प्रयागराज ब्यूरो । शहर को कचरा मुक्त रखने में प्रयागराज नगर निगम को मनचाही रैंक नहीं मिली है। स्वच्छ सर्वेक्षण की रैंकिंग आने से एक सप्ताह पहले आयी गारबेज फ्री सिटी की रिपोर्ट ने अफसरों को चौंका दिया है। उन्होंने गारबेज फ्री सिटी के लिए तय किये गये क्राइटेरिया के बेस पर फाइव स्टार रेटिंग की डिमांड की थी। इसके लिए उसने अप्लाई भी किया था लेकिन रिपोर्ट में उसे सिर्फ एक स्टार रेटिंग लायक ही माना गया है। कहा जा रहा है कि इस रेटिंग का असर स्वच्छता सर्वेक्षण की रेटिंग पर भी पड़ेगा। ऐसे में यह रेटिंग निराश कर सकती है। शुक्रवार की शाम जारी की गयी रिपोर्ट के अनुसार सीएम सिटी गोरखपुर को थ्री स्टार रेटिंग मिली है। हालांकि, गोरखपुर नगर निगम की तरफ से भी फाइव स्टार रेटिंग के लिए आवेदन किया गया था।

इन बिंदुओं पर टीम ने की थी जांच
डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन, सेग्रिगेशन, गीला सूखा कचरा प्रबंधन, वाटर बॉडी, घाटों की साफ सफाई, शौचालयों की सफाई, हरा नीला डस्टबिन का उपयोग, प्लास्टिक पर बैन कितना कारगर, जियो मैपिंग, शहर का सौँदर्यीकरण, ऑन साइट कम्पोस्टिंग, सीएंडडी वेस्ट मैटेरियल, स्वीपिंग लिटर बिन व सेकेंडरी स्टोरेज बिन्स, बल्क वेस्ट जेनेरेटर द्वारा प्रोसेसिंग आदि।

7 स्टार में सूरत ने बाजी मारी
2023 के गारबेज फ्र सिटी की रेटिंग में इस बार सूरत ने बाजी मारी है। पिछले साल इंदौर को यह खिताब हासिल हुआ था। यही नहीं नवी मुम्बई ने भी 7 स्टार रेटिंग हासिल की है। नई दिल्ली को 5 रेटिंग से संतोष करना पड़ा है। नई दिल्ली ने 7 स्टार रेटिंग के लिए दावा किया था। गारबेज फ्र सिटी का अर्थ है कूड़ामुक्त शहर। पिछले कई सालों से नगर निगम इसके लिए कवायद कर रहा है।

किस शहर की क्या रेटिंग
लखनऊ 3 स्टार
कानपुर 3 स्टार
गोरखपुर 3 स्टार
वाराणसी 3 स्टार
मेरठ 1 स्टार
आगरा 1 स्टार
बरेली 1 स्टार
पटना 1 स्टार
प्रयागराज 1 स्टार

जीएफसी सर्वेक्षेण में प्रयागराज शहर को एक स्टॉर मिला है। यह सर्वे दिल्ली से आई टीम के द्वारा किया गया था। उसी के आधार पर यह स्टार रैंकिंग जारी की गई है। टीम सर्वे में क्या और कैसे की, यह बात टीम के लोग ही बता सकते हैं।
उत्तम वर्मा
पर्यावरण अधिकारी नगर निगम