हमीदिया ग‌र्ल्स डिग्री कॉलेज में आजादी 70 जरा याद करो कुर्बानी कार्यक्रम कासमापन

ALLAHABAD: हमीदिया ग‌र्ल्स डिग्री कॉलेज में आजादी 70 जरा याद करो कुर्बानी कार्यक्रम का भव्यता से समापन हुआ। अंतिम दिन प्रोग्राम के चीफ गेस्ट इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में मेडुअल हिस्ट्री डिपार्टमेंट के प्रोफेसर हेरम्ब चतुर्वेदी ने कहा कि आजादी का विचार 1780 के दशक के बाद प्रारम्भ हुआ, जब यह कहा गया कि हमको भी भागीदारी का हक मिले। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि पुरुषों के मुकाबले महिलाओं ने पश्चिमी पहनावे को बहुत कम अपनाया है। अपनी बात बढ़ाते हुए कहा कि क्रांति का आरम्भ बिना विचार के उत्पन्न नहीं होता।

इतिहास को पूर्वाग्रह से दूर रखें

प्रो। हेरम्ब चतुर्वेदी ने कहा कि इतिहास को पूर्वाग्रह और दुराग्रह से दूर रखना चाहिए। जब तक प्राथमिक स्त्रोतों से किसी तथ्य की पुष्टि न हो, उस तथ्य को नहीं मानना चाहिए। राष्ट्र का निर्माण जाति व धार्मिक भेदभाव को त्यागने से होता है। छोटी छोटी कुर्बानियों से ही राष्ट्र का निर्माण होता है। कहा कि नागरिकों के कर्तव्यबोध के बिना अधिकार नहीं है और परस्पर कुर्बानी भाव से ही मानव को स्वतंत्रता प्राप्त होती है। इस दौरान आजादी पखवाड़े में हुई प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। प्रिंसिपल डॉ। युसुफा नफीस ने स्वागत किया तथा संचालन उर्दू विभाग की नासेहा उस्मानी ने किया।