शिकायत करती रही महिला पर पुलिस ने नहीं की कोई कार्रवाई

शाहगंज पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर दर्ज की रिपोर्ट

ALLAHABAD: महिला फुटकर कारोबारी थी और आरोपी थोक कारोबारी। कपड़ों के लेन-देन से शुरू हुआ सिलसिला दोनों को करीब ले आया। नजदीकी इतनी बढ़ गई कि महिला वही सच मानने लगी जो आरोपी कहता था। डेढ़ लाख रुपए में नौकरी दिला देने की बात हुई तो उसने अपना पूरा कारोबार ही दांव पर लगा दिया। इसके बाद पहले खुद उसने महिला की अस्मत लूटी और फिर दूसरों के पास भी बिस्तर गर्म करने के लिए भेजने लगा। इज्जत के साथ पैसा भी गया और नौकरी भी नहीं मिली तो महिला ने मुखर विरोध शुरू कर दिया। पुलिस के पास पहुंची तो उसने कारोबार का मामला बता कर टाल दिया और रिपोर्ट दर्ज नहीं की। इसके बाद उसने कोर्ट की शरण ली। कोर्ट के आदेश पर शाहगंज पुलिस ने मामला दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है।

कपड़े के कारोबार से जुड़े हैं दोनो

मामला शाहगंज एरिया का है। पीडि़त महिला नखास कोहना मोहल्ले की रहने वाली है। वह फुटकर में कपड़े बेचने का काम करती थी। उसका बिजनेस अच्छा चलता था। थोक रेट पर उसे माल की सप्लाई अनवर उर्फ सब्बर करता था। दोनों का कारोबार अच्छा चल रहा था तो जान-पहचान हो गई। महिला को अनवर ने व्यापार बढ़ाने में मदद की तो दोनो के रिश्ते और प्रगाढ़ हो गए। महिला का आरोप है कि इसी साल मार्च महीने में अनवर ने डेढ़ लाख रुपय की मांग की और कहा कि वह उसे सरकारी नौकरी दिलवा देगा। महिला का आरोप है कि इस दौरान उसने शारीरिक संबंध भी बना लिया। इसके बाद नौकरी की बात करने पर वह कभी किसी के पास तो कभी किसी दूसरे के पास बिस्तर गर्म करने के लिए भेजता था। कुछ दिनों बाद उसे अनवर की मंशा पर शक हो गया तो उसने अपने पैसे लौटाने की मांग शुरू कर दी। इसके बाद दोनो के रिश्ते में दरार पड़ गई। पीडि़ता की बेटी ने इसकी शिकायत स्थानीय पुलिस से की तो पुलिस ने कार्रवाई करने की बजाय उसे थाने से भगा दिया। इसके बाद उन्होंने रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए कोर्ट की शरण ली। कोर्ट ने थाने से रिपोर्ट तलब करने के बाद मुकदमा दर्ज करके विवेचना का आदेश दिया था।

पीडि़ता और आरोपी के बीच कारोबार का विवाद है। कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। आरोप सही मिला तो आरोपी की गिरफ्तारी की जाएगी।

पीके मिश्रा, इंस्पेक्टर शाहगंज