ऑनलाइन एग्जाम में लगाई सेंध, कंप्यूटर हैक कर नकल कराने का भंडाफोड़

दो साफ्टवेयर की मदद से चल रहा था खेल

रेलवे इंजीनियर समेत छह को एसटीएफ ने किया अरेस्ट

ALLAHABAD:

रेलवे ने गड़बड़ी रोकने के लिए ऑनलाइन भर्ती प्रक्रिया शुरू की तो नकल माफिया ने इसका भी तोड़ निकाल लिया। माफिया ने AMMYY ADMIN वव TEAM VIWER साफ्टवेयर की मदद से ऑनलाइन भर्ती प्रक्रिया में ही सेंध लगा दी। दोनों साफ्टवेयर का इस्तेमाल कर एग्जाम सेंटर से काफी दूर तेलियरगंज के एक तीन मंजिला मकान के अंडर कंस्ट्रक्शन कमरे में पेपर को सॉल्व किया जा रहा था कि भनक एसटीएफ को लग गई। एसटीएफ ने छापा मारकर तीन लोगों को अरेस्ट किया और पीसी, लैपटॉप भी बरामद कर लिया। पकड़े लोगों के बयान के आधार पर रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर सिविल विनोद प्रसाद गुप्ता समेत तीन और लोगों को भी धर दबोचा गया। सभी को शनिवार को जेल भेज दिया गया।

इंजीनियर ही है मास्टर माइंड

ऑनलाइन नकल का मास्टर माइंड सीनियर सेक्शन इंजीनियर विनोद था। सीओ एसटीएफ प्रवीण सिंह चौहान के मुताबिक उसने टाटा कंसलटेंसी सर्विस से लेकर एग्जामिनेशन सेंटर तक सेटिंग की और हर कंडीडेट से आठ से नौ लाख रुपए तक वसूल किए थे। सारा खेल टेक्नालॉजी की मदद से किया गया। जिस कंडीडेट से सेटिंग हुई, सेंटर पर उसके कंप्यूटर में AMMYY ADMIN वव TEAM VIWER सॉफ्टवेयर लोड करवाया। यही साफ्टवेयर सॉल्वर के पीसी व लैपटॉप भी लोड करवाया गया। AMMYY ADMIN की मदद से सिर्फ आईडी जानकर अभ्यर्थी के कंप्यूटर को हैक कर लिया जाता था। TEAM VIEWER के लिए पासवर्ड की भी जरूरत पड़ती थी।

अथ्यर्थी कमरे में ही बैठा रहता

सीओ के मुताबिक अभ्यर्थी एग्जाम सेंटर पर बैठा रहता और उसका पेपर कहीं दूर सॉल्व होता रहता। टाइम पूरा होते ही नकल माफिया के गुर्गे पेपर को अनलिंक कर देते थे। इसकी जानकारी आरआरबी के थ्रू एसटीएफ को भी मिली थी। कुछ संदिग्ध लोगों के नंबर सर्विलांस पर लगाए गए और मुखबिरों का जाल फैलाया गया तो भनक मिली कि जोंधवल तेलियरगंज के हिमांशु रावत के घर पर कुछ खेल चल रहा है। शुक्रवार दोपहर सेकेंड मीटिंग का एग्जाम खत्म होने के पहले ही एसटीएफ ने हिमांशु के मकान पर रेड डाली। वहां पर काफी भीड़ मिली और कंप्यूटर व लैपटॉप पर पेपर सॉल्व करते शैलेंद्र कुमार, राजेश कुमार पंाचाल व हिमांशु मिले। हिमांशु महाशय मसूरियादीन इंटर कॉलेज में काम करता है। जब तक सुबूत कलेक्ट किए जाते, एग्जाम खत्म हो गया। इस वजह से सेंटर्स पर रेड नहीं डाली जा सकी।

पकड़े गए लोगों ने खोला नाम

पकड़े गए लोगों ने रेलवे इंजीनियर विनोद प्रसाद गुप्ता का नाम बताया। बाद में एसटीएफ ने विनोद, श्रवण व राधेश्याम पांडेय को भी दबोच लिया। यह पता चला कि संयोगिता इंस्टीट्यूट में प्रदीप कुमार यादव व फ‌र्स्ट स्टेप कंप्यूटर सेंटर में विजेता रानी के कंप्यूटर को हैक कर प्रश्नपत्र सॉल्व किया गया था। एसटीएफ को कुछ और अभ्यर्थियों के नाम भी मिले हैं लेकिन उस पर बारे में अभी कुछ बताया नहीं जा रहा। सभी लोगों को शिवकुटी थाने की पुलिस के हवाले कर दिया गया। वहां से शनिवार को सभी को जेल भेज दिया गया।

ये पकड़े गए

1. विनोद प्रसाद गुप्ता, सीनियर सेक्शन इंजीनियर (सिविल) एनसीआर

2. राजेश कुमार पांचाल, सिपाही बाजार झांसी

3. राधेश्याम पांडेय, राजेसुल्तानपुर, अंबेडकर नगर

4. हिमांशु रावत, तेलियरगंज, शिवकुटी

5. श्रवण मिश्रा, चरवा कौशांबी

6. शैलेंद्र कुमार सिंह, शास्त्री नगर, मुगलसराय

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वांटेड

1. अंकुर झा, टाटा कंसलटेंसी सर्विस

2. विजय शुक्ला, युनाइटेड इंजीनियरिंग कॉलेज

3. यशवंत सिंह, युनाइटेड इंजीनियरिंग कॉलेज

4. प्रदीप कुमार यादव, अभ्यर्थी

5. विजेता रानी, अभ्यर्थी

6. सचिन, महाशय मसूरियादीन इंटर कॉलेज

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बरामदगी

- नौ लाख 66 हजार रुपए

- एक पीसी, एक सीपीयू

- तीन लैपटॉप

- 13 सेलफोन

- तीन मोडेम

- आरआरबी व एसएससी के 61 प्रवेश पत्र

- पेपर के 26 स्क्रीन शॉट

- 59 वाट्सएप प्रिंटआउट

- छह लाख रुपए की जमा पर्ची

- एक डीएल, पैनकार्ड व वोटर आईडी कार्ड

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इस साफ्टवेयर से चल रहा था खेल

AMMYY ADMIN

TEAM VIEWER

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इन सेंटर्स पर हो रहा था खेल

- संयोगिता इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट टेक्नालॉजी तेलियरगंज

- महाशय मसूरियादीन स्मारक इंटर कॉलेज

- वंदन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नालॉजी

- फ‌र्स्ट स्टेप कंप्यूटर सेंटर चकिया