स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर के आठ स्कूलों को किया जा रहा हायर

करोड़ों रुपए की लागत से स्कूलों के लुक और स्टडी मटेरियल में होगा बदलाव

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PRAYAGRAJ: स्मार्ट सिटी बनने जा रहे प्रयागराज के स्कूलों को भी स्मार्ट बनाया जा रहा है। जिसके लिए जिला प्रशासन की ओर से कुल आठ स्कूलों को हायर किया जाएगा। अभी इनके चयन की प्रक्रिया चल रही है। स्कूलों को स्मार्ट लुक देने के लिए इनकी बिल्डिंग से लेकर क्लास रूम्स तक को नया लुक दिया जाएगा। भविष्य में स्मार्ट स्कूलों की संख्या में इजाफा किया जाना है।

दस करोड़ का है प्रोजेक्ट

शासन ने स्कूलों को स्मार्ट बनाने के लिए भारी भरकम राशि दिया जाना तय किया है।

इसके लिए जिला प्रशासन को कुल 10 करोड़ रुपए दिए जा रहे हैं।

चयनित होने वाले आठ स्कूलों में चार इंटर तक और चार स्कूल प्राइमरी के हैं।

कोशिश की जा रही है कि बालिकाओं के स्कूलों का चयन अधिक संख्या में हो।

स्कूलों की बिल्डिंग के साथ क्लास रूम को अपडेट किया जायेगा

एक स्कूल के अपग्रेडेशन में सवा करोड़ खर्च किए जाने का प्रावधान है।

प्रोजेक्टर से एडवांस क्वालिटी

इन स्कूलों की क्लासेज भी स्मार्ट होंगी। अभी तक स्मार्ट क्लासेज में प्रोजेक्टर के जरिए पढ़ाई कराई जाती थी। इस योजना में टच स्क्रीन बोर्ड लगाए जाने का निर्णय लिया गया है। इनमें मूविंग डायग्राम के जरिए स्टूडेंट्स को समझाया जायेगा। प्रत्येक क्लास का कोर्स कंटेंट भी ऑनलाइन होगा। एक क्लिक में संबंधित चैप्टर सामने आ जाएगा।

यूपी का पहला प्रोजेक्ट

सबसे अहम कि यह यूपी का पहला प्रोजेक्ट है जिसके तहत स्कूलों को स्मार्ट बनाया जा रहा है। शासन की मंशा स्मार्ट सिटी में शिक्षा के स्तर को बढ़ावा देना है जिससे स्मार्ट एजूकेशन की दिशा में नए कीर्तिमान स्थापित किए जा सकें। इससे सरकारी स्कूलों के प्रति लोगों की धारणा में परिवर्तन होने के साथ इनमें पढ़ने वाले बच्चों में आधुनिकता की ऊर्जा का संचार भी होगा।

स्मार्ट स्कूलों में मिलने वाली सुविधाएं

टच स्क्रीन बोर्ड

ऑनलाइन कोर्स कंटेंट

मूविंग डायाग्राम के जरिए स्टडी

बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम

सीसीटीवी कैमरे फार सिक्योरिटी परपज

ऑनलाइन टीचर्स परफॉर्मेस असेसमेंट

कम्प्यूटर लैब

टेक्निकल स्टाफ

लैपटाप या टैबलेट इन क्लासरूम

प्रयागराज पहला यूपी का शहर होगा जहां पर स्कूलों को स्मार्ट बनाने की कवायद शुरू की जा रही है। आठ स्कूलों में बिल्डिंग से लेकर क्लास रूम तक को आधुनिक रूप दिया जाना है। जल्द ही स्कूलों का चयन कर आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

संजीव कुमार सिन्हा,

मिशन मैनेजर टेक्निकल, स्मार्ट सिटी लिमिटेड प्रयागराज