- चार लोगों के बैंक एकाउंट से उड़ाए डेढ़ लाख रुपए

- इस साल दर्ज हो चुके हैं दो दर्जन से अधिक मामले

ALLAHABAD: साइबर शातिरों ने फिर से फोर स्ट्रोक लगाया। एकाउंट अपडेट करने और लकी ड्रा के नाम पर चार लोगों को कंगाल बना दिया। लोगों के होश तब उड़ गए जब बैंक एकाउंट से रुपए निकालने का मैसेज आया। अब लोग पुलिस से लेकर बैंक तक के चक्कर लगा रहे हैं। फिलहाल लोगों को फूटी कौड़ी भी वापस नहीं मिली है। इन चार घटनाओं के साथ इस साल शातिरों का शिकार बनने वालों की संख्या दो दर्जन के पार हो गई है।

1. गोविंदपुर के रहने वाले रविंद्र कुमार की पत्‍‌नी शशिबाला ने न्यूज पेपर में एक चेहरा पहचानने का एड देखा। चेहरा सनी देओल का था। उन्होंने एड में दिए नंबर पर कॉल किया। उनको बताया गया कि जवाब सही है और उनको टाटा सफारी मिलेगी। दिल्ली में जॉब करने वाले रविंद्र की पत्‍‌नी ने प्रोसेसिंग फीस व गिफ्ट टैक्स के नाम पर 46 हजार रुपए जमा कर दिए। सफारी तो दूर की कौड़ी रही, अब तो वह नंबर भी स्विच ऑफ हो गए हैं, गया हैगए हैं जिन पर उन्होंने बात की थी। अब पुलिस से कंप्लेन की गई है।

2. अल्लापुर के रहने वाले एजुकेशन डिपार्टमेंट के रिटायर्ड कर्मचारी भोलेलाल के पास 13 फरवरी को एसबीआई के नाम पर फोन आया था। फोन करने वाले ने कहा कि उनका एकाउंट ब्लॉक होने वाला है। एकाउंट को अपडेट करना होगा। उसने अपडेट करने के नाम पर एकाउंट व एटीएम कार्ड की सारी डिटेल ले ली। कुछ ही देर में भोलेलाल के एकाउंट से 32 हजार रुपए की ऑनलाइन शॉपिंग कर ली गई। उन्होंने पुलिस से शिकायत की है।

3. धूमनगंज के अतुल प्रजापति को भी साइबर शातिरों ने 29 हजार रुपए की चोट दे दी। उनका बैंक एकाउंट पीएनबी में है। उनके पास सात फरवरी को एकाउंट अपडेट करने के नाम पर फोन आया था। वह झांसे में आ गए और एटीएम कार्ड नंबर बता दिया गया। उनके एकाउंट से तीन बार में 29 हजार रुपए की ऑनलाइन शॉपिंग की गई। जब उन्होंने बैंक से कंप्लेन की तो उस वक्त भी एक ट्रांजेक्शन प्रोसेस में था। अब वह पुलिस के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन एफआईआर नहीं दर्ज हो रही।

4. नवाबगंज के कारोबारी मोहम्मद राशिद भी ठग लिए गए। उनको भी एकाउंट अपडेट करने के नाम पर 35 हजार रुपए का चूना लगा दिया गया। उनका बैंक एकाउंट एसबीआई में है। फोन करने वाले ने खुद को मुंबई हेड क्वार्टर का मैनेजर अभिषेक वर्मा बताया था। उसने एटीएम कार्ड के शुरू के कुछ नंबर बताए तो राशिद भरोसा कर बैठे और मेहनत की कमाई गंवा बैठे। गनीमत रही कि एकाउंट में 35 हजार रुपए ही थे। उनको उम्मीद है कि पुलिस शातिर को पकड़कर उनके रुपए वापस दिलवा देगी।

इन बातों का रखें ध्यान

- बैंक की तरफ से एकाउंट अपडेट करने के नाम पर कोई कॉल नहीं की जाती

- चेहरा पहचानने जैसे एड या टीवी प्रोग्राम को देखकर झांसे में न आएं

- कोई फोन करके एटीएम कार्ड मांगे तो पुलिस से कंप्लेन करें

- एटीएम कार्ड का पिन किसी से शेयर न करें

- ऑनलाइन शॉपिंग करते वक्त भी ध्यान रखें कि कोई नंबर या पिन तो नहीं देख रहा

- एटीएम बूथ में कोई दूसरा मौजूद हो तो रुपए न निकालें