- मकर संक्रांति पर भोर से ही संगम पहुंचने लगे श्रद्धालु

- देर शाम 6 बजे तक ठंड हवाओं व गलन के बीच लोगों ने किया स्नान

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PRAYAGRAJ: मकर संक्राति के पर्व के साथ ही गुरुवार को माघ मेला 2021 की शुरुआत भी हो गई। कोरोना महामारी को देखते हुए माघ मेला के लिए विशेष तैयारियां की गई थी। हालांकि पिछले दिनों से अचानक से बढ़ी ठंड और गलन व कोरोना महामारी के कारण पहले स्नान पर्व मकर संक्राति पर श्रद्धालुओं की संख्या में कमी का अंदेशा लग रहा था। लेकिन गुरुवार को भोर से ही श्रद्धालुओं के संगम पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। जो देर शाम तक जारी रहा। मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी के अनुसार शाम छह बजे तक करीब साढ़े चार लाख लोगों ने संगम में पुण्य की डुबकी लगाई। जबकि उसके बाद भी संगम स्नान करने वाले श्रद्धालु संगम तट पर पहुंचते रहे।

सुरक्षा के रहे खास इंतजाम

कोरोना महामारी और संगम में स्नान करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए थे। मेला में प्रवेश के लिए प्रशासन की ओर से 16 प्रवेश प्वाइंट बनाए गए थे। जहां से श्रद्धालुओं ने मेला में प्रवेश किया। मेला में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए कुछ छह घाट बनाए गए थे। घाटों पर 30 गोताखोरों को भी तैनात किया गया था। जिससे किसी भी परिस्थिति से निपटा जा सके। इसके साथ ही श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 1500 सिपाही, 15 डिप्टी एसपी, 250 दरोगा व 30 इंस्पेक्टर को तैनात किया गया था। इसके साथ ही मेले में पीएसी की नौ कंपनी, 1 टीम एटीएस,2 टीमें बीडीएस,1 टीम एसडीआरएफ व तीन कंपनी बाढ़ राहत की भी तैनात की गई थी।

मकर संक्रांति पर शाम छह बजे तक साढ़े चार लाख श्रद्धालुओं ने स्नान किया। मेले में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था व दुर्घटना की सूचना नहीं रही।

विवेक चतुर्वेदी

प्रभारी अधिकारी, माघ मेला