-शव घर पहुंचते ही मच गया रोना-पीटना

-बेटे-बेटी की मर्मातक चीत्कार से हर आंख हुई नम

ALLAHABAD: अधिवक्ता राजेश श्रीवास्तव के हत्या सूचना उनके घर पहुंचते ही वहां पर कोहराम मच गया। घर में अचानक रोने पीटने की आवाज सुनकर आस पास के लोग भी उनके घर पहुंच गए। वकील की हत्या की खबर मोहल्ले में फैलते ही पूरे एरिया में मातम छा गया। लोगों में गम के साथ ही घटना को लेकर गुस्सा भी साफ दिख रहा था। अचानक हुई इस घटना से हर कोई हैरान हो गया।

पति का शव देख बेसुध हुई आभा

दोपहर में वकीलों का हंगामा खत्म होने के बाद अधिवक्ता राजेश कुमार के शव को पोस्टमार्टम हुआ। इसके बाद करीब शाम चार बजे राजेश का शव लेकर परिजन घर पहुंचे। पति के शव को देखते ही पत्नी आभा अचेत होकर गिर पड़ी। होश में आने पर वह पति के शव से लिपटकर दहाड़ें मारकर रोने लगी। 13 साल की बेटी आयुषी और 10 वर्षीय बेटा आभाष भी पिता का शव देखकर दहाड़ मारकर रोने लगे। बेटी का रोना सुन हर किसी की आंखें नम हो गई। रिश्तेदार और उनके करीबी उन्हें ढांढस बंधाने में जुटे रहे।

बड़े भाई थे लखनऊ में

राजेश तीन भाईयों में दूसरे नंबर के थे। उनकी बेटी सातवीं और बेटा छठवीं क्लास में पढ़ाई कर रहा है। राजेश के बड़े भाई पप्पू पीडब्ल्यूडी में कर्मचारी हैं और वह घटना के वक्त लखनऊ में थे। हत्या की खबर मिली तो आनन-फानन घर पहुंचे। वहां भाई का शव देख बिलख पड़े। छोटा भाई टेंट कारोबारी बृजेश भी बदहवास था।

दारागंज घाट पर हुआ अंतिम संस्कार

शाम करीब पांच बजे दारागंज घाट पर अधिवक्ता राजेश का कड़ी सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार किया गया। राजेश के शव को मुखाग्नि उनके छोटे भाई ने दी।