प्रयागराज ब्यूरो । गीता शादीशुदा थी। वह हस कर बात करती थी। जिस पर उसके प्रेमी त्रिभुवन को एतराज था। बार बार मना करने के बाद भी प्रेमिका के स्वभाव में परिवर्तन नहीं हुआ तो प्रेमी को उस पर शक होने लगा। आखिरकार प्रेमी त्रिभुवन ने अपनी प्रेमिका गीता को मार डाला। प्रेमी ने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद उसकी बॉडी ससुर खदेरी नदी के पास सूनसान जगह पर खेत में फेंक दी। एयरपोर्ट थाने की पुलिस ने इस मामले का खुलासा किया है। पुलिस ने आरोपी त्रिभुवन को गिरफ्तार कर लिया है। उसके कब्जे से मृतका के कई सामान बरामद किए गए हैं।

दस साल से चल रहा था प्रेम प्रसंग
एयरपोर्ट थाना क्षेत्र के काठगांव की रहने वाली गीता आशा बहु थी। उसकी शादी राजेंद्र से हुई थी। उसके चार बच्चे हैं। गीता और गांव के ही त्रिभुवन के बीच करीब दस साल पहले रिश्ता बना। दोनों की प्रेम कहानी पूरे गांव में चर्चा का विषय बन गई। आए दिन इस बात के लिए गीता और उसके पति राजेंद्र के बीच झगड़ा होता था। मगर गीता को त्रिभुवन पसंद था। गीता आशा बहु थी। इसलिए उसका रोज का आना जाना स्वास्थ्य केंद्र पर रहता था। गीता त्रिभुवन से रोज मिलती थी।

त्रिभुवन को गीता पर हो गया शक
कई साल तक दोनों के रिश्ते बेहद मजबूूत रहे। इधर दो साल से दोनों के रिश्तों में खटास आनी शुरू हो गई। पुलिस को पूछताछ में त्रिभुवन ने बताया कि गीता अक्सर लोगों से मोबाइल पर हस कर बात करती थी। काफी देर तक उसका नंबर इंगेज रहता था। जिस पर उसने कई बार गीता को मना किया, मगर वह नहीं मानी। जिस पर त्रिभुवन को उसके ऊपर गुस्सा आने लगी।

गला घोंट कर मार डाला
18 जनवरी को गीता घर में मीटिंग की बात कहकर निकली। मगर वह वापस नहीं लौटी। वह पीपलगांव में त्रिभुवन से मिली। इसके बाद लापता हो गई। दूसरे दिन पति राजेंद्र ने पुलिस को सूचना दी। तीसरे दिन शनिवार को गीता की बॉडी ससुर खदेरी नदी के पास खेत में मिली। पोस्टमार्टम के बाद पता चला कि उसकी गला घोंटकर हत्या की गई है। पुलिस के मुताबिक 18 जनवरी को त्रिभुवन ने शाम को गीता की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद रात में ही बॉडी को खेत में फेंक दिया। सूनसान होने की वजह से दूसरे दिन वहां कोई गया नहीं। तीसरे दिन बॉडी का पता चला। त्रिभुवन के कब्जे से पुलिस ने गीता का मोबाइल फोन, चाबी का गुच्छा, लेडीज पर्स, शाल समेत कई सामान बरामद किया है।


काठगांव के रहने वाले त्रिभुवन और गीता के बीच प्रेम संबंध था। गीता के व्यवहार को लेकर त्रिभुवन को शक रहता था। जिस पर कई बार दोनों के बीच झगड़ा हुआ। त्रिभुवन ने गला दबाकर गीता की हत्या कर दी।
अरुण कुमार सिंह, थाना प्रभारी एयरपोर्ट