दिखा गजब का जोश

Students shape their furure

Allahabad: यह महज कॉम्पिटिशन ही नहीं, बल्कि एक ऐसा मंच है जहां स्टूडेंट अट्रैक्टिव हैंडराइटिंग के जरिए अपने टैलेंट का लोहा मनवा सकते हैं। यही कारण रहा कि उन्होंने आई नेक्स्ट द्वारा सैटरडे को शहर के पांच स्कूलों में ऑर्गनाइज कराए गए रेनाल्ड्स राइट द फ्यूचर हैंडराइटिंग कॉम्पिटिशन में उत्साह और जोश के साथ पार्टिसिपेट किया। इवेंट के दौरान प्रत्येक स्कूल के स्टूडेंट्स को दो अलग-अलग ग्रुप में बांटा गया था। प्रत्येक ग्रुप को निर्धारित समय में पेपर शीट पर लिखे कंटेंट को ही दोबारा उतारना था. 

उमड़ा students का सैलाब

सैटरडे को एक्टिविटी के लास्ट डे शहर के पांच स्कूलों में कॉम्पिटिशन ऑर्गनाइज किया गया, जिनमें एमवी कांवेंट इंटर कॉलेज, विष्णु भगवान पब्लिक स्कूल, सैनिक बाल विकास इंटर कॉलेज, बाल मित्र जूनियर हाईस्कूल और संस्कार इंटरनेशनल स्कूल शामिल थे। इनमें पढऩे वाले हजारों बच्चे इस एक्टिविटी का हिस्सा बने। इस दौरान प्रत्येक स्कूल में स्टूडेंट्स का सैलाब उमड़ पड़ा। कॉम्पिटिशन दो ग्रुप में हुआ। इनमें फिफ्थ-सिक्स्थ व सेवेंथ-एट्थ क्लास के दो ग्रुप शामिल थे। प्रत्येक ग्रुप से तीन-तीन विनर चुने जाएंगे। इसके अलावा ग्रुप वाइज दो कंसोलेशन प्राइज भी डिस्ट्रीब्यूट किया जाएगा. 

पहले से कर ली थी preparetion


एक्टिविटी के प्रति स्टूडेंट्स के क्रेज का इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि इंफॉर्मेशन मिलते ही उन्होंने कॉम्पिटिशन की प्रिपरेशन शुरू कर दी थी। कुछ ने बताया कि वह पिछले दो दिनों से डेली दो से तीन पेज लिख रहे थे। ताकि, उनकी हैंडराइटिंग पहले से अधिक इम्प्रूव हो जाए। उन्हें पता था कि इस कॉम्पिटिशन में विनर बनना है तो बेहतर हैंडराइटिंग का प्रदर्शन करना होगा। हालांकि, स्टूडेंट्स को पर्याप्त तीस मिनट का समय दिया गया था। इस दौरान उन्हें पेपर शीट पर लिखे कंटेंट को दोबारा उतारना था. 

बेहतर handwriting के हैं कई फायदे

उम्र पर मत जाइए, इन्हें समझना है तो इनकी सोच पर जाइए। जी हां, स्टूडेंट्स को पता है कि बेहतर हैंडराइटिंग के कितने फायदे हो सकते हैं। बातचीत में स्टूडेंट्स ने बताया कि एग्जामिनेशन के दौरान अच्छे माक्र्स लाने हों तो लिखावट साफ-सुथरी व आकर्षक होनी चाहिए। इसके अलावा टीचर्स की शाबाशी पाने का भी यह एक आसान जरिया है। कुछ स्टूडेंट्स ने बताया कि अच्छी हैंडराइटिंग से उनका कांफिडेंस भी बढ़ता है। बता दें कि आई नेक्स्ट की ओर से यह एक्टिविटी पिछले तीन दिनों में शहर के पंद्रह स्कूलों में ऑर्गनाइज की गई है। जिसका रिजल्ट जल्द ही सामने होगा, बस स्टूडेंट्स को थोड़ा सा वेट करना होगा. 

