राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन की टीम ने देखी हकीकत, लापरवाही पर जताई नाराजगी

ALLAHABAD: मोक्षदायिनी गंगा को स्वच्छ बनाने की बातें तो बहुत हो रही हैं, लेकिन हकीकत आज भी पहले जैसे ही है। आज भी दर्जनों नालियों व नालों का पानी डायरेक्ट गंगा में मिल रहा है। गंगा में कचरा भी फेंका जा रहा है। कानपुर में हकीकत देखने के बाद मंगलवार को इलाहाबाद पहुंची राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के अधिकारियों की टीम ने हकीकत को देखा। गंगा में गिरने वाले नालों एवं परियोजनाओं का निरीक्षण किया।

एनएमसीजी वरिष्ठ सामाजिक विशेषज्ञ नजीब अहसन एवं कंसलटेंट दिव्या जोशी ने शहरी इलाकों में अतिरिक्त ग्रामीण क्षेत्रों से भी निकलने वाले एवं गंगा में मिलने वाले नालों का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने सिरसा नगर पंचायत से निकलने वाले नाले को भी गंगा में गिरते हुए देखा। टीम ने नाले की स्थिति जांची तथा रिपोर्ट तैयार कर उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाने की बात कही। आस-पास के समुदाय के लोगों से व कार्य कर रही संस्थाओं से बातचीत की गई। गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के अधिकारियों को राजापुर एसटीपी जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया। निरीक्षण टीम में अनामिका चौधरी, राजेश शर्मा, धर्मेद्र निषाद, अर्चना शुक्ला, डा। वेद आनंद, राकेश तिवारी, विनोद पांडेय शरद श्रीवास्तव शामिल थे।