ढहा आशियाना, गिरे पेड़, उखड़े बिजली के खंभे, टूटे तार

पूरे जिले में बिजली व्यवस्था चरमराई, बढ़ा पेयजल का संकट

पूरा दिन लगा सड़कों को वाहन चलने लायक बनाने में

ALLAHABAD: चौबीस घंटे के भीतर मंडल के जिलों में तूफानी रफ्तार से चली हवा का कहर पब्लिक पर बरपा। चार लोगों को जान गंवानी पड़ गई। कई मकान जमींदोज हो गई। सैकड़ों पेड़ धराशायी हो गए। बिजली के खंडे धड़ाम हो गए और तार टूटकर जमीन पर आ गए। इसमें करंट प्रवाहित होने से शहर में चार गायें बेमौत मारी गई। इससे सामान्य जीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ। रात में बिजली कटने के बाद न घर में चैन था और न दरवाजा खोलने की हिम्मत। तुफानी हवा का यह ट्रेलर बुधवार को दिन में भी जारी रहा। इसके बाद हुई बूंदाबांदी से मौसम को जरूर खुशगवार बना दिया।

सोमवार मध्य रात्रि से हुई शुरुआत

इसकी शुरुआत सोमवार की मध्यरात्रि उस समय हुई, जब तेज आंधी के झोंके ने पूरे जनपद को अपने तेज से डरा दिया। मंगलवार की रात्रि आए तूफान का वेग इतना अधिक रहा कि सिटी, गंगापार और यमुनापार के अधिकांश इलाकों में बड़ी संख्या में पेड़ धराशाही हो गए। तकरीबन पौन घंटे तक जनपद के अलग अलग हिस्से में तूफान जारी रहा। इससे कई जगहों पर बिजली के जर्जर खंभे तो उखड़े ही बिजली के तार पर पेड़ गिरने से पूरी व्यवस्था चरमरा गई।

चालीस के नीचे आया पारा

हाल यह रहा कि पूरे शहर में रात्रि में काटी गई बिजली अधिकांश इलाकों में दोपहर तक नहीं आ सकी। वहीं दोपहर में एक बार फिर तेज हवाओं का दौर चला तो एकबारगी ऐसा लगा कि रात्रि जैसा नजारा फिर देखने को मिल सकता है। हालांकि, ऐसा हुआ नहीं, अलबत्ते हल्की बूंदाबांदी ने मौसम को कुछ देर के लिए जरुर खुशनुमा बना दिया। मौसम के बदले मिजाज का ही असर रहा कि दिन का अधिकतम तापमान घटकर 36 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया तो वहीं रात्रि का न्यूनतम तापमान भी 22 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा।

रात में तूफान दिन में चली आंधी

वेडनसडे को सूरज ढलने के बाद शाम और रात में मौसम ठंडा ही रहा। इसने लोगों को भारी उमस और गर्मी से राहत दी। गौरतलब है कि अप्रैल की शुरुआत से पूरे मई माह में अधिकतम तापमान लगातार चालीस या चालीस डिग्री सेल्सियस के ऊपर चल रहा था। मौसमी परिवर्तन की बावत इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में ज्योग्राफी डिपार्टमेंट के प्रो। बीएन मिश्रा ने कहा कि जनपद में लगातार तेज गर्मी पड़ रही थी। जिससे निम्न वायुभार बन गया था। जब भी ऐसा होता है पर्वतीय हवाओं के अलावा पूरब और पश्चिम की हवाएं खिंचकर आ जाती हैं। यह हवाएं जब शार्ट एरिया को कवर करती हैं तो उसे आंधी का रूप कहा जाता है और जब ब्राड स्केल पर होती हैं तो तूफान कहा जाता है।

जिंदगी पर असर

अमृतलाल प्रजापति, बारा

आसमां बानो, मऊआइमा

इरफान, आमीपुर हंडिया

हिमांशु, समदा कौशांबी

तापमान पर असर

अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस

न्यूनतम तापमान 22.9 डिग्री सेल्सियस

मौसम खुशनुमा, गर्मी, उमस से राहत

जिंदगानी पर असर

हाईवे और सड़कों पर पेड़ गिरने से बंद हो गया रास्ता

आशियाना ढह जाने से आ गए खुले आसमान के नीचे

बिजली के तार टूटने से ठप हुई आपूर्ति, कई इलाकों में दूसरे दिन शाम तक हुई दुरुस्त

सुबह बिजली न आने से कई इलाकों में नहीं हुई पानी की सप्लाई

टूटे तारों में करंट प्रवाहित होने से दहशत का माहौल, आजादनगर व चौक में मरी दो गायें