राष्ट्रीय कार्यशाला में वक्ताओं ने युवाओं में भरा जोश

ALLAHABAD: यूथ इन एक्शन द्वारा गोविंद बल्लभ पंत सामाजिक विज्ञान संस्थान झूंसी में आयोजित दो दिवसीय चतुर्थ राष्ट्रीय कार्यशाला का शनिवार को समापन हो गया। कार्यशाला में देश के विभिन्न भागों से आए चिंतकों ने युवाओं में देश के प्रति प्रेम, समर्पण और त्याग की भावना पैदा की।

व्यवस्था व समाज पर हावी बाजार

समापन सत्र में भारत सरकार के पूर्व मानव संसाधन एवं संचार राज्य मंत्री संजय पासवान ने कहा कि युवा सदैव नया प्रयोग करता है। भारत का युवा शारीरिक रूप से स्वस्थ, मानसिक रूप से तैयार, भावनात्मक रूप से संतुलित और आध्यात्मिक रूप से पूर्ण है। युवाओं को संगठित करना एक बड़ा कार्य है। आज बाजार राज व्यवस्था और समाज पर हावी है।

समर्पण की भावना है जरूरी

इस मौके पर पूर्वाचल विवि के कुलपति प्रो। राजा राम यादव ने कहा कि युवाओं के मन में राष्ट्र और समाज के प्रति समर्पण की भावना ही इस देश को विश्व गुरु बनायेगा। कार्यकारी निदेशक गांधी विद्या संस्थान वाराणसी प्रो। कुसुमलता केडि़या ने कहा कि आजादी के सौ वर्ष पूर्व भारत का जो स्वरूप था उसे फिर से पाने के लिए प्रयास करना होगा। राष्ट्रीय विचारक सर्वदेव ने कहा कि अनुभव से सीख मिलती है और जीवन में चुनौतियां सामने आती हैं। पश्चिमी क्षेत्र प्रचार प्रमुख पद्म ने कहा कि युवाओं के मन में देश और समाज से जुड़े सवाल क्यों नहीं उठते यह चिंता का विषय है।

दुर्गेश को सजग प्रहरी पुरस्कार

कार्यशाला में यूथ इन एक्शन का जागृत युवान पुरस्कार शशांक शेखर को एवं सजग पहरी पुरस्कार दुर्गेश को दिया गया। इसके अलावा विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर योगदान के लिए वीरेंद्र पाठक, डॉ। शंकर, डॉ। दिग्विजय सिंह राठौर एवं नरेंद्र पाल को सम्मानित किया गया।