प्रयागराज (ब्‍यूरो)। माघ मेला बसाये जाने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ा दिया गया है। माघ मेला प्रशासन की तरफ से जमीनों को आवंटित करने की प्रक्रिया 21 दिसंबर से शुरू की जा रही है। यह प्रक्रिया करीब एक पखवारे तक अनवरत चलेगी। फिलहाल जो तिथियां प्रस्तावित हैं उसके मुताबिक तीन जनवरी को जमीन आवंटित करने की प्रक्रिया पूरी होगी। जमीन आवंटन का काम सन्यासियों और संस्थाओं से शुरू होगा। बुधवार को प्रभारी अधिकारी ने जमीन आवंटन के डेट की डिटेल शेयर कर दी।

सुविधा पर्ची के लिए आधार कार्ड जरूरी
प्रभारी अधिकारी माघ मेला ने बताया है कि सुविधा पर्चियों की प्राप्ति हेतु पहचानयुक्त फोटो एवं आधार कार्ड प्रस्तुत करना अनिवार्य है। उन्होंने यह भी बताया है कि अपरिहार्य परिस्थितियों में उपरोक्त तिथियों में परिवर्तन सम्भव है। कहा है कि जिन संस्थाओं/प्रयागवालों द्वारा विगत वर्ष कुम्भ/महाकुम्भ/माघ मेला अथवा अन्य किसी वर्षों में टिन, टेण्टेज, फर्नीचर की सुविधायें प्राप्त कर वापस नहीं की गयी है, उन्हें वर्तमान वर्ष में किसी भी प्रकार की भूमि एवं सुविधा देय नहीं होगी। प्रत्येक शिविर धारक को मेले की सम्पूर्ण अवधि (माघी पूर्णिमा) तक शिविर बनाये रखना अनिवार्य होगा। सुविधा पर्ची, भूमि आवंटन के 02 दिन के पश्चात निर्गत की जायेगी।


जमीन आवंटन के लिए निर्धारित शेडयूल
21 एवं 22 दिसंबर को दण्डी स्वामी नगर, दण्डी बाड़ा मार्ग में भूमि का आवंटन किया जायेगा।
23 व 24 दिसंबर को खाक चौक की जमीन का आवंटन होगा
26 और 27 दिसंबर को आचार्य स्वामी नगर (आचार्य बाड़ा) की जमीन बंटेगी
28 दिसंबर को संगम लोवर मार्ग, संगम अपर मार्ग एवं सरस्वती मार्ग, महावीर जी मार्ग की जमीन का वितरण होगा
29 दिसंबर को अन्नपूर्णा मार्ग की जमीन आवंटित की जाएगी
30 दिसंबर को तुलसी मार्ग एवं जीटी रोड की जमीन का वितरण होगा
31 दिसंबर को त्रिवेणी मार्ग, 01 जनवरी को रामानुज मार्ग की जमीन का वितरण होगा
02 जनवरी को काली मार्ग, गंगोली शिवाला मार्ग, सेक्टर-1 एवं 2, परेड, शास्त्री गाटा, कबीर नगर में जमीन वितरित होगी
03 दिसंबर को समुद्रकूप मार्ग एवं इण्टरलॉकिंग मार्ग से-3, हरिश्चन्द्र मार्ग, अरैल, समयामाई मार्ग, सूरदास मार्ग, गाटा मार्ग एवं अन्य संस्थाओं के लिए भूमि का आवंटन किया जायेगा।

जमीन आवंटन की तिथियों में अपरिहार्य स्थितियों में परिवर्तन भी किया जा सकता है। हमारा पूरा प्रयास है कि निर्धारित तिथि को ही कार्य पूर्ण कर लिया जाय।
दयानंद प्रसाद अपर माघ मेलाधिकारी