- दारोगा की तहरीर पर पांच नामजद व 10 अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज

- गिरफ्तारी के भय से गांव युवकों ने किया गांव से पलायन

KAUSHAMBI (JNN): मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के कादीपुर गांव में शनिवार की शाम दारोगा की अभद्रता से आक्रोशित लोगों ने लाठी-डंडों से उसकी पिटाई कर दी। इससे वह जख्मी हो गया। घायल दारोगा का रविवार को मेडिकल परीक्षण कराया गया। उसकी तहरीर के बाद कोतवाली में गांव के पांच लोगों को नामजद करते हुए 10 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल मामले को लेकर अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई। घटना के बाद से गांव में सन्नाटा पसरा है। अज्ञात के नाम पर पुलिस के उठाने के भय से गांव के युवक फरार हैं।

चल रही थी रामलीला

कादीपुर गांव में शनिवार को रामलीला का आयोजन हो रहा था। सुरक्षा के लिए दारोगा राजेश कुमार की ड्यूटी वहां लगाई गई थी। शाम को दारोगा गांव पहुंचे तो वहां कुछ लड़के बाहर बनी पुलिस के पास बैठे थे। दारोगा पहुंचते हुए युवकों से पूछताछ करने लगे। आरोप है कि युवकों ने शांति से बैठे होने की बात कही तो दारोगा ने आपा खोते हुए उनपर लाठियां भांज दी। उसी समय गांव की कुछ महिलाएं भी वहां आ गईं।

महिलाओं को दी गाली

आरोप है कि मारपीट का विरोध किया तो दारोगा ने किसी महिलाओं को गाली दी। इसकी जानकारी होने पर दर्जनों की संख्या में ग्रामीणों ने दारोगा को घेर लिया। विवाद के बाद लाठी-डंडों से उसकी पिटाई कर दी। मामले को बढ़ता देख गांव के कुछ लोगों ने बीचबचाव कर दारोगा को भीड़ से छुड़ाया। हालांकि तब तक उनके सिर व शरीर के अन्य हिस्से में गंभीर चोटे आ गई थी। किसी तरह कोतवाली आए दारोगा को रविवार की सुबह साथी कर्मचारियों ने जिला चिकित्सालय में मेडिकल कराया। कोतवाली पुलिस ने दारोगा की तहरीर के बाद गांव के पांच नामजद व दस अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। कोतवाली प्रभारी रज्जनलाल त्रिपाठी का कहना है कि युवकों को पुलिया से हटाने को लेकर कुछ लोगों ने अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ लिया। दारोगा रामलीला देख रहे थे, उसी समय उनपर गांव के लोगों ने हमला कर दिया। दारोगा को घटना में चोटे आई है। मामले को लेकर कार्य में बाधा पहुंचाने सहित कई धाराओं में नामजद व अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

दारोगा का विवाद से है पुराना नाता

कोतवाली में तैनात दारोगा का लोगों से अक्सर किसी ने किसी बात को लेकर विवाद हो जाता है। लगभग एक सप्ताह पहले कादीपुर गांव के एक दर्जन लोगों ने एसपी आफिस में इसी दारोगा के खिलाफ प्रदर्शन किया था। साथ ही एएसपी को तहरीर देकर सड़क निर्माण का काम कर रहे मजदूरों को पीटने का आरोप लगाया था। मामले की जांच सीओ मंझनपुर कर रहे हैं। इसी तरह तीन माह पहले इस दारोगा के बिसारा निवासी एक सपा नेता के भाई से भी विवाद हो चुका है। स्थानीय लोगों ने दारोगा पर जबरन लडा़ई करने का आरोप लगाया था। इसकी भी शिकायत तत्कालीन एसपी से की गई थी।

मामले की विवेचना करेगी टीम

एसपी डा। के एजिलरसन ने बताया कि दारोगा के साथ मारपीट की घटना हुई है। घटना के पीछे क्या कारण थे कि गांव के लोगों को दारोगा पर हमला करना पड़ा, इसकी जांच के लिए एक टीम का गठन किया जाएगा। जो भी दोषी होगा कार्रवाई होगी।

सहमे हैं ग्रामीण

दारोगा के साथ मारपीट के मामले को लेकर पुलिस ने पांच नामजद सहित दस अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस अज्ञात के नाम पर लोगों को उठाकर थाने न लाए। इस भय से गांव के अधिकांश युवक फरार हैं। गांव में सन्नाटा पसरा है। ऐसे रामलीला का मंचन कैसे होगा, इस पर भी संशय बना है।