Allahabad: घर से निकलते वक्त अकेली थी। उसके अपना काम करके लौट आना था। मोहल्ले में ही थी, इसलिए डर का कोई सवाल नहीं था। उसे क्या पता था कि कोई बुरी निगाह उसका पीछा कर रही है। उसे सिर्फ मौके की तलाश थी। मौका मिलने ही वह वहशी उसकी आबरू से खेलने पर उतर आया। सन्नाटे वाले एरिया में खींच ले लिया। युवती ने अंतिम समय तक संघर्ष किया। लेकिन, किसी का साथ न मिलने के चलते वह आबरू के साथ जिंदगी भी हार गई। करेली एरिया में सामने आए इस सनसनीखेज मामले से मोहल्ले के लोग सन्नाटे में हैं.
रात भर भटकते रहे
लाल उर्फ गौतम करेली के सैदपुर एरिया में रहते हैं। चार बच्चों में दूसरे नंबर की बेटी मोनी (काल्पनिक नाम) संडे को काम से निकली थी। दोहपर में गई थी और शाम ढलने से पहले उसे घर लौट आना था। ऐसा डेली रूटीन था। लेकिन संडे को ऐसा नहीं हुआ। शाम ढल गई और वह घर नहीं लौटी। शाम से ही उसका भाई बाबा अपनी मां के साथ आसपास एरिया में तलाश में लग गया। पिता ने रिलेटिव के यहां पड़ताल शुरू कर दिया। पूरा परिवार धूमनगंज से लेकर करेली तक खोज डाला लेकिन कोई ऐसा नहीं मिला जो मोनी के बारे में कुछ बता सके.
घास से ढकी गई थी ड्ढशस्र4
रात भर सर्च ऑपरेशन चला लेकिन मोनी का पता नहीं चला। मंडे को एक बार फिर सभी फैमिली मेम्बर्स उसकी तलाश में निकल गए। बाबा अपनी मां के साथ मोहल्ले से कुछ दूरी पर स्थित गांव के खलिहान की ओर निकल गए। सुबह सात बजे मोहल्ले से करीब एक किलोमीटर दूर उसके कुछ सामान मिले। इससे उन्हें अनहोनी की आशंका हुई तो वे आगे बढ़ गए। कुछ ही दूर आगे जाने पर हाजी शहजादे के खेत में सेमी न्यूड अवस्था में मोनी की बॉडी पड़ी देखकर वे चीख पड़े। उसे घास से ढक दिया गया था। घास हटाने के बाद बॉडी की दशा देखकर वे सन्नाटे में आ गए। बाडी को देखने से साफ था कि उसके साथ क्या-क्या हुआ होगा। उनकी चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग भी वहां पहुंच गए। वे भी बॉडी की स्थिति देखकर सकते में थे.
पहले पहनाया कपड़ा
इस सनसनीखेज वारदात की सूचना जल्द ही करेली पुलिस तक पहुंच गई। युवती के घर वालों ने बताया कि मौके पर पहुंची पुलिस ने कपड़े मंगाकर उसे पहनवाया फिर पंचनामा आदि भरने की कार्रवाई शुरू की। मामला एक लड़की की मर्डर के साथ एक खास वर्ग से जुड़ा था। ऐसे में करेली एसओ ने तत्काल ही सीनियर ऑफिसर को इस घटना की जानकारी दे दी। इसके बाद मौके पर सीओ और फोरेंसिक एक्सपर्ट भी पहुंच गए.
अंतिम दम तक संघर्ष
युवती की बॉडी जहां पड़ी थी वह स्पॉट ही काफी कुछ बता रहा था। स्पॉट देखकर फॉरेंसिक एक्सपट्र्स को भी समझ में आ गया था कि युवती ने हैवानों से अंतिम समय तक संघर्ष किया होगा। उसके हाथ में किसी युवक के सिर के बाल भी मिले हैं। इससे आशंका जताई जा रही है कि ये बाल उसी शख्स के हो सकते हैं जिसने उसके साथ ज्यादती की होगी। हैवान ने अपनी पहचान छिपाने के लिए ही उसे मौत की नींद सुला दिया होगा.
हर जगह पर किया था वार
युवती के बॉडी के कई पार्ट पर जख्म के निशान मिले हैं। उसके चेहरे पर धारदार हथियार से हमला हुआ था। उसके हाथ पर भी कटे के निशान है। हाथों के निशान देखकर एक्सपट्र्स का मानना था कि युवती ने कई बार अपने हाथों से ही रोके होंगे। फिर हैवानों ने उस पर पीछे से वार किया और गर्दन रेत डाली। जांच पड़ताल यहीं खत्म नहीं हुई। मौके पर पहुंची डाग स्क्वॉड की टीम गांव से बाहर एक दूसरे गांव में कुछ दूर तक गई। डाग स्क्वॉड उस हैवान को सर्च तो नहीं कर सका लेकिन जहां पहुंचा उसे देखकर पुलिस को यकीन है कि इसी गांव में आरोपी छिपा है। पुलिस ने युवती की बॉडी को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। डॉक्टर के पैनल ने युवती की बॉडी का पोस्टमार्टम किया। रेप होने के सिम्पटम्स मिले तो डॉक्टर ने विजाइनल स्वैब प्रिजर्व करके जांच के लिए भेज दिया है.
