सिविल लाइंस थाने में दर्ज मुकदमे की विवेचना कर रही थी अभी तक क्राइम ब्रांच

करोड़ों की हेराफेरी का है मामला, क्राइम ब्रांच से ट्रांसफर की गई विवेचना

PRAYAGRAJ: शाइन सिटी रियल एस्टेट कंपनी के खिलाफ दर्ज केस की विवेचना में नया मोड़ आ गया है। मामले की जांच अब ईओडब्ल्यू यानी आíथक अपराध अनुसंधान शाखा के पाले में पहुंच गई है। विवेचना से सम्बंधित फाइल क्राइम ब्रांच ने ईओडब्ल्यू को भेजा है। दर्ज मुकदमें में कंपनी के प्रोपराइटर व अन्य पर लाखों की हेराफेरी के आरोप हैं। आर्थिक अपराध शाखा इस बात की जांच करेगा कि कितने रुपयों का मामला है। तफ्तीश रिपोर्ट आने के बाद प्रकरण में कार्रवाई की प्रक्रिया आगे शुरू की जाएगी।

लाखों की धोखाधड़ी का मामला

- जार्जटाउन थाना क्षेत्र के सोहबतियाबाग निवासी प्रकाशचंद्र तिवारी ने राशिद नसीम, आसिफ नफीस, मो। जसीम खां, नीरज श्रीवास्तव और जावेद इकबाल के विरुद्ध 30 सितंबर 2020 को सिविल लाइंस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। - दर्ज मुकदमें में 75 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने, कूटरचना व धमकी देने के आरोप लगाए गए हैं।

- पीडि़त ने तहरीर में बताया था कि रकम को 15 माह में ढाई गुना करने का भरोसा दिलाया गया था।

- केस दर्ज होने के बाद पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई थी।

- पुलिस को पता चला है कि कंपनी का मालिक करेली के जीटीवी नगर निवासी राशिद नसीम दुबई भाग गया है।

- कंपनी के खिलाफ लखनऊ, वाराणसी समेत कई जिलों में करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी के मुकदमे दर्ज किए गए हैं।

- वाराणसी की लंका पुलिस द्वारा उसके दो घरों पर कुर्की नोटिस चस्पा कर चुकी है। यह कार्रवाई लंका थाने में दर्ज मुकदमें के तहत की गई थी।

शाइन सिटी के प्रकरण में अब 'हाई कोर्ट के निर्देश पर ईओडब्ल्यू जांच करेगी। मुकदमा ईओडब्ल्यू को ट्रांसफर किए जा रहे हैं। आगे की कार्रवाई ईओडब्ल्यू की रिपोर्ट पर ही होगी।

आशुतोष मिश्रा, एसपी क्राइम