRAJ: घर में बुधवार को तेरहवीं का भोज था। सगे संबंधी भी आए हुए थे। मकान के सेकेंड फ्लोर पर खाना बन रहा था। खाना पकाने में हलवाई व्यस्त था। अचानक गैस सिलेंडर में आग लग गई। हलवाई व उसके साथी शोर मचाने लगे। आवाज सुन घर में मौजूद लोगों के होश उड़ गए। मकान मालिक योगेंद्र प्रताप सिंह (50), बेटा ऋषभ (18), बेटी रीति (16) जब तक पहुंचे आग की लपटें विनाशकारी रूप अख्तियार कर चुकी थीं। आग बुझाने में इन तीनों के साथ हलवाई संतोष (40) आंशिक रूप से झुलस गए। यह देख घर से निकल कर लोग भागने लगे। सभी किसी तरह बाहर आ गए। तब तक फायर ब्रिगेड की टीम पहुंच गई। रेस्क्यू कर जवानों ने मकान में फंसी महिलाओं व कई बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। इस तरह बीच शहर शाहगंज के पानदरीबा में आग से बड़ी घटना बच गई। झुलसे हुए चारों लोगों को पुलिस तत्काल हॉस्पिटल ले गई। इलाज बाद सभी खतरे से बाहर बताए गए।

कुछ घर से भाग कर बचाए जान

शहर के जानसेनगंज पानदरीबा में योगेंद्र प्रताप सिंह का मकान है। उनके यहां किसी शख्स का निधन हो गया था। बताते हैं कि बुधवार को उसकी तेरहवीं थी। तेरहवीं के लिए खाना पकाने का इंतजाम मकान के सेकेंड फ्लोर छत पर किया गया था। आयोजन में शामिल होने के लिए नाते रिश्तेदार इकट्ठा थे। हलवाई संतोष छत पर साथियों संग गैस चूल्हे पर खाना बना रहा था। दोपहर के करीब 12 बजे रहे थे। अचानक अचानक गैस के लीक होने से सिलेंडर में आग लग गई। आग इतनी तेज थी कि आसपास रखे सामान जलने लगे। देखते ही देखते आग विकराल रूप अख्तियार कर ली। यह देख चीख पुकार मच गई। तब तक शोर व घर में आग देख योगेंद्र, उनका बेटा, बेटी भी छत पर पहुंच कर आग बुझाने का प्रयास करने लगी। इस कोशिश में हलवाई सहित योगेंद्र व उसका बेटा और बेटी आंशिक रूप से झुलस गई।

इस तरह रेस्क्यू से बचाए गए कई लोग

- खबर मिलते ही सीएफओ आरके पांडेय, एफएसओ उमाकांत सिंह, एसएम राम प्रसाद, फायरमैन शशिराम राव, मनोज व विनोद सिंह सहित अन्य फायर ब्रिगेड कर्मचारी टैंकर के साथ पहुंच गए।

- मकान पतली गली में था, लिहाजा कुछ जवान पाइप बिछाकर पानी से आग बुझाने में जुट गए।

- जबकि कुछ जवान मकान में फंसी महिलाएं व बच्चों को बचाने के लिए जूझ पड़े।

- इनकी मेहनत रंग आई। वह कई महिलाओं व बच्चों को सुरक्षित बाहर निकालने में कामयाब हो गए।

- तब तक दूसरी टीम की मदद से बढ़ रही आग भी कंट्रोल हो गई थी। सीएफओ खुद इस रेस्क्यू के वक्त जवानों को तरीके सुझाते रहे।

- मौके पर पहुंचे इंस्पेक्टर कोतवाली नरेंद्र प्रसाद ने झुलसे हुए लोगों को काल्विन हॉस्पिटल में एडमिट करवाया। वहां सभी खतरे से बाहर बताए गए।

रेगुलेटर से लीक हुई थी गैस

आग बुझने के बाद फायर ब्रिगेड के जवानों द्वारा वजह की जांच की गई। तफ्तीश में पाया गया कि गैस सिलेंडर के रेगुलेटर में लीकेज था। इसी से गैस निकलने के कारण आग लगी थी। कहना था कि यदि थोड़ी देर और होती तो सिलेंडर फट जाता। यदि ऐसा होता तो आग की बड़ी घटना व धन के साथ जन हानि का होना तय था। इसका असर पड़ोस के मकानों पर भी पड़ता।

मोबाइल शॉप में भी लगी आग

आग की एक और घटना बुधवार की भोर हुई थी। यह घटना शहर के मुट्ठीगंज एरिया स्थित बहादुरगंज रामजान की मार्केट में हुई। मार्केट में राकेश गुप्ता की मोबाइल की शॉप है। बताते हैं कि सुबह करीब पांच बजे दुकान में आग लग गई। धुंआ और आग की लपटें देख लोग शोर मचाने लगे। पड़ोसियों के होश उड़ गए। फायर ब्रिगेड के जवान यहां भी आग पर काबू पाए। दुकान में लगी इस आग में पांच से छह लाख रुपये के नुकसान का अनुमान है। यहां आग का कारण शार्टसर्किट बताया गया है।

जानसेनगंज में तेरहवीं के दौरान रेगुलेटर खराब होने के कारण लीकेज से आग लगी थी। चार लोग आंशिक रूप से झुलस गए थे। रेस्क्यू ऑपरेशन कर घर में फंसे लोगों को बाहर निकाला गया। झुलसे हुए लोगों को पुलिस द्वारा हॉस्पिटल में एडमिट कराया।

आरएस मिश्र

मुख्य अग्नि शमन अधिकारी