जोड़ों और मांसपेशियों में जकडऩ और दर्द से परेशान हैं लोग
तमाम घरेलू नुस्खों से मिल जाती है निजात, बुजुर्गों में अधिक समस्या
प्रयागराज (ब्‍यूरो)। जानकारी के मुताबिक मांसपेशियों में जकडऩ आने की वजह है जोड़ में मौजूद श्लेष द्रव जो तापमान में गिरावट के साथ ही गाढ़ा होने लगता है। जिसके परिणामस्वरूप कम चिकनाई के कारण जोड़ों के मूवमेंट से दर्द होता है। यदि आपके साथ भी यह परेशानी है तो सुनिश्चित करें कि ठंड के समय खुद गर्म रख रहें हैं। साथ ही पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्वों का सेवन कर रहें हैं। ज्वाइंट पेन से राहत दिलाने वाले नेचुरल रेमेडी बाताया है। कहते हैं कि सुबह की जकडऩ, सूजन और जोड़ों के दर्द से काफी लोग परेशान रहते हैं। इससे राहत पाने के लिए आप शायद पहले से दवाएं भी ले रहे हों। लेकिन इन्हें नेचुरल तरीके से भी ठीक किया जा सकता है। कई ऐसे औषधीय गुण वाले खाद्य पदार्थ हैं, जो बॉडी में सूजन को कम करके जोड़ों के दर्द को दूर करने में मदद कर सकते हैं।
मोटे लोगों को देना होगा ध्यान
डॉक्टर्स का कहना है कि इस समस्या से सबसे ज्यादा मोटे लोग परेशान होते हैं। जिनके शरीर में चर्बी अधिक होती है उनकी मांसपेशियों में जकडऩ अधिक होती है। बहुत से पतले लोगों को भी यह समस्या हो सकती है। इसके लिए गर्म सिकाई अधिक बेहतर उपाय है। जबकि मालिश से बचना चाहिए। गर्म सिकाई करने से मांसपेशियों को काफी राहत मिलती है।
बचाव के देशी उपाय
कच्ची हल्दी- एक्सपर्ट बताते हैं कि हल्दी एक शक्तिशाली मसाला है, जो भारतीय व्यंजनों में लंबे समय से इस्तेमाल किया जा रहा है। यह करक्यूमिन नामक रसायन से भरपूर होता है। शोध से पता चला है कि हल्दी में मौजूद करक्यूमिन शरीर में सूजन को कम करने का काम करता है।

लहसुन- लहसुन में डायलिल डाइसल्फ़ाइड होता है, जो एक एंटी इंफ्लेमेंटरी यौगिक है। यह प्रो-इंफ्लेमेटरी साइटोकिन्स के प्रभाव को सीमित करता है। जिससे सूजन समेत पूरे स्वास्थ्य में सुधार होता है।

अदरक- अदरक प्राचीन समय से कई बीमारियों के उपचार में इस्तेमाल किया जा रहा है। इसमें मौजूद एंटी-इफ्लेमेंटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण शरीर में उन पदार्थों को बनने से रोकते हैं जो सूजन का कारण बनते हैं। कई स्टडी में अदरक को अर्थराइटिस में भी फायदेमंद माना गया है।

अखरोट- इसमें ऐसे यौगिक मौजूद होते हैं जो जोड़ों की बीमारी से जुड़ी सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। अखरोट में विशेष रूप से ओमेगा -3 फैटी एसिड अधिक होता है, जो दर्द को करने में फायदेमंद होता है।

चेरी- एंटीऑक्सिडेंट का एक बड़ा स्रोत होता है, जो जोड़ों और मांसपेशियों में सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। ऐसे में यदि आपकों सर्दी में मसल्स में दर्द या जोड़ों में दर्द की समस्या होती है, तो चेरी का सेवन करना शुरू कर दें।

हमारे पास ठंड में ऐसे काफी मरीज आते हैं। जिनका अचानक मांसपेशियों या जोड़ों में जकडऩ या दर्द से दिक्कत हो जाती है। ऐसे मरीजों को दवाएं देने के साथ देशी उपाय भी बताए जाते हैं। यह आम समस्या है लेकिन परेशान करती है। इसलिए ठंड में होशियार रहना जरूरी है।
डॉ। अनुज गुप्ता, आर्थोपेडिक सर्जन