रात भर भटकते रहे
लाल उर्फ गौतम करेली के सैदपुर एरिया में रहते हैं। चार बच्चों में दूसरे नंबर की बेटी मोनी (काल्पनिक नाम) संडे को काम से निकली थी। दोहपर में गई थी और शाम ढलने से पहले उसे घर लौट आना था। ऐसा डेली रूटीन था। लेकिन संडे को ऐसा नहीं हुआ। शाम ढल गई और वह घर नहीं लौटी। शाम से ही उसका भाई बाबा अपनी मां के साथ आसपास एरिया में तलाश में लग गया। पिता ने रिलेटिव के यहां पड़ताल शुरू कर दिया। पूरा परिवार धूमनगंज से लेकर करेली तक खोज डाला लेकिन कोई ऐसा नहीं मिला जो मोनी के बारे में कुछ बता सके।
घास से ढकी गई थी
रात भर सर्च ऑपरेशन चला लेकिन मोनी का पता नहीं चला। मंडे को एक बार फिर सभी फैमिली मेम्बर्स उसकी तलाश में निकल गए। बाबा अपनी मां के साथ मोहल्ले से कुछ दूरी पर स्थित गांव के खलिहान की ओर निकल गए। सुबह सात बजे मोहल्ले से करीब एक किलोमीटर दूर उसके कुछ सामान मिले। इससे उन्हें अनहोनी की आशंका हुई तो वे आगे बढ़ गए। कुछ ही दूर आगे जाने पर हाजी शहजादे के खेत में सेमी न्यूड अवस्था में मोनी की बॉडी पड़ी देखकर वे चीख पड़े। उसे घास से ढक दिया गया था। घास हटाने के बाद बॉडी की दशा देखकर वे सन्नाटे में आ गए। बाडी को देखने से साफ था कि उसके साथ क्या-क्या हुआ होगा। उनकी चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग भी वहां पहुंच गए। वे भी बॉडी की स्थिति देखकर सकते में थे।
पहले पहनाया कपड़ा
इस सनसनीखेज वारदात की सूचना जल्द ही करेली पुलिस तक पहुंच गई। युवती के घर वालों ने बताया कि मौके पर पहुंची पुलिस ने कपड़े मंगाकर उसे पहनवाया फिर पंचनामा आदि भरने की कार्रवाई शुरू की। मामला एक लड़की की मर्डर के साथ एक खास वर्ग से जुड़ा था। ऐसे में करेली एसओ ने तत्काल ही सीनियर ऑफिसर को इस घटना की जानकारी दे दी। इसके बाद मौके पर सीओ और फोरेंसिक एक्सपर्ट भी पहुंच गए.
अंतिम दम तक संघर्ष
युवती की बॉडी जहां पड़ी थी वह स्पॉट ही काफी कुछ बता रहा था। स्पॉट देखकर फॉरेंसिक एक्सपट्र्स को भी समझ में आ गया था कि युवती ने हैवानों से अंतिम समय तक संघर्ष किया होगा। उसके हाथ में किसी युवक के सिर के बाल भी मिले हैं। इससे आशंका जताई जा रही है कि ये बाल उसी शख्स के हो सकते हैं जिसने उसके साथ ज्यादती की होगी। हैवान ने अपनी पहचान छिपाने के लिए ही उसे मौत की नींद सुला दिया होगा.
हर जगह पर किया था वार
युवती के बॉडी के कई पार्ट पर जख्म के निशान मिले हैं। उसके चेहरे पर धारदार हथियार से हमला हुआ था। उसके हाथ पर भी कटे के निशान है। हाथों के निशान देखकर एक्सपट्र्स का मानना था कि युवती ने कई बार अपने हाथों से ही रोके होंगे। फिर हैवानों ने उस पर पीछे से वार किया और गर्दन रेत डाली। जांच पड़ताल यहीं खत्म नहीं हुई। मौके पर पहुंची डाग स्क्वॉड की टीम गांव से बाहर एक दूसरे गांव में कुछ दूर तक गई। डाग स्क्वॉड उस हैवान को सर्च तो नहीं कर सका लेकिन जहां पहुंचा उसे देखकर पुलिस को यकीन है कि इसी गांव में आरोपी छिपा है। पुलिस ने युवती की बॉडी को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। डॉक्टर के पैनल ने युवती की बॉडी का पोस्टमार्टम किया। रेप होने के सिम्पटम्स मिले तो डॉक्टर ने विजाइनल स्वैब प्रिजर्व करके जांच के लिए भेज दिया है।
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