Fact file

- कॉम्पिटिशन के लिए स्टूडेंट्स को तीस मिनट का समय दिया गया था.
- स्टूडेंट्स को एक्टिविटी के दौरान केवल रेनाल्ड्स रेसर जेल पेन का यूज करना था जो उन्हें आई नेक्स्ट ने प्रोवाइड कराया गया था.
- स्टूडेंट्स को पेपर शीट, पेन के अलावा रेनाल्ड्स पेन परचेज करने के लिए डिस्काउंट कूपन भी बांटे गए.
- प्रत्येक गु्रप से टॉप थ्री विनर्स को सेलेक्ट किया जाएगा.
- जल्द ही एनाउंस होंगे विनर्स के नाम.


मुझे पता है कि इस एक्टिविटी में क्या होना है, इसीलिए मैं पूरी प्रिपरेशन करके आई हंू। वी हैव टू राइट टू रेनाल्ड्स पेन। रेसर जेल पेन काफी स्मूद चलता है और इससे हैंडराइटिंग इम्प्रूवमेंट के भी चांसेज होते हैं.
अनामिका शर्मा, संस्कार इंटरनेशन स्कूल

 बेटर हैंडराइटिंग के लिए स्टूडेंट्स को डेली दो से तीन पेज लिखने की आदत डालनी होगी। मैं डेली ऐसा करता हूं और इससे काफी फायदे होते हैं। टीचर्स द्वारा तारीफ किए जाने से कांफिडेंस भी डेवलप होता है.
अंशुमान सिंह, संस्कार इंटरनेशनल स्कूल

इसके पहले भी मैंने कई कॉम्पिटिशन में पार्टिसिपेट किया है लेकिन यह अपने आप में अलग तरह की एक्टिविटी है। इसके लिए मैं आई नेक्स्ट को थैंक कहना चाहती हूं। ये एक्टिविटी स्टूडेंट्स के लिए हेल्पफुल है.
रागिनी पटेल, एमवी कांवेंट इंटर कॉलेज

मेरी तरह मेरे फ्रेंड्स भी इस एक्टिविटी को लेेकर काफी क्रेजी हैं। वे सभी विनर बनना चाहते हैं और इसके लिए उन्होंने काफी तैयारी भी कर रखी है। टीचर्स ने पहले ही बता दिया था कि विनर्स को एक्साइटिंग प्राइज मिलेंगे.
सुरभि सिन्हा, एमवी कांवेंट इंटर कॉलेज

जिस तरह से सभी स्टूडेंट पार्टिसिपेट कर रहे हैं उनको देखकर लग रहा है कि कॉम्पिटिशन काफी टफ होने जा रहा है। हालांकि मु़झे विश्वास है कि इस एक्टिविटी में मेरी जीत हो सकती है. 
श्रेया शुक्ला, सैनिक बाल विकास इंटर कॉलेज 

कई बार स्टूडेंट्स सालभर पढ़ाई में बिजी रहते हैं और इस दौरान वह अपनी हैंडराइटिंग जैसी महत्वपूर्ण विधा की तरफ जरा भी ध्यान नहीं देते हैं। जबकि, इस विधा से कइ्र लाभ होते हैं और इस बात का विश्वास आई नेक्स्ट की इस एक्टिविटी से हुआ है.
ऋत्विका तिवारी, सैनिक बाल विकास इंटर कॉलेज

पहले तो लगा कि इस कॉम्पिटिशन में सीनियर्स ही बाजी मारेंगे लेकिन बाद में पता चला कि एक्टिविटी दो ग्रुप में हो रही है। ऐसे में जूनियर्स का हौसला बढ़ा है और वह एक-दूसरे को कड़ी टक्कर दे रहे हैं.
उज्जवल कुमार वर्मा, बाल मित्र जूनियर हाईस्कूल

रेनाल्ड्स रेसर जेल पेन से वाकई बेहतर हैंडराइटिंग बनती है। अगर एक्टिविटी के दौरान दो पेन यूज करता तो दिक्कत होती लेकिन यहां तो प्रोवाइड किए गए पेन से ही कंटेंट को उतारना है.
सिद्धी यादव, बाल मित्र जूनियर हाईस्कूल

ये एक बेहतरीन एक्टिविटी है और ऐसे इवेंट बार-बार होना चाहिए। इससे स्टूडेंट्स मोटीवेट होते हैं और उनको अपना टैलेंट और क्रिएटिविटी दिखाने का पूरा मौका मिलता है.
मो। असलान, विष्णु भगवान पब्लिक स्कूल

