छात्रों के निष्कासन पर अतीक का खुद शियाट्स जाना नहीं उतर रहा है किसी के गले

सपा का टिकट मिलने के बाद यह हरकत पहुंचा सकती है सियासी कॅरियर को नुकसान

पूर्व सांसद ने जो करना चाहा वह किया। फिर शियाट्स प्रबंधन ने घटना की रिपोर्ट दर्ज कराने के मामले में जो चाहा वह भी हो गया। अब वह प्रशासन पर कार्रवाई का दबाव बना रहा है। संभव है कि यह भी हो जाए। लेकिन, इन सब के बीच बड़ा सवाल खड़ा हो गया है कि क्या यह इतना ही छोटा मामला है, जितना बताकर पेश किया जा रहा है। या फिर पर्दे के पीछे कोई बड़ा गेम चल रहा है और बुधवार का घटनाक्रम सिर्फ ट्रेलर था।

अतीक के खिलाफ मुकदमो का अ‌र्द्धशतक

17 साल की उम्र में पूर्व सांसद अतीक अहमद का नाम पहली बार जरायम जगत में सामने आया था। इसके बाद वह चार बार विधायक और एक बार सांसद रह चुके हैं। इसके बाद भी उनके खिलाफ दर्ज होने वाले मुकदमो का सिलसिला नहीं रुका। बुधवार को शियाट्स में हुए मामले में अतीक और उनके साथियों के खिलाफ डकैती समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद मुकदमों की संख्या अ‌र्द्धशतक बनाने के करीब पहुंच गई है।

सिर्फ निष्कासन पर इतना बवाल?

पूर्व सांसद घटना को लेकर जो कुछ बता रहे हैं उसके मुताबिक उनके करीबी एक छात्र के खिलाफ शियाट्स प्रबंधन ने कार्रवाई की थी। बाद में जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर छात्र को कैंपस से निष्कासित कर दिया गया। वह उनके पास शिकायत लेकर आया था और आत्महत्या कर लेने जैसा कदम उठाने की बात कर रहा था। इसी पर बात करने के लिए सांसद एक वैवाहिक समारोह से लौटते समय शियाट्स गए थे। अतीक के अनुसार उनके आदमियों ने वहां कुछ नहीं किया। जबकि, शियाट्स के इम्प्लाई की तरफ से दर्ज कराई गई रिपोर्ट के अनुसार ऑफिस के कर्मचारियों के साथ दु‌र्व्यवहार किया गया। उनकी पिटाई की गई। वहां तोड़फोड़ की गई और जाते-जाते कुछ सामान भी वे लोग उठा ले गए। इसी के आधार पर नैनी थाने में बुधवार की देर रात मुकदमा दर्ज किया गया।

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सियासी ओहदा पाने को बेताब हैं अतीक

जरायम जगत में पहचान बनाने के बाद सियासत में कदम रखने वाले अतीक अहमद का राजनीतिक कॅरियर वर्तमान समय में मुश्किल दौर से गुजर रहा है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की नापसंदगी जगजाहिर हो चुकी है। इसके बाद भी उन्हें कानपुर कैंट सीट से विधानसभा चुनाव में सपा का टिकट दिया गया है तो इसलिए क्योंकि वह शिवपाल तक अच्छी पहुंच रखते हैं। लोकसभा चुनाव में सुल्तानपुर सीट से पराजय का मुंह देखने के बाद अब कानपुर में किस्मत आजमाने की बारी है। वहां से सफलता मिली तभी उन्हें सियासत में पुराना रुतबा हासिल होगा। इस स्थिति में सवाल यह खड़ा होता है कि वह टिकट घोषित होने के बाद वह ऐसा क्यों करेंगे? कहीं उन्होंने पुराना रुतबा पाने के लिए तो ऐसा नहीं किया है।

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शिवपाल का करीबी है शियाट्स प्रबंधन

इस बार अतीक के सामने है शियाट्स। सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव इस संस्था के बेहद करीबी हैं। इलाहाबाद में शायद ही कभी ऐसा हुआ होगा कि शिवपाल यहां आएं और शियाट्स न पहुंचें। यह बात हर इलाहाबादी के साथ अतीक भी जानते हैं। इससे सिर्फ छात्रों के टर्मिनेशन को लेकर इतना बवाल समझ में नहीं आता। पुलिस ऑफिसर्स भी मानते हैं कि शियाट्स प्रबंधन अड़ गया तो अतीक को मुश्किल हो सकती है। तो फिर अतीक और उनके साथियों की यह हरकत क्यों?

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कुछ और तो नहीं है मामला

सूत्रों की मानें तो पूर्व सांसद जमीन के कारोबार से भी इनडायरेक्टली जुड़े हैं। सिविल लाइंस एरिया में कुछ जमीन ऐसी है जिस पर पूर्व सांसद की नजर टिक गई है। पूर्व सांसद की यह मंशा तभी पूरी हो सकती है जब शियाट्स मैनेजमेंट प्रेशर में आए या फिर आमने-सामने बैठकर बात करने की पृष्ठभूमि तैयार हो। बता दें कि वर्तमान समय में लखनऊ डायोसिस की पूरी जिम्मेदारी शियाट्स प्रबंधन के ही एक महत्वपूर्ण व्यक्ति के पास है। उसकी मर्जी के बिना पूर्व सांसद की हसरत पूरी नहीं हो सकती। तो क्या अपनी इसी महत्वाकांक्षा के चलते उन्होंने यह कदम उठाया है? इस पर फिलहाल कोई मुंह खोलने को तैयार नहीं है।

तहरीर के आधार पर पूर्व सांसद और उनके साथियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच की जा रही है। इसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

शलभ माथुर

एसएसपी, इलाहाबाद

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पूर्व सांसद की गिरफ्तारी की मांग में प्रदर्शन

शियाट्स में पूर्व सांसद अतीक अहमद और उनके साथियों द्वारा किए गए हंगामा, मारपीट के विरोध में गुरुवार को शियाट्स के कर्मचारी और प्रोफेसर्स एसएसपी कार्यालय विरोध दर्ज कराने पहुंचे। एसएसपी शलभ माथुर से मुलाकात की। निदेशक प्रशासन के जनसंपर्क अधिकारी डॉ। रमाकांत दूबे ने बताया कि एसएसपी की ओर से आश्वासन दिया गया है कि मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। प्रकरण की जांच करायी जा रही है। जांच में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा शियाट्स कैंपस में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। गुरुवार को कैंपस में सुरक्षा की दृष्टि से पीएसी के साथ पुलिस के जवानों को भी तैनात किया गया है।