लाइफ स्टाइल डिजीज डायबिटीज पर डॉ शैलेंद्र मिश्र ने डाला प्रकाश

डायरेक्टर एमएनएनआईटी प्रो। पी चकबर्ती ने किया सेमिनार का उद्घाटन

ALLAHABAD: देश में तेजी से बढ़ रही लाइफ स्टाइल बेस्ड डिजीज डायबिटीज के प्रति लोगों को अवेयर करने के लिए शनिवार को हिंदुस्तानी एकेडमी में सेमिनार का आयोजन किया गया। इसमें एमएनएनआईटी के प्रभारी चिकत्साधिकारी व लाइफ स्टाइल डिजीज एक्सपर्ट डॉ। शैलेंद्र मिश्र ने बीमारी के बारे में लोगों को महत्वपूर्ण जानकारी दी। एमएनएनआईटी के डायरेक्टर प्रो। पी चकबर्ती ने बतौर मुख्य अतिथि कार्यशाला का शुभारंभ किया। विशिष्ट अतिथि डॉ। राजेंद्र त्रिपाठी रसराज, डॉ। तरुण टंडन रहे। संचालन डॉ। दीप्ति व प्रणव ने किया।

दो तरह की डायबिटीज

डॉ। शैलेंद्र मिश्र ने बताया कि डायबिटीज टाइप वन व टाइप टू दो तरह की होती है। टाइप वन में पैंक्रियाज से इंसुलिन का सीक्रीशन ही नहीं होता, जबकि टाइप टू में सीक्रीशन तो होता है, लेकिन यह ग्लूकोज को मेटाबोलाइज करने के लिए सेंसटिव ही नहीं होता। आज 90 फीसदी केस टाइप टू डायबिटीज के सामने आ रहे हैं। इसके पीडि़तों में युवा वर्ग की संख्या तेजी से बढ़ी है।

मोटापा बन जाता है बैरियर

बॉडी की सेल को जब एनर्जी की जरूरत होती है तो उसे ग्लूकोज के रूप में एनर्जी की जरूरत होती है। इसका सीक्रीशन लीवर करता है। जबकि ग्लूकोज को सेल्स के अंदर पहुंचाने के लिए पैंक्रियाज द्वारा उत्पन्न इंसुलिन हार्मोन चाबी का कार्य करता है। ग्लूकोज से मिलकर उसे सेल्स के अंदर प्रवेश कराता है। लेकिन मोटापा की वजह से रक्त में बढ़ी फैट की मात्रा बैरियर के रूप में इंसुलिन को ग्लूकोज से मिलने से रोकती है। इससे सेल्स को एनर्जी नहीं मिल पाती और लोग ज्यादा खाने की इच्छा जताते हैं। ज्यादा खाने पर ज्यादा फैट बनता है और मेटाबोलिज्म और गड़बड़ा जाता है। इसलिए आज हर एज ग्रुप के लिए आवश्यक है कि वह अपनी लाइफ स्टाइल नेचर के हिसाब से बैलेंस्ड रखे।

चार तरह की जांच

फास्टिंग

इस जांच के लिए जरूरी है कि पेशेंट आठ घंटे पहले खाना व पानी का सेवन बंद कर दें। ब्लड में 100 एमजी तक शुगर मात्रा नार्मल मानी जाती है।

पीपी

इसे पोस्ट पैरेंटल टेस्ट कहते हैं। यह खाना खाने के दो घंटे बाद होता है। इसमें ब्लड में शुगर की 140 एमजी तक मात्रा नार्मल मानी जाती है।

एसबीए 1 सी टेस्ट

यहा आधुनिक टेस्ट है। इसमें तीन महीने का रीव्यू लिया जाता है। इसमें 5.6 तक की रीडिंग नार्मल मानी जाती है।

ओजीटी टेस्ट

यदि किसी व्यक्ति की फास्टिंग 100 है तो उसे 75 ग्राम ग्लूकोज ओरली दिया जाता है। रिपोर्ट 140 तक है तो नार्मल है, इससे अधिक है तो डायबिटिक होगा।

लक्षण

ज्यादा प्यास लगना

ज्यादा थकावट लगना

सडेनली वेट लूज होना

भूख बहुत लगना

फैक्ट फाइल

भारत में वर्ष 2015 तक 69.2 मिलियन लोग डायबिटीज के शिकार

डायबिटीज एक्वायर्ड डिजीज है, बिगड़ी लाइफ स्टाइल व स्ट्रेस से होती है

डायबिटीज के 90 परसेंट केस टाइप टू के होते हैं, युवा बन रहे शिकार

सोते समय ज्यादा बर्न होती है एनर्जी, इसीलिए मोटे लोग ज्यादा सोएं

रखें ख्याल

डाइट में फ्रेश फ्रूट्स का करें इस्तेमाल

जंक फूड, प्रेस्ट्री फूड से बचें

फ्रेश सब्जियों का करें उपयोग

डाइट रखें बैलेंस्ड, करें एक्सरसाइज

फैट से ज्यादा मिलती है कैलोरी

शरीर को कैलोरी कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन व फैट से मिलती है। इसमें फैट से सबसे ज्यादा एक ग्राम में 9 किलो कैलोरी एनर्जी मिलती है। इसीलिए बॉडी इसे ही सबसे पहले एब्जार्ब करती है।