इस एक्टिविटी से यह सीख मिली है कि पढ़ाई के साथ-साथ हैंडराइटिंग इम्प्रूवमेंट पर भी ध्यान देना चाहिए। वरना, इस तरह के कॉम्पिटिशन को जीतना मुश्किल हो सकता है.
मो। उमर, विष्णु भगवान पब्लिक स्कूल
उमड़ा students का सैलाब

सैटरडे को एक्टिविटी के लास्ट डे शहर के पांच स्कूलों में कॉम्पिटिशन ऑर्गनाइज किया गया, जिनमें एमवी कांवेंट इंटर कॉलेज, विष्णु भगवान पब्लिक स्कूल, सैनिक बाल विकास इंटर कॉलेज, बाल मित्र जूनियर हाईस्कूल और संस्कार इंटरनेशनल स्कूल शामिल थे। इनमें पढऩे वाले हजारों बच्चे इस एक्टिविटी का हिस्सा बने। इस दौरान प्रत्येक स्कूल में स्टूडेंट्स का सैलाब उमड़ पड़ा। कॉम्पिटिशन दो ग्रुप में हुआ। इनमें फिफ्थ-सिक्स्थ व सेवेंथ-एट्थ क्लास के दो ग्रुप शामिल थे। प्रत्येक ग्रुप से तीन-तीन विनर चुने जाएंगे। इसके अलावा ग्रुप वाइज दो कंसोलेशन प्राइज भी डिस्ट्रीब्यूट किया जाएगा. 

पहले से कर ली थी preparetion

एक्टिविटी के प्रति स्टूडेंट्स के क्रेज का इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि इंफॉर्मेशन मिलते ही उन्होंने कॉम्पिटिशन की प्रिपरेशन शुरू कर दी थी। कुछ ने बताया कि वह पिछले दो दिनों से डेली दो से तीन पेज लिख रहे थे। ताकि, उनकी हैंडराइटिंग पहले से अधिक इम्प्रूव हो जाए। उन्हें पता था कि इस कॉम्पिटिशन में विनर बनना है तो बेहतर हैंडराइटिंग का प्रदर्शन करना होगा। हालांकि, स्टूडेंट्स को पर्याप्त तीस मिनट का समय दिया गया था। इस दौरान उन्हें पेपर शीट पर लिखे कंटेंट को दोबारा उतारना था. 

बेहतर handwriting के हैं कई फायदे

उम्र पर मत जाइए, इन्हें समझना है तो इनकी सोच पर जाइए। जी हां, स्टूडेंट्स को पता है कि बेहतर हैंडराइटिंग के कितने फायदे हो सकते हैं। बातचीत में स्टूडेंट्स ने बताया कि एग्जामिनेशन के दौरान अच्छे माक्र्स लाने हों तो लिखावट साफ-सुथरी व आकर्षक होनी चाहिए। इसके अलावा टीचर्स की शाबाशी पाने का भी यह एक आसान जरिया है। कुछ स्टूडेंट्स ने बताया कि अच्छी हैंडराइटिंग से उनका कांफिडेंस भी बढ़ता है। बता दें कि आई नेक्स्ट की ओर से यह एक्टिविटी पिछले तीन दिनों में शहर के पंद्रह स्कूलों में ऑर्गनाइज की गई है। जिसका रिजल्ट जल्द ही सामने होगा, बस स्टूडेंट्स को थोड़ा सा वेट करना होगा. 

Fact file

- कॉम्पिटिशन के लिए स्टूडेंट्स को तीस मिनट का समय दिया गया था।

- स्टूडेंट्स को एक्टिविटी के दौरान केवल रेनाल्ड्स रेसर जेल पेन का यूज करना था जो उन्हें आई नेक्स्ट ने प्रोवाइड कराया गया था।

- स्टूडेंट्स को पेपर शीट, पेन के अलावा रेनाल्ड्स पेन परचेज करने के लिए डिस्काउंट कूपन भी बांटे गए।

