इलाहाबाद संग्रहालय का टिकट 20 रुपया तो कंपनी बाग में इंट्री की फीस पांच रुपए का दिखने लगा असर

टिकट की दोहरी मार से पर्यटकों और लोकल लोगों की संख्या में आई 60 प्रतिशत की कमी

ALLAHABAD: देश के चार राष्ट्रीय संग्रहालयों में से एक इलाहाबाद संग्रहालय को देखने का सपना शहरियों के लिए मुश्किल होता जा रहा है। बड़े-बुजुर्गो, महिलाओं और विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को चंद्रशेखर आजाद पार्क से लेकर इलाहाबाद संग्रहालय तक टिकट की दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। संग्रहालय में स्थित ऐतिहासिक महत्व की अमूल्य धरोहरों को देखने के लिए शहरियों को संग्रहालय के साथ ही कम्पनी बाग में इंट्री करने के लिए भी टिकट लेना पड़ रहा है। यही वजह है कि कम्पनी बाग में इंट्री करने के लिए एक मार्च से लागू हुई नई व्यवस्था के बाद संग्रहालय देखने वाले पर्यटकों की संख्या में 60 फीसदी तक की कमी हो गई है।

26 दिनों में 60 फीसदी हुई कमी

इलाहाबाद संग्रहालय में इंट्री करने के लिए मेन गेट पर ही लोगों को 20 रुपया शुल्क देना होता है। यह व्यवस्था करीब एक साल पहले लागू की गई थी। वहीं कम्पनी बाग में सैर करने के लिए एक मार्च से प्रतिदिन के हिसाब से पांच रुपए इंट्री फीस लेने की व्यवस्था शुरू हुई। इन दोनों व्यवस्था का सबसे ज्यादा असर ऐसे लोगों पर हो रहा है जो सिर्फ संग्रहालय आना चाहते हैं। क्योंकि आजाद पार्क परिसर में इलाहाबाद संग्रहालय स्थित है और यहां पर आने वालों को पहले कम्पनी बाग में इंट्री की फीस फिर उसके बाद संग्रहालय देखने के लिए फीस देना पड़ रहा है। हालांकि, संग्रहालय को देखने के लिए 16 साल तक की उम्र के बच्चों को नि:शुल्क व्यवस्था की गई है।

पर्यटकों के साथ ही हर किसी को पांच रुपए इंट्री फीस देना मजबूरी हो गया है। इसकी वजह से संग्रहालय में एक मार्च के बाद से अब तक उसे देखने वालों की संख्या में 60 फीसदी तक की कमी आ गई है। जबकि 16 साल तक की उम्र के बच्चों के लिए संग्रहालय देखने की नि:शुल्क व्यवस्था की गई है। यही बात कई बार टिकट काउंटर पर जाकर बताने की कोशिश की गई। लेकिन कर्मचारियों ने एक नहीं सुनी।

राजेश पुरोहित, निदेशक इलाहाबाद संग्रहालय

एक ही जगह पर जाने के लिए दो बार टिकट खरीदना उचित नहीं है। अब तो संग्रहालय की धरोहरों को देखने के लिए सोचना पड़ता है।

जयवर्धन त्रिपाठी

संग्रहालय व जिला प्रशासन को कोई बीच का रास्ता निकालना चाहिए। दोनों जगहों पर इंट्री करने के लिए फीस में कमी की जानी चाहिए।

पुनीत मिश्रा

एक ही जगह पर जाने के लिए क्यों दो बार फीस दें। संग्रहालय देखने का बहुत मन करता है लेकिन क्या करें। एक ही जगह पर जाने के लिए दो बार क्यों फीस दी जाए।

जमुना पांडेय

जब से कम्पनी बाग में इंट्री फीस लगने लगी है तब से परिजनों के संग संग्रहालय नहीं गया हूं। हर दूसरे दिन दो जगहों पर दो-दो बार फीस देकर संग्रहालय जाने से क्या हासिल होगा।

गौरव गुप्ता

15 दिन के लिए बंद वेबसाइट

इलाहाबाद संग्रहालय की वेबसाइट को 15 दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। क्योंकि वेबसाइट के रिनोवेशन का काम चल रहा है। यही वजह है कि वेबसाइट पर संग्रहालय के खुलने की टाइमिंग के आगे 'अब बंद हो गया है' लिखा गया है। संग्रहालय प्रशासन की मानें तो नए कलेवर में आने वाली वेबसाइट पर कई नई व्यवस्था पर्यटकों को दी जाएगी।