-गंगा-यमुना के लगातार बढ़ते जलस्तर ने कछार में रहने वालों की उड़ाई नींद

-निचले इलाके में बसे मोहल्लों के कई घरों में घुसा पानी

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PRAYAGRAJ: गंगा-यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है। घरों की दहलीज पर बाढ़ का पानी दस्तक देने लगा है। इसके साथ ही दिलों में दहशत भी समाने लगी है। आंखों के सामने 2013 की भीषण बाढ़ का नजारा घूमने लगा है। यह हालात हैं कैलाशपुरी और सलोरी जैसे निचले इलाकों में बसे तमाम लोगों का। बाढ़ का खतरा सिर पर देख यहां रहने वाले लोगों ने अपनी फैमिलीज को शिफ्ट करना शुरू कर दिया है।

अचानक से घुसा था घर में पानी

कैलाशपुरी एरिया में कई घरों तक बाढ़ का पानी पहुंचने के करीब है। यहां रहने वाली श्याम देवी को आज भी 2013 की भयावह बाढ़ याद है। उन्होंने बताया कि अचानक से पानी घर में घुस गया। कुछ सोचने और समझने का मौका भी नहीं मिला था। लगातार जलस्तर बढ़ने के कारण घर के आगे की दीवार ढह गई। आगे के कमरे में रखा सारा सामान बह गया। किसी तरह खुद को और परिवार वालों को बचाकर दूसरे के घर में पनाह लेना पड़ा। इस बार भी हालात वैसे ही हैं। देखें कहां पनाह मिलती है।

वर्जन

2013 में घर की दीवार ढह गई थी और सारा सामान बह गया था। वैसा ही मंजर इस बार भी अभी से दिखाई दे रहा है। समझ नहीं आ रहा है कि आखिर कहां जाए।

-श्यामा देवी

2013 में तो दूसरे के घर की छत पर सहारा लेना पड़ा था। इस बार गांव जाने की तैयारी कर रहे हैं। पानी घर से चंद कदमों की दूरी पर है।

-गुडि़या