- प्रत्येक गु्रप से टॉप थ्री विनर्स को सेलेक्ट किया जाएगा।

- जल्द ही एनाउंस होंगे विनर्स के नाम।

मुझे पता है कि इस एक्टिविटी में क्या होना है, इसीलिए मैं पूरी प्रिपरेशन करके आई हंू। वी हैव टू राइट टू रेनाल्ड्स पेन। रेसर जेल पेन काफी स्मूद चलता है और इससे हैंडराइटिंग इम्प्रूवमेंट के भी चांसेज होते हैं।

अनामिका शर्मा, संस्कार इंटरनेशन स्कूल

 बेटर हैंडराइटिंग के लिए स्टूडेंट्स को डेली दो से तीन पेज लिखने की आदत डालनी होगी। मैं डेली ऐसा करता हूं और इससे काफी फायदे होते हैं। टीचर्स द्वारा तारीफ किए जाने से कांफिडेंस भी डेवलप होता है।

अंशुमान सिंह, संस्कार इंटरनेशनल स्कूल

इसके पहले भी मैंने कई कॉम्पिटिशन में पार्टिसिपेट किया है लेकिन यह अपने आप में अलग तरह की एक्टिविटी है। इसके लिए मैं आई नेक्स्ट को थैंक कहना चाहती हूं। ये एक्टिविटी स्टूडेंट्स के लिए हेल्पफुल है।

रागिनी पटेल, एमवी कांवेंट इंटर कॉलेज

मेरी तरह मेरे फ्रेंड्स भी इस एक्टिविटी को लेेकर काफी क्रेजी हैं। वे सभी विनर बनना चाहते हैं और इसके लिए उन्होंने काफी तैयारी भी कर रखी है। टीचर्स ने पहले ही बता दिया था कि विनर्स को एक्साइटिंग प्राइज मिलेंगे।

सुरभि सिन्हा, एमवी कांवेंट इंटर कॉलेज

जिस तरह से सभी स्टूडेंट पार्टिसिपेट कर रहे हैं उनको देखकर लग रहा है कि कॉम्पिटिशन काफी टफ होने जा रहा है। हालांकि मु़झे विश्वास है कि इस एक्टिविटी में मेरी जीत हो सकती है. 

श्रेया शुक्ला, सैनिक बाल विकास इंटर कॉलेज 

कई बार स्टूडेंट्स सालभर पढ़ाई में बिजी रहते हैं और इस दौरान वह अपनी हैंडराइटिंग जैसी महत्वपूर्ण विधा की तरफ जरा भी ध्यान नहीं देते हैं। जबकि, इस विधा से कइ्र लाभ होते हैं और इस बात का विश्वास आई नेक्स्ट की इस एक्टिविटी से हुआ है।

ऋत्विका तिवारी, सैनिक बाल विकास इंटर कॉलेज

पहले तो लगा कि इस कॉम्पिटिशन में सीनियर्स ही बाजी मारेंगे लेकिन बाद में पता चला कि एक्टिविटी दो ग्रुप में हो रही है। ऐसे में जूनियर्स का हौसला बढ़ा है और वह एक-दूसरे को कड़ी टक्कर दे रहे हैं।

उज्जवल कुमार वर्मा, बाल मित्र जूनियर हाईस्कूल

रेनाल्ड्स रेसर जेल पेन से वाकई बेहतर हैंडराइटिंग बनती है। अगर एक्टिविटी के दौरान दो पेन यूज करता तो दिक्कत होती लेकिन यहां तो प्रोवाइड किए गए पेन से ही कंटेंट को उतारना है।

सिद्धी यादव, बाल मित्र जूनियर हाईस्कूल

ये एक बेहतरीन एक्टिविटी है और ऐसे इवेंट बार-बार होना चाहिए। इससे स्टूडेंट्स मोटीवेट होते हैं और उनको अपना टैलेंट और क्रिएटिविटी दिखाने का पूरा मौका मिलता है।

मो। असलान, विष्णु भगवान पब्लिक स्कूल

 

इस एक्टिविटी से यह सीख मिली है कि पढ़ाई के साथ-साथ हैंडराइटिंग इम्प्रूवमेंट पर भी ध्यान देना चाहिए। वरना, इस तरह के कॉम्पिटिशन को जीतना मुश्किल हो सकता है।

मो। उमर, विष्णु भगवान पब्लिक स्कूल