अखाड़ा परिषद ने सीएम को भेजा बैठक बुलाने का प्रस्ताव

अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की अध्यक्षता में संतों ने लिए कई निर्णय

ALLAHABAD: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की सोमवार को संतों की बैठक बुलाकर अर्धकुंभ 2019 की तैयारियों का आगाज किया। अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की नेतृत्व में बाघंबरी मठ में हुई यह बैठक कई मायने में खास रही। बैठक में संतों ने सवाल उठाया कि अंर्धकुंभ की तैयारी तीन साल पहले ही शुरू हो जाने की परंपरा रही है। तैयारियां कब शुरू होंगी, अभी तक मेला अधिकारी की नियुक्ति क्यों नहीं हुई, स्थानीय अखाड़ों में अस्थाई निर्माण के लिए बजट किस तरह आवंटित होगा आदि पर चर्चा करते हुए संतों ने सीएम अखिलेश यादव को बैठक बुलाने का प्रस्ताव भेजा। अध्यक्ष नरेंद्र गिरि की ओर से तैयार किए गए इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से श्रीमहंतों ने मंजूरी दी।

तीन साल पहले होती है तैयारी

बैठक में महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि अर्धकुंभ करोड़ों लोगों की आस्था का केन्द्र है। महाराष्ट्र व मध्य प्रदेश में कुंभ हो या अर्धकुंभ उसकी तीन वर्ष पहले ही तैयारी शुरू कर दी जाती है। इसलिए प्रदेश के मुख्यमंत्री को जल्द ही परिषद की बैठक बुलानी चाहिए। साथ ही मेले से संबंधित सभी प्रमुख विभागों के प्रमुख सचिवों को भी उसका हिस्सा बनाना चाहिए। ताकि माघ मेले से पहले पूरी रूपरेखा बनाकर पुख्ता बंदोबस्त किया जा सके। अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरी गिरि, महानिर्वाणी अखाड़ा के सचिव महंत राम सेवक गिरि, श्री निरंजनी अखाड़ा के सचिव आशीष गिरि, जूना अखाड़े से महंत प्रेम गिरि, आवाहन अखाड़े से महंत सत्य गिरि, निर्मल अखाड़ा से महंत देवेन्द्र सिंह शास्त्री, बड़ा उदासीन अखाड़ा से सचिव अग्रदास व नया उदासीन अखाड़ा के श्रीमहंत भगतराम सहित कई प्रमुख संत-महात्मा मौजूद रहे।

नमामि गंगे में मांगा प्रतिनिधित्व

गंगा की अविरलता और स्वच्छता को लेकर केन्द्र सरकार की बहुउद्देशीय नमामि गंगे योजना में साधु-सन्यासियों को न शामिल किए जाने का आक्रोश बैठक में दिखा। श्रीमहंतों ने एक स्वर में कहा कि इस योजना में धन की बंदरबाट से उद्देश्य कभी सफल नहीं हो पाएगा। यही वजह रही कि बैठक में इस योजना में सभी 13 अखाड़ों के दो-दो प्रतिनिधियों को शामिल करने के प्रस्ताव पर भी मुहर लगाई गई।

इन प्रस्तावों पर लगी मुहर

स्थानीय अखाड़ों में शासन की स्वीकृति से धनराशि का आवंटन

अर्धकुंभ के लिए मेला अधिकारी की जल्द नियुक्ति की जाए

नमामि गंगे योजना में प्रत्येक अखाड़े से दो-दो प्रतिनिधियों को शामिल करें

इलाहाबाद-लखनऊ हाईवे को सिक्स लेन में कनवर्ट किया जाए